इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य

बिरानी ने कहा, 'इन्वेस्टमेंट करने के सबसे अच्छे रास्तों में से एक पर इन्वेस्टर को विचार करना चाहिए कि ELSS प्सान्स में उसको प्रवाइड किया गया रिस्क प्रोफ़ाइल प्लान, इन्वेस्ट से जुड़े रिस्क से मैच करता हो।' ELSS तथा बैंक फ़िक्सड डिपॉज़िट्स की तुलना करने पर पीपीएफ में 7 साल का लॉक-इन ज्यादा प्रभावी दिखाई देता है। इंश्योरेंस में, टैक्स में छूट के लिए टर्म प्लान के अलावा अधिकतर प्रॉडक्ट्स खरीदने वाले व्यक्ति को कम से कम तीन या पांच साल के लिए प्रीमियम का भुगतान करना आवश्यक होता है। ऐसा न करने पर वह पूरा प्रीमियम खो देते हैं और उन्हें पिछले सालों के पेमेंट्स से कुछ भी वापस नहीं मिलता।
What is an Investment Portfolio and What are its types
Portfolio – यह विभिन्न प्रकार की वित्तीय संपत्तियों का एक संग्रह है जो आपके वित्तीय उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने की प्रत्याशा में बनाया जाता है। (वीत्तीय संपत्ति – Mutual Funds, Equity Funds, Government bonds, Debt Funds, गोल्ड आदि।) पोर्टफोलियो में सभी प्रकार के फंड्स हो सकते है, जिससे आपके जोखिम कम हो जाते है और आप अधिक Return प्राप्त कर सकते है। अपने लिए सही पोर्टफोलियो प्रकार चुनने से पहले आपके वित्तीय लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता जैसे कई कारकों पर विचार करना चाहिए।
इन्वेस्टमेंट में पैसे से पैसा बनाना हो तो आपके पास एक सही Investment Portfolio होना बहुत जरुरी हैं। इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो की संरचना कई कारकों पर निर्भर होती है। जोखिम और निवेश क्षितिज के लिए निवेशक की सहनशीलता सबसे महत्वपूर्ण हैं। क्या निवेशक बच्चों के साथ एक युवा पेशेवर है, एक परिपक्व व्यक्ति जो सेवानिवृत्ति की प्रतीक्षा कर रहा है, या एक सेवानिवृत्त व्यक्ति एक विश्वसनीय आय पूरक की तलाश में है?
Types of portfolio investment
Investors के लिए कई प्रकार के निवेश पोर्टफोलियो उपलब्ध हैं, पोर्टफोलियो बनाने के पीछे का कारण आपके निवेश के इरादे और जोखिम उठाने की क्षमता से मेल खाना है। यहां लोकप्रिय पोर्टफोलियो प्रकारों की सूची दी गई है। हालांकि, याद रखें कि एक पोर्टफोलियो प्रकार आपकी सभी इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य वित्तीय जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है।
The Aggressive Portfolio
Aggressive पोर्टफोलियो, aggressive होता है क्योंकि इसका उद्देश्य उच्च रिटर्न प्राप्त करना होता है और अक्सर इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उच्च जोखिम उठाता है। आम तौर पर, इस पोर्टफोलियो में कई उच्च बीटा स्टॉक शामिल होते हैं। ये शेयर समग्र बाजार की तुलना में अधिक उतार-चढ़ाव दिखाते हैं। उदाहरण के लिए, 1.5 या 2.0 से अधिक उच्च बीटा वाले स्टॉक को लें। इस तरह के शेयर बाजार की पारी के रूप में लगभग दो बार उच्च या निम्न स्थानांतरित होंगे, जिसका अर्थ है कि आप अपने लाभ या हानि को दोगुना कर सकते हैं।
घर खरीदने का प्लान
