निवेश के तरीके

ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं

ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं
So if your Zerodha account balance reduces or you receive funds in your bank this Saturday, you know why.

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के फीस और शुल्क

शेयरों में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट का लाभ उठाने के लिए विशिष्ट फीस और शुल्क लागू होते हैं.

बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड (बीएफएसएल) के सब्सक्रिप्शन प्लान

बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ के साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए, आप उपलब्ध तीन सब्सक्रिप्शन पैक्स मेस से चुनकर साइन-अप कर सकते हैं, हर पैक एक अलग ब्रोकरेज दर प्रदान करता है.

बीएफएसएल से जुड़े सभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट शुल्कों के विवरण यहां दिए गए हैं:

शुल्क के प्रकार

प्रोफेशनल पैक

बजाज प्रिविलेज क्लब

वार्षिक सब्सक्रिप्शन शुल्क

दूसरे वर्ष से: रु. 431

इक्विटी/डेरिवेटिव ट्रांज़ैक्शन शुल्क (सब्सक्रिप्शन मॉडल के लिए शुल्कों की सूची)

ब्रोकरेज शुल्क के अलावा, आपके शेयर मार्केट ट्रांज़ैक्शन पर कुछ अन्य शुल्क भी लगाए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं:

शुल्क के प्रकार

बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार शुल्क अलग-अलग होते हैं

बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार शुल्क अलग-अलग होते हैं

क्लियरिंग मेंबर के शुल्क

ब्रोकरेज ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%

ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%

खरीदने और बेचने पर रु. 100 प्रति लाख (0.1%)

सेल साइड पर रु. 25 प्रति लाख (0.025%)

टर्नओवर का 0.00010%

टर्नओवर का 0.00010%

शुल्क के प्रकार

एनएसई - 0.053% (प्रीमियम पर)

बीएसई - शून्य या ट्रेड वैल्यू का 0.05%

बीएसई - शून्य या ट्रेडेड मूल्य का 0.05%

क्लियरिंग मेंबर के शुल्क

एनएसई और बीएसई - 0.00025%

एनएसई और बीएसई - 0.00025%

ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%

ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%

सेल साइड पर रु. 10 प्रति लाख (0.01%)

₹ 50 प्रति लाख (0.05%) सेल साइड (प्रीमियम पर)

टर्नओवर का 0.00010%

टर्नओवर का 0.00010%


बीएसई ट्रांज़ैक्शन/टर्नओवर शुल्क का विवरण

बीएफएसएल के साथ डीमैट अकाउंट शुल्क और फीस

बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ डीमैट अकाउंट खोलना एक आसान ऑनलाइन प्रोसेस है. अकाउंट खोलने का शुल्क शून्य है, लेकिन डीमैट अकाउंट से जुड़ी विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने से जुड़े शुल्क हैं. ये शुल्क डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) के लिए अलग-अलग हो सकते हैं. बीएफएसएल का डीमैट शुल्क मामूली हैं और सभी डीमैट शुल्कों की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है:

शुल्क के प्रकार

अकाउंट खोलने का शुल्क

वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क

बीएफएसएल के अंदर ऑफ-मार्केट ट्रांसफर*

₹30 या ट्रांज़ैक्शन वैल्यू का 0.02%, जो भी अधिक हो + लागू टैक्स

रु. 35 + लागू टैक्स

फिज़िकल सीएमआर/ डीआईएस

पहला सीएमआर/ डीआईएस अनुरोध मुफ्त है. उसके बाद रु. 50 + रु. 100 कूरियर शुल्क + लागू टैक्स

डीमटीरियलाइज़ेशन अनुरोध शुल्क

रु. 50 प्रति अनुरोध + रु. 50 प्रति सर्टिफिकेट

री-मटीरियलाइज़ेशन अनुरोध शुल्क

रु. 35 प्रति सर्टिफिकेट या 100 शेयर और भाग, जो भी अधिक हो और अकाउंट रिडेम्प्शन स्टेटमेंट के प्रति री-स्टेट के लिए रु. 25

