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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में
Bombay Stock Exchange in Hindi बंबई स्टॉक एक्सचेंज

NSE और BSE क्या है?

बीएसई का मतलब है ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ और एनएसई का मतलब है ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’। हालांकि हर कोई जानता है कि ये दोनों शेयर्स और बॉन्‍ड्स जैसी सिक्योरिटीज से जुड़े हुये हैं, लेकिन इनका असली मतलब शायद हर किसी को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में पता नहीं होगा। आइये हम बताते है क्या हैं बीएसई और एनएसई। भारत में दो शेयर बाज़ार हैं: बीएसई यानि ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ और एनएसई यानि ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’।

भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज :

  • BSE यानि (Bombay Stock Exchange), की स्थापना सन 1875 में हई थी।
  • NSE यानि (National Stock Exchange) की स्थापना सन 1992 में हुई थी।

दोनों एक्सचेंज के सूचकांक(INDEX) :

  • NSE का सूचकांक NIFTY (‘N’=NSE तथा ‘IFTY’=fifty यानि NSE-50)| “NIFTY INDEX” NSE में सूचीबद्ध शेयरों का प्रतिनिधित्व करती है। और
  • BSE का सूचकांक “SENSEX” (“सेंसिटिव इंडेक्स”) । “SENSEX INDEX” BSE में सूचीबद्ध शेयरों का प्रतिनिधित्व(represent) करती है।

NSE और BSE index की गणना विधि क्या है ? :

SENSEX और NIFTY INDEX की गणना “free float market capitalization” विधि से की जाती है। यानी सेन्सेक्स की गणना “मार्केट कैपिटलाइजेशन-वेटेज मेथेडोलॉजी” के आधार पर की जाती है।

National Stock Exchange क्या है ?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई में स्थित है, यह भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह 1992 से अस्तित्व में आया और यहीं से इलेक्ट्रोनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुआत हुई और पेपर सिस्टम खत्म हुआ।

एनएसई ने 1996 से निफ्टी की शुरुआत की, जो टॉप 50 स्टॉक इंडेक्स दे रहा था और यह तेजी से भारतीय पूंजी बाज़ार की रीड बना। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को 1992 को कंपनी के रूप में पहचान मिली और 1992 में इसे सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट, 1956 के तहत कर भुगतान कंपनी के रूप में स्थापित किया गया।

National stock exchange दुनिया का 11 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसका बजार पूंजीकरण (market capitalization) अप्रैल 2018 तक 2.27 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुच गया था ।

BSE यानि BOMBAY STOCK EXCHANGE क्या है ? :

बीएसई की स्थापना 1875 में हुई, इसे नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर एसोसिएशन’ के नाम से जाना जाता था। इसके बाद, 1957 के बाद भारत सरकार ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के तहत इसे भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता दे दी।

सेन्सेक्स की शुरुआत 1986 में हुई, यह भारत का पहला इक्विटी इंडेक्स है जो कि टॉप 30 एक्सचेंज ट्रेडिंग कंपनियों को एक पहचान दे रहा था। सेंसेक्स का आधार वर्ष 1978-79 है

1995 में, बीएसई की ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हुई, उस समय इसकी क्षमता एक दिन में 8 मिलियन ट्रांजेक्शन थी।

बीएसई एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है, और यह मार्केट डेटा सर्विस, रिस्क मैनेजमेंट, सीडीएसएल (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड), डिपॉजिटरी सर्विसेज आदि सेवाएँ प्रदान करता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, आउर जुलाई 2017 को इसका बाजार पूंजीकरण 2 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा था।

बीएसई और एनएसई में मुख्य अंतर :

  • बीएसई और एनएसई दोनों भारत के बड़े शेयर बाज़ार हैं।
  • बीएसई पुराना और एनएसई नया है।
  • टॉप स्टॉक एक्सचेंज में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 10वां स्थान है वहीं एनएसई का 11वां।
  • इलेक्ट्रॉनिक एक्चेंज सिस्टम पहली बार एनएसई में 1992 में और बीएसई में 1995 में शुरू किया गया।
  • कितने शेयरों को शामिल किया जाता है : एनएसई का निफ्टी इंडेक्स 50 स्टॉक इंडेक्स दिखाता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में वहीं बीएसई का सेन्सेक्स 30 स्टॉक एक्सचेंज दिखाता है।
  • बीएसई को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली वहीं एनएसई को 1993 में पहचान मिली।