यदि आपने 2020 में अपना पहला इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य घर खरीदने का प्लान बनाया था तो मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता के कारण आपके प्रोजेक्ट को पूरा होने में देर इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य हो सकती है या इस समय एक लॉन्ग-टर्म लोन लेने पर अब आपको उतना भरोसा नहीं होगा। अच्छी बात यह है कि प्रॉपर्टी की कीमत कम हो सकती है क्योंकि कई डेवलपर्स या घर-खरीदार जल्दी से अपनी प्रॉपर्टी बेचने के लिए बेचैन हो सकते हैं। इसके अलावा, हाल ही में RBI द्वारा रेपो रेट में कई बार कटौती करने के बाद होम लोन रेट्स काफी कम हो गए हैं जिससे कुछ समय के लिए EMI कम हो जाएगी। इस समय आपको सबसे पहले अपने फाइनेंस और अपनी जरूरतों पर गौर करना चाहिए और अपने प्लान में जरूरी बदलाव करने चाहिए। जैसे, आप बेहतर डील्स पाने के लिए अपनी प्रॉपर्टी खरीदने के प्लान को कुछ महीने के लिए टाल सकते हैं। आप अपने लोन का बोझ और खर्च कम करने के लिए किसी छोटे और सस्ते मकान में शिफ्ट हो सकते हैं। इस तरह आप प्रधानमंत्री आवास योजना स्कीम के माध्यम से अपने लोन पर अपफ्रंट इंटरेस्ट सब्सिडी पा सकते हैं, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80EEA के तहत एक्स्ट्रा टैक्स डिडक्शन बेनिफिट पा सकते हैं (यदि आपकी प्रॉपर्टी का वैल्यू 45 लाख रुपए से कम है), और स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज में काफी पैसे बचा सकते हैं।
FD सहित अन्य इन्वेस्टमेंट प्लान्स
FD, हमारे देश में सबसे लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट है, ख़ास तौर पर रिस्क-परहेजी इन्वेस्टर्स के लिए जैसे सीनियर सिटिज़न्स या अपने सबसे महत्वपूर्ण फाइनेंसियल लक्ष्यों के लिए FD का इस्तेमाल करने वाले लोग। इसीलिए हाल ही में FD रेट्स में हुई गिरावट के कारण कई इन्वेस्टर्स परेशान होंगे। फिर भी FD बेहद कम रिस्की प्रोडक्ट है जो ऐसे अनिश्चित समय में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है जहाँ पैसे को इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य सुरक्षित रखना, पैसे बढ़ने जितना महत्वपूर्ण हो गया है। इसलिए, रिस्क-परहेजी इन्वेस्टर्स, लैडरिंग टेकनीक के माध्यम से एक से अधिक FD में इन्वेस्ट कर सकते हैं ताकि भविष्य में FD रेट्स बढ़ने पर ज्यादा इंटरेस्ट मिल सके। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए, उन्हें प्रत्येक बैंक में अधिक-से-अधिक 5 लाख रु. का FD ही करना चाहिए क्योंकि बैंक के दिवालिया होने पर DICGC इतना ही इंश्योरेंस देता है। वे अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में हाई क्रेडिट रेटिंग (सॉवरेन, AAA, या इसी के समान) वाले कंपनी FD को भी शामिल कर सकते हैं जहाँ थोड़ा ज्यादा रिस्क के साथ ज्यादा इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य रिटर्न मिल सकता है। रिटर्न की उम्मीद, रिस्क क्षमता, और पैसे की जरूरत को ध्यान में रखते हुए SIP के इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य माध्यम से टॉप-रेटेड म्यूच्यूअल फंड्स, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स, और स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स में भी इन्वेस्ट किया जा सकता है। समझ न आने पर एक सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की मदद लें।