प्रत्येक इंटरनेशनल सिक्योरिटीज़ आइडेंटिफिकेशन नंबर (आईएसआईएन) के लिए, *रु. 30 आपके डीमैट अकाउंट से डेबिट किए जाते हैं. अगर यह बीएफएसएल डीमैट अकाउंट है, तो लागू शुल्क रु. 30 के साथ-साथ टैक्स भी लागू होते हैं. मार्केट सेल ट्रांज़ैक्शन के मामले में, यह उस परिस्थिति में लागू होगा, जब एक्सचेंज किए गए सिक्योरिटीज़ के पे-इन दायित्वों के लिए बीएफएसएल डीमैट अकाउंट का उपयोग करके डिलीवरी की जाती है.

**हर बार लागू किया जाएगा, जब आईएसआईएन आपके डीमैट अकाउंट से डेबिट किया जाता है और अगर प्राप्तकर्ता का डीमैट अकाउंट बीएफएसएल डीमैट अकाउंट नहीं होता. इसमें सीडीएसएल शुल्क शामिल है.

Brokerage Charges: महंगा हो सकता है शेयर ट्रेडिंग! नए सेटलमेंट प्रोसेस के लागू होने पर बोले Zerodha के फाउंडर

Brokerage Charges Update: Zerodha के फाउंडर नितिन कामथ का मानना है कि इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद ब्रोकरेज चार्जेज में बढ़ोतरी आ सकती है.

By: ABP Live | Updated at : 06 Oct 2022 07:58 PM (IST)

Edited By: manishkumar

Share Trading Charges May Go Up: 7 अक्टूबर, 2022 यानि शुक्रवार से नया अकाउंट सेटलमेंट प्रोसेस का नियम लागू होने जा रहा है जिसके तहत शेयर ब्रोकरों को इस्तेमाल नहीं किए फंड को कस्टमर्स के बैंक खाते में ट्रांसफर करना होगा. ऐसे में Zerodha के फाउंडर नितिन कामत का मानना है कि इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद ब्रोकरेज चार्जेज में बढ़ोतरी आ सकती है.

नितिन कामत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं महीने के पहले शुक्रवार को सभी ब्रोकरेज हाउसेज को इस्तेमाल नहीं किए जाने वाले फंड को कस्टमर्स के बैंक खाते में नए अकाउंट सेटलमेंट प्रोसेस के तहत ट्रांसफर करना होगा. कामत ने कहा कि ये रकम करीब 25,000 करोड़ रुपये के बराबर हो सकता है. उन्होंने कहा कि अगर जेरोधा अकाउंट बैलेंस शून्य हो जाए या फिर खाते में शनिवार को पैसे आ जाएं तो अब आप समझ गए होंगे ऐसा क्यों हुआ है.

Starting this October 7th, every first Friday of the month, all brokerages must transfer unused funds back to the customer's bank account as part of the new account settlement (AS) process. I guess it will be more than Rs 25,000 crores across the industry. 1/8

— Nithin Kamath (@Nithin0dha) October 6, 2022

News Reels

नितिन कामत के मुताबिक क्या ये जानने की कोशिश तो नहीं कि ब्रोकर क्लाइंट्स के कैपिटल का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा रेग्युलेशन पहली बार भारत में हो रहा है. कई देशों में ब्रोकर्स वर्किंग कैपिटल के लिए अनयूज्ड फंड्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन बारत में केवल कस्टमर के ट्रेडिंग या रेग्युलेटरी चार्ज के लिए ही इन फंड का इस्तेमाल किया जा सकता है.

So if your Zerodha account balance reduces or you receive funds in your bank this Saturday, you know why.