BSE और NSE के स्‍थापना को लेकर अंतर :

  1. एनएसई भारत का सबसे बड़ा एक्सचेंज है, बीएसई सबसे पुराना है।
  2. बीएसई 1875 में स्थापित हुआ, जब कि एनएसई 1992 में।
  3. एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी है, जब कि बीएसई का सेन्सेक्स है। एनएसई में 1696 और बीएसई में 5749 कंपनियाँ सूचीबद्ध हैं।
  4. इनकी ग्लोबल रैंक 11 और 10 है।

निष्कर्ष : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दोनों भारतीय पूंजी बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रोज लाखों ब्रोकर और निवेशक इन स्टॉक एक्सचेंजों में ट्रेडिंग करते हैं। ये दोनों महाराष्ट्र के मुंबई में स्थापित हैं और सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) से मान्यता प्राप्त हैं।

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Stock Exchange: 147 साल का हुआ BSE, क्या आप जानते हैं कि बरगद के पेड़ के नीचे 5 लोगों ने की थी इसकी शुरुआत

Stock Exchange: बीएसई में 5246 से अधिक कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इस लिहाज से ये दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है।

Alok Kumar

Edited By: Alok Kumar बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में @alocksone
Published on: July 23, 2022 16:55 IST

BSE- India TV Hindi News

Photo:FILE BSE

Stock Exchange: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसिटिव इंडेक्स (बीएसई सेंसेक्स) लाखों भारतीयों की जीवन रेखा है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) को शुरू हुए 147 साल हो गए है। 9 जुलाई 1875 में इसकी शुरुआत हुई थी। इसे बीएसई-30 या सिर्फ सेंसेक्स के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय पूंजी बाजार के विकास में इस एक्सचेंज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके सूचकांक पर दुनियाभर की निगाहें रहती हैं। भारत के अलग-अलग सेक्टर्स की तीस प्रमुख, सक्रिय और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियां इस बाजार का संचालन करती हैं। ये कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। हालांकि, आपको जानकार हैरानी होगा कि एशिया के सबसे प्राचीन स्‍टॉक एक्‍सचेंज बीएसई सेंसेक्‍स की शुरुआत किसी बिल्‍डिंग में नहीं थी, बल्कि एक बरगद के पेड़ नीचे हुई थी। आज जहां हार्निमन सर्कल है, जो साउथ मुंबई में एक जगह है, वहीं पर पेड़ के नीचे स्टाॅक एक्सचेंज की शुरुआत हुई थी।

पांच हजार से अधिक कंपनियां सूचीबद्ध

बीएसई में 5246 से अधिक कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इस लिहाज से ये दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है। पिछले 147 साल से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय बाजार की पूंजी व्यवस्था का निर्धारण कर रहा है।


कैसे अस्तित्व में आया बीएसई


एशिया के इस सबसे पुराने एक्सचेंज की स्थापना का श्रेय उन चार गुजराती और एक पारसी शेयर ब्रोकर्स को जाता है, जो 1850 के आसपास अपने कारोबार के सिलसिले में मुंबई (तब बॉम्बे) के टाउन हॉल के सामने बरगद के एक पेड़ के नीचे बैठक किया करते थे। इन ब्रोकर्स की संख्या साल-दर-साल लगातार बढ़ती गई। कुछ समय बाद 1874 में मुंबई में देश की अर्थव्‍यवस्‍था के इस प्रतीक को दक्षिण मुंबई में ही एक स्थाई जगह मिली जो आज दलाल स्ट्रीट के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। 1875 में इन्होंने अपना 'द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन’ बना लिया। साथ ही दलाल स्ट्रीट पर एक ऑफिस भी खरीद लिया। आज इसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में जाता है।

Social Stock Exchange: BSE को मिली सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने की इजाजत, नॉन प्रॉफिट आर्गनाइजेशन की होगी लिस्टिंग

BSE To Start Social Stock Exchange: वित्त वर्ष 2019-20 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में सोशल स्टॉक एक्सचेंज बनाने का प्रस्ताव रखा था.