कार खरीदने का प्लान
यदि कोविड-19 संकट के परिणामस्वरूप आर्थिक मंदी के कारण कार खरीदने के प्लान में रुकावट पैदा हो गई है तो आप अपने फाइनेंस के अनुसार सस्ते विकल्प ढूंढ सकते हैं। आप एक सेकंड-हैंड कार, एक नई लेकिन सस्ती कार, या अपनी चुनिन्दा कार का बेस मॉडल भी ले सकते हैं। यदि व्यावहारिक हो तो आप कुछ कैश बचाकर रखने के लिए कम डाउन पेमेंट करके थोड़ा बड़ा लोन भी ले सकते हैं। लेकिन, बेस्ट कार लोन इंटरेस्ट रेट्स और कम प्रोसेसिंग फीस और प्रीपेमेंट पेनाल्टी के लिए दो-चार दुकान घूम लें। यदि आपको पैसे की तंगी हो रही है तो आप अपने कार खरीदने के प्लान को अपना फाइनेंसियल कंडीशन ठीक होने तक टाल भी सकते हैं। ऐसे मुश्किल समय में कैश बचाकर रखना बहुत जरूरी है ताकि जरूरी फाइनेंसियल कमिटमेंट्स पूरा करने में रुकावट न हो। इसके लिए आप अपने शॉर्ट और लॉन्ग-टर्म फाइनेंसियल लक्ष्यों में से कम महत्वपूर्ण लक्ष्यों से जुड़े इन्वेस्टमेंट्स को कुछ समय के लिए बंद भी इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य कर सकते हैं।
Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की 9 शानदार स्कीम, जानिए- किस स्कीम में कितने दिनों में दोगुना हो जाएगा पैसा?
Updated: August 30, 2021 10:41 AM IST
Post Office Scheme: चाहे आप नौकरी करें या अपना व्यवसाय या खेती आदि करें… बचत और निवेश करना महत्वपूर्ण है. सुरक्षित निवेश की बात करें तो डाकघर की योजनाओं को बेहतर माना जाता है. डाकघर में आपकी बचत, जरूरत और उद्देश्य के अनुसार कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं.
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पोस्ट ऑफिस में निवेश की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें सुरक्षा के साथ-साथ रिटर्न की भी गारंटी होती है. यहां कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं, जिनमें से हम आपको 9 प्रमुख योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, किस योजना में आपका पैसा कितने दिनों में दोगुना हो जाएगा.
यह पता लगाने के लिए, आपको बस एक यूनिवर्सल फॉर्मूला ढूंढना है, इसे फॉर्मूला 72 कहते हैं. इस फॉर्मूले के तहत आपको योजना की ब्याज दर से 72 को विभाजित करना होगा, यानी 72 को ब्याज दर से विभाजित करना होगा. उसके बाद रिजल्ट आ जाएगा कि किस साल साल आपका पैसा दोगुना हो जाएगा. आइए, इस फॉर्मूले के आधार पर जानें उन 9 प्रमुख योजनाओं के बारे में…
1. डाकघर समय जमा
इस योजना में डाकघर 1 से 3 साल की सावधि जमा पर 5.5 प्रतिशत ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. इस ब्याज दर से 72 को विभाजित करें और परिणाम 13.09 है. यानी अगर कोई इस स्कीम में पैसा लगाता है तो करीब 13 साल बाद उसका पैसा दोगुना हो जाएगा. वहीं, पोस्ट ऑफिस 5 साल की सावधि जमा पर 6.7 फीसदी ब्याज दर दे रहा है. ऐसे में आपका पैसा 10.74 यानी करीब 11 साल (10 साल 9 महीने) में दोगुना हो जाएगा.
