विदेशी मुद्रा पर पैसे कैसे बनाने के लिए?

निवेशकों के लिए अवसर

निवेशकों के लिए अवसर
मिडकैप और स्मॉलकैप में बाजार के अनुमान के मुताबिक करेक्‍शन हुआ है. कई मिड और स्मॉल कैप के लिए ग्रोथ का अनुमान अगले 3 से 5 सालों में मजबूत बना हुआ है, क्योंकि वैल्यूएशन काफी वाजिब स्तर पर है. ये अगले 3 से 5 सालों में अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं. PGIM इंडिया मिडकैप अपॉर्च्युनिटीज फंड का 7 साल का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर रहा है.

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अधिसूचना की तारीख: 11 अप्रैल, 2018

एमओपीएनजी = > निवेश अवसर
गैर-पारंपरिक हाइड्रोकार्बन– बड़े अवसर

मंत्रिमंडल ने कोल इंडिया लि. (सीआईएल) और उसकी सहायक कंपनियों को आबंटित कोयला खनन पट्टे के तहत क्षेत्रों से कोल बैड मिथेन (सीबीएम) के अन्‍वेषण और दोहन को अनुमोदित कर दिया है।


प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक कार्य संबंधी मंत्रिमंडल समिति ने पेट्रोलियम मंत्रालय और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) अधिनियम, 1948 ( ओआरडी अधिनियम, 1948) की धारा 12 के तहत जारी दिनांक 03.11.2015 की अधिसूचना के खंड 3 (xiii) को संशोधित करने के लिए अपना अनुमोदन प्रदान निवेशकों के लिए अवसर कर दिया है।
इस संशोधन के कारण पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियम 1959 (पीएनजी नियम, 1959) के तहत कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और उसकी सहायक कंपनियों को अपने कोयला वाले क्षेत्रों से कोल बैड मिथेन (सीबीएम) निकालने के लिए पीएनजी नियम, 1959 के तहत लाइसेंस/पट्टा प्रदान करने के लिए आवेदन नहीं करने के लिए छूट दी गई है।

Investment Strategy: क्या मिडकैप और स्मॉलकैप में पैसे लगाने का सही है समय, मौजूदा बाजार में निवेश के लिए चुनें बेस्ट स्ट्रैटेजी

Investment Strategy: क्या मिडकैप और स्मॉलकैप में पैसे लगाने का सही है समय, मौजूदा बाजार में निवेश के लिए चुनें बेस्ट स्ट्रैटेजी

Investment Strategy: हालिया रिकवरी के बाद भी महंगाई, ब्याज दरें, राजकोषीय घाटे जैसी चुनौतियां बाजार में बनी हुई हैं. (File)

Equity Investment Strategy in Current Market: हाल के दिनों में बाजार में निचले स्तरों से कुछ रिकवरी देखने को मिली है. लेकिन महंगाई, ब्याज दरें, राजकोषीय घाटे जैसी चुनौतियां बाजार में बनी हुई हैं, जिसकी वजह से उतार चढ़ाव बना हुआ है. कमोडिटी की कीमतों में नरमी एक बेहतर संकेत है, लेकिन अभी भी मंदी की आशंका के चलते जोखिम बना हुआ है. ऐसे में निवेशकों के सामने कई सवाल निवेशकों के लिए अवसर हैं. जैसे बाजार इस साल के अंत तक कहां होगा. मौजूदा रिकवरी के बाद निवेशकों को किस सेक्टर में निवेश करना चाहिए. मिडकैप और स्‍मालकैप में हालिया करेक्‍शन के बाद क्‍या निवेश के अवसर बने हैं. इन सारी बातों का जवाब देने के लिए हमने यहां PGIM India Mutual Fund के हेड-इक्विटी, अनिरुद्ध निवेशकों के लिए अवसर नाहा से बात की है.

निवेशकों के लिए अवसर

मुख्यमंत्री योगी

- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को लेकर निवेशकों में दिख रहा उत्साह

लखनऊ, 02 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (जीआईएस-23) में 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। अभी जीआईएस-23 को आयोजित होने में दो माह से ज्यादा का वक्त है और सरकार के पोर्टल निवेश सारथी के माध्यम से उसे 30 नवंबर तक 1.68 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे पहले 1.25 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए जा चुके हैं। इन एमओयू के जरिए 5.5 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसकी पूर्ति के लिए अगले साल 10 से 12 फरवरी के मध्य राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है।

सरकार के कदमों से निवेशकों के लिए अच्छे अवसर : प्रणब मुखर्जी

नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतिगत पहलों से भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिहाज से पसंदीदा जगह बन गया है और इन कदमों से घरेलू तथा विदेशी कंपनियों के लिए यहां निवेश के अच्छे अवसर उपलब्ध हुये हैं. राष्ट्रपति ने यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) का उद्घाटन किया.

मौके पर उन्होंने कहा, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उठाए गए अनेक कदमों का असर पहले ही दिखने लगा है और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हमारी जीडीपी वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही. भारत पहले ही प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए तरजीही गंतव्य बन चुका है.

उन्होंने कहा, हाल की नीतिगत संरचना में एफडीआई शर्तों में काफी सुधार किया गया है. रेल बुनियादी ढांचे में अधिकतम एफडीआई सीमा 100 प्रतिशत है, रक्षा उत्पादन में यह 49 प्रतिशत तथा बीमा क्षेत्र में 49 प्रतिशत है. राष्ट्रपति ने कहा, मौजूदा सरकार द्वारा उठाए गए इन नीतिगत कदमों तथा प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' आह्वान से संभावित घरेलू व विदेशी निवेशकों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध हुये हैं.

शेयर बाजार में गिरावट में अ‌वसर देखने लगे छोटे निवेशक, एनएसई की 871 कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ी

शेयर बाजार में गिरावट में अ‌वसर देखने लगे छोटे निवेशक, एनएसई की 871 कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ी

घरेलू शेयर बाजार में तेजी का लाभ उठाने के साथ अब छोटे यानी खुदरा निवेशक बाजार में गिरावट में जोखिम उठाकर मोटा रिटर्न हासिल करने लगे हैं। प्राइम डाटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की दिसंबर तिमाही (अक्तूबर-दिसंबर) में छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध 871 कंपनियों में बढ़कर 7.32 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि उनका कुल निवेश बढ़कर 18.98 लाख करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में छोटे निवेशकों ने 15 फीसदी से अधिक रिटर्न हासिल किया है, जबकि निफ्टी-सेंसेक्स में 1.5 फीसदी की गिरावट आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे निवेशकों में बढ़ती परिपक्वता बेहद उत्साहित करने वाली है।

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