Until now, AS was spread across a quarter. The idea of doing this in one day, I guess, is another way to test if brokers are misusing client capital in any way. 2/8

— Nithin Kamath (@Nithin0dha) October 6, 2022

If I were to bet, I'd say there will be upward pressure on brokerage rates over the next few years due to all the regulatory changes. While these changes are good in terms of customer safety, they will lead to increased working capital requirements for the broking industry. 8/8

— Nithin Kamath (@Nithin0dha) October 6, 2022

नितिन कामत ने कहा कि अकाउंट सेटलमेंट कस्टमर की सुरक्षा के लिए अच्छा है. लेकिन ब्रोकरेज इंडस्ट्री के सामने एक दिन में इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर करने के साथ सोमवार को वर्किंग कैपिटल जरुरतों को पूरा करने की चुनौती होगी. इससे फ्लोट इनकम पर असर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि अमेरिका में जीरो ब्रोकरेज फईस होती है क्योंकि वे वर्किंग कैपिटल के लिए कस्टमर के फंड्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन भारत में इसकी अनुमति नहीं है. नितिन कामथ के मुताबिक इसके चलते ब्रोकरेज रेट्स में आने वाले वर्षों में बढ़ोतरी आ सकती है.

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Published at : 06 Oct 2022 07:56 PM (IST) Tags: Zerodha Nithin Kamath Stock Trading Stock Trading Brokerage Charges May Go Up Brokerage Charges हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है – What is DELIVERY TRADING?

हर एक निवेशक के लिए डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। डिलीवरी ट्रेडिंग निवेशकों के लिए एक ऐसी विधि मानी जाती है जो उनको एक ही दिन में शेयर खरीद कर जब चाहे बेचने का अवसर प्रदान करती है।

शुरुआत में जो निवेशक डिलीवरी में शेयर खरीदता है वह अपने खरीदे गए शेयर डीमैट अकाउंट में ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं ट्रांसफर करवाता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक अपनी मर्जी के अनुसार खरीदे हुए शेयरों को लंबे समय तक होल्ड करके अपने पास रख सकता है।

इस प्रक्रिया के लिए उसको किसी भी तरह की मनाही नहीं है। यह अक्सर देखा गया है की डिलीवरी ट्रेडिंग उन्हीं निवेशकों के लिए लाभदायक है जो लांग टर्म इन्वेस्टमेंट में विश्वास रखते हैं। डिलीवरी में निवेश करने के लिए निवेशक के पास पर्याप्त मात्रा में धनराशि होनी चाहिए।

डिलीवरी ट्रेडिंग में ट्रेडर को नुकसान ना के बराबर ही होता है। डिलीवरी ट्रेडिंग एक ऐसा स्रोत है पैसे कमाने का जिसमें की वारेन बुफेट और राकेश झुनझुनवाला जैसे बड़े व्यापारी इसमें अपने पैसे इन्वेस्ट करते हैं।

डिलीवरी ट्रेडिंग के कुछ महत्वपूर्ण नियम होते है:

  • निवेशक को डिलीवरी में शेयर खरीदने के लिए उस कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना बहुत जरूरी होता है।
  • डिलीवरी में खरीदे गए शेयरों को बेचने के लिए सही समय की प्रतीक्षा करें जल्दबाजी में आकर कोई भी निर्णय ना लें जिससे कि आपको हानि हो।
  • निवेशक को डिलीवरी ट्रेडिंग में शेयर अलग-अलग कंपनियों के खरीदने चाहिए जिससे कि उसको आगे जाकर फायदा हो। अच्छी तरह शेयर और अपने फंड को डायवर्सिफाई करने से नुकसान कम होता है।
  • निवेशक के लिए यह जरूरी है कि डिलीवरी ट्रेडिंग करने से पहले उसको उसकी अच्छी तरह से जानकारी ले लेनी चहिये ताकि ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं वह हर एक कदम सोच-समझकर उठाए।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग करने के लिए हर एक ट्रेडर के खाते में पर्याप्त मात्रा में धन होना चाहिए ताकि उसको अपने शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए कोई भी दिक्कत ना हो।
  • ट्रेडर को अपने टारगेट प्राइस और स्टॉप लॉस की वैल्यू सेट करके रखनी चाहिए।
  • चाहे आपने शेयर डिलीवरी में लिए हैं लेकिन आपके पास एक स्टॉप लॉस जरूर होना चाहिए और उस स्टॉपलॉस को हिट करते ही आपको जितना नुकसान हो उसी नुकसान में निकल जाना चाहिए। मार्केट के ऊपर जाने का इंतजार नहीं करना चाहिए।
  • निवेशक को अपने डिलीवरी ट्रेडिंग के अकाउंट को चलाने के लिए अपने शेयरों का पूरा मूल्य देना होता है।
  • डिलीवरी का कोई भी मार्जिन नहीं होता है जिस के कारण खरीदे गए शेयरों का मूल्य उसी समय चुकाना पड़ता है।

