बाजार साधन

इसे सुनेंरोकेंबाजार की विशेषताएं या आवश्यक तत्व (bazar ki visheshta) इस प्रकार इसका क्षेत्र स्थान विशेष तक सीमित न होकर विस्तृत होता है। इसका क्षेत्र अन्तर्राष्ट्रीय भी हो सकता है। मांग और पूर्ति के बिना किसी वस्तु के बाजार की कल्पना ही नही जा सकती है। वस्तु के क्रेता तथा विक्रेता दोनों की उपस्थिति ही बाजार बनाती है।
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Issue Date | Title | Contributor(s) |
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2020 | खंड -2 साधन बाजार | निजामी, नौसीन; प्रसाद, नारायण; बागला, बी. एस.; बाजार साधन चौहान, श्याम सुन्दर सिंह |
- | इकाई - 7 बाजार साधन भूमि बाजार | निजामी, नौसीन; चौहान, श्याम सुन्दर सिंह |
- | इकाई - 6 श्रम बाजार | निजामी, नौसीन; चौहान, श्याम सुन्दर सिंह |
- | इकाई - 5 साधन बाजार : साधन कीमत निर्धारण | निजामी, बाजार साधन नौसीन; चौहान, श्याम सुन्दर सिंह |
साधन बाजार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबाज़ार ऐसी जगह को कहते हैं जहाँ पर किसी भी चीज़ का व्यापार होता है। बाज़ार में कई बेचने वाले एक जगह पर होतें हैं ताकि जो उन चीज़ों को खरीदना चाहें वे उन्हें आसानी से ढूँढ सकें। बाजार जहां पर वस्तुओं और सेवाओं का क्रय व विक्रय होता है उसे बाजार कहते हैं .
इसे सुनेंरोकेंADVERTISEMENTS: पूर्ण प्रतियोगी बाजार में क्रेताओं को विक्रेताओं के बारे में तथा विक्रेताओं को क्रेताओं के बारे में पूर्ण ज्ञान होता है । इस प्रकार कोई भी क्रेता वस्तु की प्रचलित कीमत से अधिक कीमत देकर वस्तु नहीं खरीदेगा और उसे वस्तु के गुण, आकार, रंग आदि सभी के बारे में पूर्ण ज्ञान है ।
बाजार से आप क्या समझते हैं इसकी विशेषताओं की विवेचना कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंBazar ka arth paribhasha visheshtaye;सामान्य अर्थ मे “बाजार” शब्द से तात्पर्य एक ऐसे स्थान या केन्द्र से होता है, जहां पर वस्तु के क्रेता और विक्रेता भौतिक रूप से उपस्थित होकर क्रय-विक्रय का कार्य करते है। उदाहरण के लिए शहरों मे स्थापित व्यापारिक केन्द्र जैसे कपड़ा बाजार बाजार साधन या गाँव मे लगने वाले हाट।
अर्थशास्त्र विज्ञान क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपरिभाषा अर्थशास्त्र एक विज्ञान है, जो मानव व्यवहार का अध्ययन उसकी आवश्यकताओं(इच्छाओं) एवं उपलब्ध संसाधनों के वैकल्पिक प्रयोग के मध्य संबंध का अध्ययन करता है। अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता बाजार साधन है।
इसे सुनेंरोकेंप्रत्येक वस्तु और सेवा के बहुत से उत्पादक बाजार में वस्तु की आपूर्ति कर रहे बाजार साधन होते हैं। इस कारण कोई फर्म सामान्य से अधिक लाभ नहीं कमा पाती। पूंजीवाद मूलतः बाजार आधारित व्यवस्था है जिसमें प्रत्येक वस्तु की एक कीमत होती है। उद्योगों में मांग और आपूर्ति की शक्तियां ही कीमत का निर्धारण करती हैं।
इसे सुनेंरोकेंमुद्रा बाजार एक ऐसा सेंटर है जहाँ अल्प कालीन स्वभाव की मौद्रिक संपत्तियों या प्रतिभूतियों (सामान्यतः एक वर्ष से कम अवधि की) का व्यापार होता है, जबकि वित्त बाजार, मध्यम और दीर्घकालीन फण्ड का बाजार है जहाँ लम्बी अवधि के लिए बचत बिकती है।
भारत में मुद्रा और वित्त बाजार के साधन
मुद्रा बाजार एक ऐसा सेंटर है जहाँ अल्प कालीन स्वभाव की मौद्रिक संपत्तियों या प्रतिभूतियों (सामान्यतः एक वर्ष से कम अवधि की) का व्यापार बाजार साधन होता है, जबकि वित्त बाजार, मध्यम और दीर्घकालीन फण्ड का बाजार है जहाँ लम्बी अवधि के लिए बचत बिकती है।
मुद्रा बाजार एक ऐसा सेंटर है जहाँ अल्प कालीन स्वभाव की मौद्रिक संपत्तियों या प्रतिभूतियों (सामान्यतः एक वर्ष से कम अवधि की) का व्यापार होता है, जबकि वित्त बाजार, मध्यम और दीर्घकालीन फण्ड का बाजार है जहाँ लम्बी अवधि के लिए बचत बिकती है। मुद्रा बाजार में ट्रेज़री बिल, वाणिज्यिक पत्र/पेपर और बैंकरों की स्वीकृतियां आदि खरीदे और बेचे जाते हैं।
मुद्रा बाजार साधन (Money Market Instruments): मुद्रा बाजार अल्पकालीन पैसे के लिए एक बाजार है और बाजार साधन वित्तीय परिसंपत्तिया पैसे की सबसे नजदीकी विकल्प होती हैं। लघु अवधि शब्द का आमतौर पर एक 1 वर्ष से अधिक की अवधि के लिए प्रयोग किया जाता है ।
4. Certificate of Deposit:
Certificates of deposit are short term instruments issued by commercial banks and financial institutions to the individuals, corporations and companies. They are unsecured and negotiable. Such बाजार साधन instruments are usually issued by banks when they have a tight liquidity position because of slow growth of bank deposits but the demand for credit is high.
Commercial bill is a bill of exchange used to finance the credit sales of firms. It is a short term, negotiable and self liquidity instrument. In case of goods sold on credit, the buyer is liable to make the payment on a specific date in future.
The seller could either wait till the maturity date or can draw a bill of exchange. When this bill is accepted by the buyer it becomes a marketable instrument and is called बाजार साधन a trade bill. If the seller wants the funds before the maturity date, he can get the bill discounted from the bank. When a commercial bank accepts a trade bill it becomes a commercial bill.
बाजार साधन
Q. Which of the following is/are part of the Organised Indian Money Market?
Select the correct answer using the codes given below:
Q. निम्नलिखित में से कौन सा/से संगठित भारतीय मुद्रा बाजार का हिस्सा है/हैं? निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चुनाव कीजिए: