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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Binance-FTX Deal : Bitcoin सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी में आई 16% तक की गिरावट, क्या है मुद्दा?

Binance FTX Deal : बिटकॉइन, इथेरियम, पॉलीगोन सहित ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसीज में भारी बिकवाली के चलते पिछले 24 घंटों के दौरान 16 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली है

बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (crypto exchange FTX) के फाइनेंशियल क्राइसिस में फंसने के बाद क्रिप्टो में गिरावट देखने को मिल रही है

Cryptocurrencies : बिटकॉइन, इथेरियम, पॉलीगोन सहित ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसीज में भारी बिकवाली के चलते पिछले 24 घंटों के दौरान 16 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली है। एक बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (crypto exchange FTX) के फाइनेंशियल क्राइसिस में फंसने के बाद क्रिप्टो में गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, बाइनेंस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं – एफटीएक्स डील रद्द होने से संकट और भी बढ़ गया है।

क्या है मुद्दा?

खबरों के मुताबिक, हाल में बाइनेंस के सीईओ चैंगपेंग झाओ और एफटीएक्स के फाउंडर-सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड ने सौदे का ऐलान किया। इसके अलावा बैंकमैन फ्रायड ने यह भी ऐलान किया कि बाइनेंस एफटीएक्स के अमेरिका से बाहर के कारोबार को खरीदेगी, लेकिन यह सौदे कितने में है, इसका खुलासा नहीं हुआ। इस ऐलान के बाद एफटीएक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की नेटिव टोकन (FTT) के भाव 24 घंटे में 76.4 फीसदी टूट क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं गए।

Cryptocurrency एक्सचेंज कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई, DGGI ने मारे छापे, टैक्स चोरी का अंदेशा

Raid On Cryptocurrency Service Providers : देश की कुछ बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) ने बड़ी कार्रवाई की है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि टैक्स चोरी के अंदेशे को लेकर महानिदेशालय ने शनिवार को इन कंपनियों के दफ्तरों और परिसरों पर छापे मारे हैं.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई

राहुल श्रीवास्तव

  • नई दिल्ली,
  • 01 जनवरी 2022,
  • (अपडेटेड 01 जनवरी 2022, 4:23 PM IST)
  • WazirX के दफ्तरों पर पड़ा छापा
  • कंपनियों के आधा दर्जन ऑफिस पर तलाशी
  • देश में जल्द रेग्यूलेट होगा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट

देश की कुछ बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) ने बड़ी कार्रवाई की है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि टैक्स चोरी के अंदेशे को लेकर महानिदेशालय ने शनिवार को इन कंपनियों के दफ्तरों और परिसरों पर छापे मारे हैं.

WazirX के दफ्तरों पर पड़ा छापा
माल एवं सेवाकर आसूचना महानिदेशालय (DGGI) ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सर्विस प्रोवाइडर कंपनी WazirX के परिसरों पर भी छापे मारे हैं. हाल में बड़े स्तर पर टैक्स चोरी को लेकर कंपनी पर 49.20 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.

जीएसटी विभाग की मुंबई टीम (CGST Mumbai) जब WazirX की कारोबारी गतिविधियों की जांच कर रही थी, तब उसने 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी थी. जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा था कि जुर्माना और ब्याज के रूप में उसने कंपनी से कुल 49.20 करोड़ रुपये की वसूली की है.

देश में रेग्युलेट होगा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट
क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स (Cryptocurrency Service Providers) पर डीजीजीआई ने इतनी बड़ी कार्रवाई भारत सरकार के देश में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को रेग्युलेट करने का निर्णय करने के कुछ महीने के भीतर की है. अभी देश में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट विनियमों के दायरे से बाहर है. सरकार ने इसके रेग्युलेशन के लिए एक बिल तैयार किया है. हाल के वर्षों में इस लोगों विशेषकर युवाओं का रुझान क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर बढ़ा है.

आधा दर्जन ऑफिसों पर छापा
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि DGGI क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं ने क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों के करीब आधा दर्जन दफ्तरों पर छापे मारे हैं. जांच एजेंसी ने बड़े पैमाने पर जीएसटी (GST) क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं की चोरी पकड़ी है. सूत्रों का मानना है कि यटैक्स की ये कथित चोरी करीब 70 करोड़ रुपये तक की हो सकती है.

ये सर्विस प्रोवाइडर्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म की सुविधा देते हैं. जहां ट्रेडर्स, मर्चेंट और आम लोग Bitcoin, Ethereum, Ripple जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी जैसे अन्य डिजिटल एसेट में ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बनी एक सुरक्षित क्रिप्टोग्राफी होती है, जो असल में एक काफी जटिल सॉफ्टवेयर कोडिंग होती है.

चल रही इन कंपनियों की भी जांच
DGGI इस समय CoinSwitch Kuber, CoinDCX, BuyUCoin और UnoCoin जैसे ब्रांड नाम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) चलाने वाली कंपनियों की जांच कर रही है.

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

एक्सचेंज फीस

  • क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
  • फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.

नेटवर्क फीस

  • क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं होता है तो फीस बढ़ जाती है.
  • आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.

वॉलेट फीस

  • क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
  • क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
    (Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
    (स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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FTX Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज FTX दिवालिया कार्यवाही के लिए तैयार, CEO सैम बैंकमैन-फ्रायड ने दिया इस्तीफा

FTX Crypto Exchange: दुनिया की तीसरे सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत अमेरिका में आवदेन कर दिया है और इसके सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड ने भी रिजाइन कर दिया है.