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करते है?

  • निवेशक को लंबे निवेश के लिए ही डिलीवरी ट्रेडिंग में हिस्सा लेना चाहिए। इसमें ट्रेडर किसी भी नियम से बंधा नहीं होता है। वह अपनी मर्जी से शेयर को खरीद और जब मर्जी बेच सकता। वह शेयर को 2 दिन या 1 साल बाद खरीद या बेच सकता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में अगर निवेशक पैसे कमाना चाहता है तो उसे सही समय का इंतजार करना चाहिए और इसके लिए उसको एक बहुत ही परफेक्ट प्लान की भी आवश्यकता होती है।
  • क्योंकि अगर ट्रेडर को डिलीवरी ट्रेडिंग में अच्छा पैसा नहीं मिलता है तो वह अपने अनुसार शेयरों को होल्ड करके रख सकता है। हर एक निवेशक के पास डिलीवरी ट्रेडिंग करने के लिए पर्याप्त मात्रा में धनराशि होनी चाहिए। अगर उसके पास पर्याप्त मात्रा में धनराशि नहीं है तो वह शेयर नहीं खरीद सकेगा।

डिलीवरी में ट्रेडिंग करने की फीस:

  • डिलीवरी में शेयर लेने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि ज्यादातर स्टॉक ब्रोकर डिलीवरी के लिए ब्रोकरेज फीस नहीं लेते है। जिसका मतलब है कि आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए किसी भी तरह की ब्रोकरेज नहीं देनी पड़ती है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में सबसे पहला शुल्क जीएसटी का लगता है और जीएसटी का शुल्क ब्रोकर के साथ ट्रांजैक्शन करते वक्त भी देना होता है।
  • डिलीवरी के लिए एसटीटी और सीटीटी का शुल्क भी लगता है।
  • ट्रांजैक्शन चार्जेस भी लगते हैं।
  • 1899 में भारत Stamp Act द्वारा स्टैंप ड्यूटी के नाम का शुल्क भी लगाया गया है।
  • डिलीवरी में आमतौर पर SEBI द्वारा भी शुल्क लगाया जाता है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक को ब्रोकर द्वारा एक मार्जिन भी दिया जाता है। जिसमें कि वह कम ब्याज दर पर शेयर खरीद सकता है। ब्रोकर निवेशक को इस तरह का मार्जिन बताता है जिसमें कि ब्याज दर बहुत ही कम होता है या फिर ना के बराबर ही होता है ताकि निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग में लंबे समय तक बना रहे।
  • नए निवेशकों को हमेशा मार्जिन ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए क्योंकि इसमें जोखिम होता है। उदाहरण के तौर पर चाहे आपको लाभ हो या हानि हो आपका स्टॉक ब्रोकर आपसे जो भी बनता ब्याज होगा वह जरूर लेगा।