By: ABP Live | Updated at : 07 Oct 2022 01:26 PM (IST)

Edited By: manishkumar

प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )

Social Stock Exchange: देश के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज BSE को सोशल स्टॉक एक्सचेंज ( Social Stock Exchange) शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है. शेयर बाजार ( Stock Market) के रेग्युलेटर सेबी ( SEBI) ने बीएसई ( BSE) को अलग से सोशन स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने की इजाजत दी है.

बीएसई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( National Stock Exchange) पर रेग्युलेटरी फाइलिंग में सूचित किया है कि सेबी ने BSE को अलग से सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने की सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है. इस वर्ष जुलाई महीने में सेबी ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने के लिए नियमों को नोटिफाई किया था. सोशल स्टॉक एक्सचेंज के जरिए सोशल इंटरप्राइजेज फंड जुटा सकेंगे. सोशल इंटरप्राइजेज के तहत आने वाले लाभकारी इंटरप्राइजेज, गैर-लाभकारी आर्गनाइजेशन सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकेंगी. सोशल स्टॉक एक्सचेंज मौजूदा शेयर ट्रेडिंग के स्टॉक एक्सचेंज से बिलकुल अलग होगा.

पिछले महीने सेबी ने सोशल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में स्टॉक एक्सचेंज पर गैर-लाभकारी आर्गनाइजेशन (NPO) के रजिस्ट्रेशन और डिस्क्लोजर के लिए न्यूनत्तम शर्तों के साथ एक लिए एडिशनल फ्रेमवर्क जारी किया था. सेबी ने कहा था कि किसी भी गैर-लाभकारी आर्गनाइजेशन को चैरिटेबल ट्रस्ट के तौर पर 3 साल के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जरुरी शर्तों में इन गैर-लाभकारी आर्गनाइजेशन ने बीते वित्त वर्षों में 50 लाख रुपये खर्च किया हो साथ ही 10 लाख रुपये की फंडिंग हासिल किया हो.

2019-20 में हुई थी घोषणा
वित्त वर्ष 2019-20 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में सोशल स्टॉक एक्सचेंज बनाने का प्रस्ताव रखा था. इसके बाद SEBI द्वारा गठित कार्यकारी समूह ने गैर-लाभकारी संगठनों को बॉण्ड जारी करके सीधे सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराने की सिफारिश की थी. सितंबर, 2019 में इशरात हुसैन की अध्यक्षता में सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर सेबी ने एक कार्यकारी समूह का गठन किया था, जिसमें सामाजिक कल्याण (Social Welfare) की दिशा में सक्रिय लोग, वित्त मंत्रालय, स्टॉक एक्सचेंज और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे.

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क्या है सोशल स्टॉक एक्सचेंज
सोशल स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो निवेशकों को सामाजिक उद्यमों में शेयर खरीदने की अनुमति देता है. सोशल स्टॉक एक्सचेंज एक माध्यम होगा जिसके जरिए सोशल इंटरप्राइजेज आम जनता और निवेशकों से सामाजिक कार्यों के लिए धन जुटा सकेंगे. सोशल स्टॉक एक्सचेंज, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की तर्ज पर ही कार्य करेगा, हालाँकि सोशल स्टॉक एक्सचेंज (SSE) का मकसद लाभ कमाना न होकर सामाजिक कल्याण करना रहेगा.

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Published at : 07 Oct 2022 12:50 PM (IST) Tags: Nirmala Sitharaman SEBI BSE bombay stock exchange Social Stock Exchange Social Enterprises Non Profit Organisation हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है? जाने इसके बारे में?

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है (Bharat Mein Kul Kitne Stock Exchange Hai), स्टॉक मार्केट का मतलब होता है शेयर बाजार अगर विस्तार से कहा जाए तो शेयर का अर्थ है हिस्सा और बाजार का अर्थ है ऐसी जगह जहां आप खरीद बिक्री कर सकते हैं। शेयर बाजार स्टॉक मार्केट ऐसी जगह है जहां पर निवेशक कंपनियां अपने शेयर को बेचती और खरीदती है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत के दो मुख्य शेयर बाजार हैं।

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है (Bharat Mein Kul Kitne Stock Exchange Hai)

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है

यह भी पढ़े – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है?