By: ABP Live | Updated at : 12 Nov 2022 12:28 PM (IST)

FTX Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड (CEO Sam Bankman-Fried) ने अचानक अपने पद से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं इस्तीफा दे दिया है. FTX ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण के लिए आवेदन किया है. वित्तीय संकट में फंसे इस क्रिप्टो-एक्सचेंज ने शुक्रवार 11 नवंबर को एक बयान में यह जानकारी दी है.

24 घंटे में हो चली गई संपत्ति
सैम बैंकमैन-फ्रायड को नेटवर्थ में 24 घंटे में लगभग 94 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है. उनकी संपत्ति घट कर 991.5 मिलियन डॉलर रह गई, जबकि वह 15.2 अरब डॉलर के मालिक थे. ब्‍लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी अरबपति (Billionaire) की संपत्ति में 1 दिन में आने वाली यह सबसे बड़ी गिरावट है.

इतना देना होगा पैसा
FTX इस सप्ताह की शुरुआत में अरबों डॉलर के फंड की कमी के चलते अचानक धाराशायी हो गया था. यह एक्सचेंज धराशायी तब हुआ, जब बाइनेंस (Binance) इस सप्ताह की शुरुआत में इसे खरीदने की प्रस्तावित डील से पीछे हट गई और निवेशकों से 9.4 अरब डॉलर की रकम जुटा पाने में नाकाम रहा. कंपनी का कहना है कि बैंकमैन-फ्रायड की ट्रेडिंग फर्म Alameda Research के लिए भी दिवालिया कानून के तहत संरक्षण की मांग की गई है. FTX की वित्तीय समस्या के पीछे इस ट्रेडिंग फर्म का भी हाथ है और इसे FTX को करीब 10 अरब डॉलर चुकाने हैं.

वॉरेन बफे से करते थे तुलना
आपको बता दे कि FTX कंपनी के फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्राइड को 'क्रिप्टो-अरबपति' और 'क्रिप्टो की दुनिया का सबसे दिग्गज निवेशक माना जाता था. कई बार फ्रायड की तुलना शेयर बाजार के दिग्गज निवेश वॉरेन बफे (Warren Buffett) से भी की जाती थी, लेकिन अचानक उनके दिन बदल गए.

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क्या है क्रिप्टो-फर्मों का भविष्य
इसके अलावा इसने BlockFi और दिवालिया हो चुकी क्रिप्टो लेंडर Voyager Digital जैसी छोटी कंपनियों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. इसमें TerraUSD नाम की क्रिप्टोकरेंसी के क्रैश होने के बाद FTX से राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किए थे.

मामले की जांच शुरू
अब इस मामले की जांच में अमेरिका का जस्टिस डिपार्टमेंट और सिक्योरिटी एक्सचेंज लगा गया हैं. पता लगाया जा रहा है कि क्या कंपनी ने बैंकमैन फ्राइड के हेज फंड में दांव लगाने के लिए ग्राहकों की जमा राशि का इस्तेमाल किया था. रेगुलेटर्स इस तरह के किसी उल्लंघन पर संबंधित व्यक्ति को जुर्माना और जेल की सजा सुना सकते हैं.

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Published at : 12 Nov 2022 12:27 PM (IST) Tags: Cryptocurrency billionaires binance FTX Sam Bankman Fried Changpeng Zhao हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Crypto Market News: इस क्रिप्टो एक्सचेंज ने फिर से शुरू की Withdrawal व अन्य सर्विसेज, जानिए डिटेल्स

Crypto Market News: एक्सचेंज ने Withdrawals के साथ-साथ P2P को भी पूरी तरह लाइव कर दिया गया है. अब यूजर्स आसानी से रुपये निकाल सकते हैं और डिपॉजिट कर सकते हैं.

crypto

कंपनी ने साथ ही कहा है कि दुनिया की कुछ सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने भी बाजार के तनाव भरे हालात को देखते हुए डिपॉजिट और विड्रॉल से जुड़ी सर्विसेज रोक दी हैं. उसने कहा है कि 2011 की दूसरी तिमाही के बाद Bitcoin का तिमाही प्रदर्शन सबसे बुरा रहा है.

जानिए इससे जुड़ी अहम बातें

राठौड़ ने कहा, "क्रिप्टो मार्केट में बहुत अधिक उथल-पुथल की वजह से प्रमुख ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने रुपये के विड्रॉल और डिपॉजिट की सेवाएं रोक दी हैं. कानून में स्पष्टता का अभाव भी एक ऐसा पहलू है जिसकी वजह से क्रिप्टो इंडस्ट्री में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. सरकार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं द्वारा जवाबदेही बढ़ाए जाने की वजह से भी प्लेटफॉर्म को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. सरकार द्वारा तय गाइडलाइंस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं के अनुपालन के साथ प्लेटफॉर्म अब जरूरी रेग्युलेशन और प्रोटोकॉल के साथ सहजता से काम कर रहा है."

कंपनी ने साथ ही कहा है कि एक्सचेंज अपने तरह का पहला एनएफटी मार्केटप्लेस भी लॉन्च करेगा. इससे डिजिटल आर्टिस्ट्स और क्रिएटर्स को मदद मिलेगी.

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