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे

  • डिलीवरी ट्रेडिंग को सुरक्षित माना जाता है क्योंकि जैसे कि इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन में शेयर खरीदने और बेचने के लिए निवेशक बाध्य होता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है तभी इसमें जोखिम भी कम होता है।
  • शेयर डिलीवरी में लेने का एक और फायदा यह भी है कि इसमें निवेशक शेयरों को अपने पास सही समय आने तक रोक कर रख सकता है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक लंबे समय के लिए निवेश कर सकता है यह भी ट्रेडर के लिए एक फायदा ही साबित होता है।
  • जब हम डिलीवरी में ट्रेड करते हैं तो हमें मार्केट में आने वाली बुरी खबरें और अच्छी खबरें के प्रभाव से शेयर बाजार में आने वाली तेजी और मंदी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक जो भी शेयर खरीदता है। वह उसके बोनस का हकदार खुद होता है क्योंकि उसके द्वारा खरीदे गए शेयरों का मालिक वह खुद होता है और बोनस का फायदा भी वह सीधा खुद ही लेता है।
  • शेयर डिलीवरी में पैसा लगाने से आपको उस पैसे से अच्छा मुनाफा हो सकता है।
  • इसमें में आपके पास अच्छे शेयर होने से आप बैंक से बड़ी रकम का लोन भी ले सकते हैं।
  • निवेशक को डिलीवरी ट्रेडिंग में ब्रोकरेज नहीं देना पड़ता है।
  • आप हर तरह के शेयर की डिलीवरी डीमैट अकाउंट ले सकते हैं।

डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकसान

  • हर एक निवेशक को डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए एडवांस में पैसा देना होता है और इसके साथ ही अगर आपके पास उचित मात्रा में धन है तो ही आप डिलीवरी में स्टॉक का ट्रेड कर सकते हैं।
  • इसमें निवेशक को धैर्य रखकर लंबे समय का निवेश करना होता है।
  • इसमें स्टॉक मार्केट क्रैश का रिस्क भी बना रहता है।
  • लंबे समय तक निवेश करने से अच्छे रिटर्न आने की गारंटी नहीं होती है।

हम इस बात की आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा ऊपर दी गई जानकारी में डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है और उसमें कैसे निवेश करना चाहिए इसकी जानकारी अच्छे से मिल गई होगी। आपको इतनी जानकारी तो हो गई होगी की डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले आपको इसकी अच्छी तरह से रिसर्च करनी जरूरी है। और यह एक लॉन्ग टर्म प्रोसेस है और इसमें निवेश करने के लिए आपको धैर्य रखना आवश्यक होता है। इसमें आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन होना भी जरूरी है तभी आप डिलीवरी ट्रेनिंग में निवेश कर सकेंगे। इन बातों के साथ-साथ यह बात तय है कि डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको आगे जाकर बहुत ही मुनाफा और अपने आमदनी में वृद्धि देखने को मिलती है।

डिलीवरी में शेयर खरीदने का सबसे बड़ा कारण होता है कि हम अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी करना था। इसीलिए इसको लंबे समय में धन अर्जित करने की सबसे अच्छी विधि माना जाता है।

Groww ऐप में हर महीने या सालाना कितना चार्ज कटता है, अगर ट्रेडिंग करे या न करें?

नमस्कार दोस्त, आज के इस आर्टिकल में Gorww App के ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं चार्ज के बारे में जानेंगे की, Groww ऐप में हर महीने या सालाना कितना चार्ज कटता है, यदि हम ट्रेडिंग करे या न करें तो?

Groww App Charges

यदि आप भी Gorww App Charges In Hindi में जानना चाहते हैं तो आज आप सही जगह पर आए है।

तो सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दू की यदि आप यदि आपने Gorww App में अभी तक सिर्फ अकाउंट बनाया है तो उसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।

लेकिन यदि आप Groww App में अकाउंट बनाने के बाद कोई ट्रेडिंग करते है या इन्वेस्टमेंट करते है तो आपको चार्ज देना होगा।

Groww App ने खुद ही कहा है की, हम यूजर से तभी चार्ज लेते है जब यूजर बाजार से कोई खरीदी या बिक्री करता है। जो सबसे अच्छी बात है।

तो आइए अब आगे Gorww App के Charges के बारे में जानते है….

Groww App Cherges in Hindi ( ग्रो एप कितना चार्ज लेता है?)