भारत में कितने शेयर बाजार है

जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी से शेयर खरीदते हैं तो वह व्यक्ति को शेयर खरीदने के लिए कोई विशेष जगह से खरीदता है उस जगह को स्टॉक एक्सचेंज कहते हैं। कारोबार करने वाली कंपनियां सार्वजनिक रूप से बाजार से शेयर खरीदते और भेजते हैं।

भारत में स्टॉक एक्सचेंज कि काफी लंबी सूची है लेकिन इनमें से दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं वह है मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 9 जुलाई 1875 में श्री प्रेम चंद्र राय द्वारा की गई थी। इन्हें बुलियन किंग बिग बुल और कॉटन किंग के नाम से भी जाना जाता था।

INDIA स्टॉक एक्सचेंज लिस्ट (A बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में to Z Stock List)

देश में अब तक कुल 23 सेबी स्वीकृत स्टॉक एक्सचेंज है। भारतीय स्वीकृत स्टॉक एक्सचेंज के नाम इस प्रकार हैं:-

S.No.स्टॉक एक्सचेंज
1.मुंबई स्टॉक एक्सचेंज मुंबई
2.over-the-counter एक्सचेंज मुंबई
3.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई
4.उत्तर प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज कानपुर
5.मेरठ स्टॉक एक्सचेंज मेरठ
6.वडोदरा स्टॉक एक्सचेंज वडोदरा
7.अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज अहमदाबाद
8.बेंगलुरु स्टॉक एक्सचेंज बेंगलुरु
9.भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज भुवनेश्वर
10.कोचीन स्टॉक एक्सचेंज कोची
11.कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज कोलकाता
12.गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंज गुवाहाटी
13.दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज दिल्ली
14.कोयंबतूर स्टॉक एक्सचेंज कोयंबटूर
15.हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज हैदराबाद
16.जयपुर स्टॉक एक्सचेंज जयपुर
17.लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज लुधियाना
18.कैमरा स्टॉक एक्सचेंज बैंगलोर
19.चेन्नई स्टॉक एक्सचेंज चेन्नई
20.पुणे स्टॉक एक्सचेंज पुणे
21.मगध स्टॉक एक्सचेंज पटना
22.मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज इंदौर
23.कैपिटल स्टॉक एक्सचेंज केरल लिमिटेड तिरुवंतपुरम केरल

पहले भारत में कुल 24 स्टॉक एक्सचेंज हुआ करते थे लेकिन अब इसकी संख्या घटकर 23 हो गई है। 9 जुलाई 2007 में सीबीआई द्वारा स्वस्थ कामकाज के कारण सौराष्ट्र स्टॉक एक्सचेंज राजकोट की मान्यता रद्द कर दी थी।

यह भी पढ़े – BSE और NSE में क्या अंतर है?

Arjun

मेरा नाम अर्जुन है और मैं CanDefine.com में एडिटर के रूप में कार्य करता हूँ। मैं CanDefine वेबसाइट का SEO एक्सपर्ट हूँ। मुझे इस क्षेत्र में 3 वर्ष का अनुभव है और मुझे हिंदी भाषा में काफी रुचि है। मेरे द्वारा स्वास्थ्य, कंप्यूटर, मनोरंजन, सरकारी योजना, निबंध, जीवनी, क्रिकेट आदि जैसी विभिन्न श्रेणियों पर आर्टिकल लिखता हूँ और आपको आर्टिकल में सारी जानकारी प्रदान करना मेरा उद्देश्य है।

Bombay Stock Exchange in Hindi

Bombay Stock Exchange in Hindi बंबई स्टॉक एक्सचेंज के बारे में विस्तार से हिंदी में। बंबई स्टॉक एक्सचेंज कब बना और इसके क्या काम हैं। दुनिया के दूसरे शेयर बाजारों के मुकाबले और NSE के मुकाबले इसका क्या स्थान है। बंबई स्टॉक एक्सचेँज की सरंचना, उद्देश्य और मुख्य कार्य। साथ ही समझेंगे इसका इतिहास और वर्तमान में यह देश की अर्थव्यवस्था में यह किस प्रकार अपना योगदान दे रहा है।

Bombay Stock Exchange in Hindi

Bombay Stock Exchange in Hindi बंबई स्टॉक एक्सचेंज

Bombay Stock Exchange History in Hindi

Bombay Stock Exchange यानी बंबई स्टॉक एक्सचेंज भारत का पहला और सबसे बड़ा प्रतिभूति बाजार है और 1875 में नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के रूप में स्थापित किया गया था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 19 वीं शताब्दी के यहां के एक प्रभावशाली व्यवसायी प्रेमचंद रॉयचंद ने की थी। उन्होंने स्टॉक ब्रोकिंग व्यवसाय में भाग्य बनाया और कॉटन किंग, बुलियन किंग और बिग बुल के रूप में जाने जाने लगे। वह नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के संस्थापक भी थे जो कि अब बीएसई के रूप में जाना जाता है।