टैक्स प्लानिंग करते समय इन गलतियों से बचें
म्यूचुअल फंड हाउसेज की इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स (ELSS), पब्लिक प्रविडेंट फंड, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज्, पेंशन प्लान्स, राजीव गांधी इक्विटी सेविंग स्कीम (RGESS) जैसे लोकप्रिय इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स में से चुनाव करके आप बैंक में फिक्स्ड डिपॉज़िट कर सकते हैं। TBNG कैपिटल अडवाइज़र्स के फ़ाउंडर और सीईओ तरुण बिरानी के मुताबिक एक सर्वे से पता चला है कि कुल घरेलू बचत का 56% पैसा टैक्स इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम्स में जमा है जहां वह कम से कम 5 सालों से जमा है।
बिरानी ने कहा, 'इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य हालांकि हर साल इन्वेस्टर द्वारा कमाए गए कुल इंट्रेस्ट की इनकम पर लगने वाले टैक्स के रेट के बाद फ़िक्स्ड डिपॉज़िट्स अत्यधिक टैक्स-इनएफ़िशंट होते हैं। मैं एक ऐसे संभावित क्लायंट से मिला जिसने अप्रैल 2013 में 10 साल के इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट किया था। इस आधार पर वह अप्रैल 2023 में जमा किए गए धन तथा संचित इंट्रेस्ट को पाने का पात्र होगा लेकिन वह हर साल इंट्रेस्ट कंपोनेंट पर टैक्स का भुगतान कर रहा इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य है।'
इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य
- Post author: धन महोत्सव
- Post category: फाइनेंस
- Reading time: 2 mins read
यूलिप (ULIP) प्लान जीवन बीमा के साथ एक इन्वेस्टमेंट प्लान है जिसके बारे में आपने काफी सुन रखा है और आप सोच रहे हैं कि एक बेस्ट यूलिप प्लान कैसे चुनें (How to choose ULIP plan) और यूलिप प्लान को चुनने के बेस्ट स्टेप्स कौनसे है तो आज हम उनके बारे में डिटेल में चर्चा करेंगे।
बेस्ट यूलिप प्लान कैसे चुनें (How to Choose Best ULIP Plan)
प्रत्येक व्यक्ति के कुछ वित्तीय लक्ष्य होते हैं जैसे बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करना, घर खरीदना, गाड़ी खरीदना, बंगला खरीदना और एक बेहतरीन जीवन यापन करना। इन सभी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक बेहतरीन वित्तिय प्लान होना चाहिए।
आज हर व्यक्ति के लिए उनकी वित्तीय और निवेश क्षमता के अनुसार कई निवेश इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य और बीमा पॉलिसी योजनाएं उपलब्ध हैं जो उन्हें अपने सभी वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती हैं। ULIP क्या है और यह प्लान किसके लिए बेस्ट है? जानना आपके लिए महत्वपूर्ण है।
उनमें से एक यूलिप प्लान सबसे अच्छा विकल्प है। यह आपके परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने और आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करता है।
यूलिप प्लान सबसे लोकप्रिय जीवन बीमा विकल्पों में से एक है। ये न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करते हैं बल्कि निवेश करने का एक अच्छा विकल्प भी प्रदान करते हैं। पॉलिसीधारक को विभिन्न पात्र फंडों, शेयरों और सर्वोत्तम प्रतिभूतियों में निवेश करने का अवसर मिलता है।
आप सही यूलिप कैसे चुन सकते हैं?
यूलिप प्लान एक निवेशक के लिए कई तरह के अवसर प्रदान करता है जिसमें आप जीवन बीमा के माध्यम से अपने आप को वित्त सुरक्षा कवर प्रदान करते हैं और अपने निवेश के एक निश्चित हिस्से को शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड में निवेश करके सर्वोत्तम रिटर्न प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
सही यूलिप प्लान चुनने के लिए आपको कई फैक्टर्स को ध्यान में रखना पड़ता है। आइए जानते हैं एक यूलिप प्लान को चुनने के बेस्ट स्टेप्स के बारे में।
वित्तीय और निवेश लक्ष्य
हर किसी के पास वित्तीय लक्ष्य होते हैं, और बुद्धिमानी से निवेश करने से उन्हें अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद मिल सकती है। इन सभी लक्ष्यों के लिए एक स्थिर वित्तीय योजना की आवश्यकता होती है। इसलिए, उपयुक्त यूलिप प्लान चुनने से पहले अपने लक्ष्यों की पहचान करना महत्वपूर्ण है।
जोखिम लेने की क्षमता
कोई भी यूलिप प्लान लेने से पहले आपको अपनी जोखिम क्षमता का पता होना चाहिए क्योंकि आपके निवेश का हिस्सा शेयर बाजार यानी इक्विटी में निवेश किया जाता है जो शुरुआती कुछ वर्षों में आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है।