दोस्तो जब भी आप शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग के लिए किसी ब्रोकर की मदद से जा रहे है तो वे आप से अलग अलग चार्ज लेते है। वैसे ही ऑनलाइन आज जितने भी ऐप है वो सभी इसी तरह काम करते है और आपसे चार्ज लेते है।

हरेक ब्रोकर आपसे 4 प्रकार के ब्रोकरेज फीस को लेता है, नीचे मैने ब्रोकरेज फीस के बारे में बताया है…

Groww App Account Opening Charges in Hindi

दोस्तो शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के लिए हमे ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। आप ट्रेडिंग अकाउंट को किसी ब्रोकर के पास खोल सकते है। मार्केट में दूसरे जो ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं ऐप है या यू कहे की ब्रोकर है वे अकाउंट ओपनिंग का चार्ज लेते है। कई सारे ब्रोकर अकाउंट ओपनिंग के लिए ₹0-₹500 का चार्ज लेते है। लेकिन यदि आप अपना ट्रेडिंग अकाउंट ग्रो ऐप में ओपन करवाते है तो उसके लिए आपको कोई चार्ज देने की जरूरत नही है। क्योंकि अकाउंट ओपनिंग के लिए groww app कोई चार्ज नहीं लेता है।

Groww App AMC(Annual Maintenance Charge) Charge in Hindi (एनुअल मेंटेनेंस ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं चार्ज)

AMC यानी की Annual Maintenance Charge, आपने ब्रोकर के पास अकाउंट बनाया है तो आपको यह Annual Maintenance Charge देना होता है। कई सारे ब्रोकर है जो ₹300-₹1000 का हर साल या तिहाई को देना होता है। लेकिन Groww App अपने यूजर इन्वेस्टर से AMC(Annual Maintenance Charge) नही लेता है।

ये भी जरूर पढ़े:

Grow App Brokerage Charges के बारे में

दोस्तो जब भी कोई यूजर शेयर खरीदता है या बेचता है तो उस समय पर हरेक ब्रोकरेज एक चार्ज वसूल करता है जिसे Brokerage Charges कहा जाता है। ज्यादातर सभी ब्रोकर इसी चार्ज की वजह से कमाई करते है। जब भी हम कोई शेयर बाजार से खरीदते है या बेचते है तो हमे चार्ज देना होता है। Groww App में आपको हरेक buying या selling पर आपको ₹20 या 0.05% में से जो कम होगा उस चार्ज को देना होता है।

Groww App Brokerage Charges Overview

Account Opening Charge: ₹0

AMC Charge: ₹0

Brokrage Charge: 0.05% or ₹20, (जो सबसे कम होगा)

D.P Charge: ₹13.50+18%GST = ₹15.93

आज आपने क्या जाना: Gorww App Charges Details In Hindi

दोस्तो आज के इस आर्टिकल में आपने Groww App Charges Details In Hindi में जाना की, Groww ऐप में हर महीने या सालाना कितना चार्ज कटता है, अगर ट्रेडिंग करे या न करें?

मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगी होगी, यदि आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे और उन सभी लोगो के साथ यह आर्टिकल शेयर करे जो शेयर मार्केट में इंटरेस्टेड है।

How to Open Upstox Demat Account? (Upstox में डीमेट अकाउंट कैसे खोले?)

upstox login

For Intraday, F&O, Currencies & Commodities – ₹20 Per Order.

Equity Segments on NSE & BSE – ₹0 (Free)

Note:- [अगर मोटी सी बात बोले तो Upstox में Demat Account खोलने में मात्र ₹300 का खर्च आता हैं।]