Bombay Stock Exchange in Hindi

मुंबई में स्थित बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 6,000 के करीब कंपनियां सूचीबद्ध है और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई), नासडैक, लंदन स्टॉक एक्सचेंज समूह, जापान एक्सचेंज समूह और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज के साथ दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंजों में से एक है। बीएसई ने खुदरा ऋण बाजार समेत देश के पूंजी बाजारों को विकसित करने में मदद की है और भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र को बढ़ाने में भी इसका बहुत बड़ा योगदान है।

Bombay Stock Exchange पर है Electronic Trading

1995 में Bombay Stock Exchange एक खुली फ्लोर पर ट्रेडिंग करने वाली एक्सचेंज से इलेक्ट्रॉनिक व्यापार प्रणाली में बदल गया। अकेले यू.एस. में एक दर्जन से अधिक इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज हैं। आज इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम कुल मिलाकर वित्तीय उद्योग पर छा गया है। इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पारंपरिक खुली ट्रेडिंग प्रणालियों की तुलना में कम त्रुटियां, तेजी से निष्पादन और बेहतर दक्षता प्रदान करता है। बीएसई ऑन-लाइन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बारे में ट्रेडिंग (बीओएलटी) नामक इस स्वचालित, स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफार्म में प्रतिदिन 8 मिलियन ऑर्डर कर सकने की क्षमता है।

Bombay Stock Exchange पर सिक्योरिटीज

Bombay Stock Exchange पर लिस्टेड सिक्योरिटीज में सिक्योरिटीज स्टॉक, स्टॉक फ्यूचर, स्टॉक ऑप्शन, इंडेक्स फ्यूचर्स, इंडेक्स ऑप्शन और साप्ताहिक ऑप्शन शामिल हैं। बीएसई का समग्र प्रदर्शन इसके इंडेक्स सेंसेक्स द्वारा मापा जाता है। बीएसई के सबसे बड़े शेयरों में से 30 शेयर इसके सूचकांक में शामिल हैं और 12 उद्योग क्षेत्रों को कवर करते हैं।

10 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज

भारत में बंबई स्टॉक एक्सचेँज के अलावा नेशनल स्टॉक एक्सचेँज भी है। एशिया में दूसरे बड़े स्टॉक एक्सचेँज हैं टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज। बीएसई अप्रैल 2018 के आंकड़ों के अनुसार $ 2.3 ट्रिलियन से अधिक की कुल बाजार पूंजीकरण के साथ दुनिया का 10 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। आज बीएसई इक्विटी, मुद्राओं, ऋण उपकरणों, डेरिवेटिव्स, म्यूचुअल फंड में व्यापार के लिए एक कुशल और पारदर्शी बाजार प्रदान करता है।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर है सबसे तेज गति

6 माइक्रो सेकंड की गति से सौदे निपाटाने के कारण बंबई स्टॉक एक्सचेँज एशिया का पहला और सबसे तेज़ गति से काम करने वाला स्टॉक एक्सचेंज है। पिछले 143 वर्षों में, बीएसई ने भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र के विकास में सहयोग दिया है और उसे एक पूंजी जुटाने के मंच के रूप में कुशल सुविधा प्रदान की है।

BSE का Index है सेंसेक्स

बीएसई का लोकप्रिय इक्विटी इंडेक्स – एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स – भारत का सबसे व्यापक रूप से ट्रैक किया जाने वाला स्टॉक मार्केट बेंचमार्क इंडेक्स है।

बीएसई को आप चाहे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहिये, बंबई स्टॉक एक्सचेँज या मुबई स्टॉक एक्सचेँज इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जिस सड़क पर बीएसई की बिल्डिंग हे उसके नाम पर इसे दलाल स्ट्रीट भी कहा जाता है। भारत को अपने इस आधुनिक ऑटोमेटिड इलेक्ट्रॉनिक व्यापार प्रणाली वाले व्यापारिक संस्थान पर गर्व है।

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