3 Upstox Account Opening Process

  1. आपको सबसे पहले Upstox की वैबसाइट पर जाना हैं ।
  2. इसके बाद आपको Email ID और Mobile Number डालकर Send OTP पर क्लिक करना हैं ।
  3. फिर OTP प्राप्त होगा अब उस OTP को Enter करके Sign Up पर क्लिक करे।
  • अगले स्टेप में आपको PAN Card Number और Date of Birth की जानकारी दर्ज करके Next पर क्लिक करना हैं ।
  • इसके बाद आपको एक फॉर्म दिखाई देगा जिसमे आपको Basic Details भरनी होगी ।
  • सारी डिटेल्स भरने के बाद आपको T&C के कॉलम पर टिक करना हैं फिर Next पर क्लिक कर देना हैं।
  • इसके बाद अगले स्टेप में आपको Trading Preference को सिलैक्ट करना होगा ।
  • अगर आप Intraday Trading करना चाहते हैं तो आपको तीनों बॉक्स में टिक करना हैं, नहीं तो केवल Equity पर टिक करके आगे के प्रोसैस को फॉलो करे।
  • अब आपको प्लान सेलेक्ट करना हैं, आप Priority या Basic Plan के साथ जा सकते हैं। प्लान सेलेक्ट करने के बाद Next पर क्लिक कर दे ।
फिर आपको अपनी बैंकिंग डिटेल्स देनी हैं, और Next पर क्लिक कर देना हैं ।
  • Next Page में आपको अपना Signature और Income Proof सबमिट करना होगा ।
  • Signature Upload करने के लिए आपको एक Full White Paper पर सिग्नेचर करके उसकी फोटो स्कैन करके अपलोड करना होगा ।
  • इनकम प्रूफ विकल्प में होता हैं चाहे डाले या ऐसे ही छोड़ दे।
अब आपको Next step में Digilocker से अपने आधार को कनैक्ट करना हैं उसके प्रोसैस पर नज़र डाल ले –
  • सबसे पहले आपको Connect Your DigiLocket With Upstox पर क्लिक करना होगा ।
  • फिर आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा।
  • अब आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर OTP आयेगा फिर उसको दर्ज करके Continue पर क्लिक करे।
  • सबसे आखिरी में Allow पर क्लिक करके Continue पर क्लिक कर देना हैं ।
  • इसके बाद अपनी फोटो और लोकेशन शेयर करना हैं और Next पर क्लिक कर देना हैं ।
  • फिर आपको Email Id को OTP द्वारा Verify करना हैं ।
  • इसके बाद Next में यदि Offer Available हुआ तो वहाँ आपको Free Demat Account Open करने का मौका मिल जाएगा अगर नहीं ब्रोकरेज चार्जेज क्या होते हैं शो करता तो आपको कुछ Fees Pay करनी होगी ।
  • अब आपसे पूछा जाएगा कि आपका Aadhar Card आपके मोबाइल नंबर से लिंक हैं कि नहीं-
  • यदि आपका मोबाइल नंबर रैजिस्टर्ड हैं तो काम ऑनलाइन हो जाएगा और अगर नहीं हैं तो No पर क्लिक करे और फॉर्म डाउनलोड करके Upstox Address पर भेजना पड़ेगा।
  • इसके बाद आपको E-Sign करके OTP Verify करना होगा।
  • अब आप NSDL की वैबसाइट पर Redirect हो जाएंगे, जहां आपको आधार नंबर दर्ज करना हैं, और Send OTP पर क्लिक करना हैं-
  • इसके बाद आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP को दर्ज करे और Verify OTP पर क्लिक करे ।
  • अन्त में Click Here to Download पर क्लिक करे ।
  • इसके बाद आपके एप्लिकेशन स्टेटस की जानकारी आपके सामने होगी इसमे आपको बता दिया जाएगा कि आपकी एप्लिकेशन सबमिट हुई हैं कि नहीं फिर आपके एप्लिकेशन का Review किया जाएगा यदि आपके सारे डॉक्युमेंट्स सही पाये गए तो 48 घंटे में Approve कर दिया जाएगा ।
  • यदि कोई समस्या होगी तो Upstox की तरफ से कॉल आयेगा ।

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हम आशा करते हैं कि आप इस लेख की मदद से बहुत ही आसानी से Upstox में Demat Account खोल सकते हैं, यदि आपके कोई निजी सवाल या सुझाव हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं । धन्यवाद !

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