क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान - Advantages and Disadvantages of Cryptocurrency
मुद्रास्फीति ने कई देशों में मुद्राओं को समय के साथ उनके मूल्य में गिरावट का कारण बना दिया है। लॉन्च के समय लगभग हर क्रिप्टोकरेंसी एक निश्चित राशि के साथ जारी की जाती है। स्रोत कोड किसी भी सिक्के की मात्रा निर्दिष्ट करता है; जैसे, दुनिया में केवल 21 मिलियन बिटकॉइन जारी किए गए हैं। इसलिए, जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, इसका मूल्य बढ़ेगा जो बाजार के साथ बना रहेगा और लंबे समय में मुद्रास्फीति को रोकेगा।
2. स्वशासित और प्रबंधित (Self-governed and managed) -
किसी भी मुद्रा का शासन और रखरखाव उसके विकास के लिए एक प्रमुख कारक है। क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन उनके डेवलपर्स/खनिकों द्वारा अपने कंप्यूटर हार्डवेयर पर स्टोर किए जाते हैं और उन्हें ऐसा करने के लिए एक इनाम के रूप में लेनदेन शुल्क मिलता है, इस सिस्टम को proof of work के नाम से जाना जाता है। चूंकि खनिकों को इसके लिए भुगतान किया जा रहा है, इसलिए येलोग क्रिप्टोकरेंसी की अखंडता और विकेंद्रीकृत रिकॉर्ड को बनाए रखते हुए लेनदेन के सारे रिकॉर्ड को सटीक तरीके से और अपडेट रखते हैं।
3. सुरक्षित और निजी (Secure and private) -
क्रिप्टोकरेंसी के लिए गोपनीयता और सुरक्षा हमेशा एक प्रमुख चिंता रही है। ब्लॉकचेन लेज़र विभिन्न गणितीय पहेलियों पर आधारित है, जिन्हें डिकोड करना कठिन है। यह सामान्य इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन की तुलना में एक क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन को अधिक सुरक्षित बनाता है। क्रिप्टोकरेंसी, बेहतर सुरक्षा और गोपनीयता के लिए, छद्म नामों (Pseudonym) का उपयोग करते हैं जो किसी भी उपयोगकर्ता, खाते या संग्रहीत डेटा से असंबद्ध होते हैं, जिन्हें किसी प्रोफ़ाइल से जोड़ा जा सकता है।
4. मुद्रा विनिमय (Currency Exchange) आसानी से होना -
क्रिप्टोकरेंसी को अमेरिकी डॉलर, यूरोपीय यूरो, ब्रिटिश पाउंड, भारतीय रुपया या जापानी येन जैसी कई मुद्राओं का उपयोग करके खरीदा जा सकता है। विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंजों की सहायता से, किसी भी देश की मुद्रा को क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करके, अलग-अलग वॉलेट में, और न्यूनतम लेनदेन शुल्क के साथ दूसरे में परिवर्तित किया जा सकता है।
5. विकेंद्रीकृत (Decentralized) -
क्रिप्टोकरेंसी का एक साकारात्मक पक्ष यह है कि यह मुख्य रूप से विकेंद्रीकृत हैं। बहुत सी क्रिप्टोकरेंसी को इसका उपयोग करने वाले डेवलपर्स द्वारा और उन लोगों द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिनके पास क्रिप्टोकरेंसी सिक्के की एक महत्वपूर्ण राशि है, या किसी संगठन द्वारा इसे बाजार में जारी करने से पहले इसे विकसित करने के लिए नियंत्रित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण होना मुद्रा के एकाधिकार को मुक्त और नियंत्रण में रखने में मदद करता है ताकि कोई भी संगठन सिक्के के प्रवाह और मूल्य का निर्धारण न कर सके, जो सरकार द्वारा नियंत्रित फिएट मुद्राओं के विपरीत, इसे स्थिर और सुरक्षित रखता है।
6. लेन-देन के लागत नगण्य होना (Cost-effective mode of transaction) -
क्रिप्टोकरेंसी के प्रमुख उपयोगों में से एक है सीमाओं के पार पैसा भेजना। क्रिप्टोकरेंसी की सहायता से, उपयोगकर्ता द्वारा भुगतान की जाने वाली लेनदेन शुल्क न के बराबर या शून्य राशि तक कम हो जाती है। यह वीज़ा या पेपाल जैसे तीसरे पक्ष की आवश्यकता को समाप्त करके लेनदेन को सत्यापित करता है। यह किसी भी लेनदेन के लिए अतिरिक्त ट्राँजैक्शन शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता को हटा देता है।
7. फंड ट्रांसफर करने की तेज विधि (A fast way to transfer of funds) -
क्रिप्टोकरेंसी ने हमेशा खुद को लेनदेन के लिए एक सर्वोत्तम समाधान के रूप में रखा है। क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन चाहे अंतरराष्ट्रीय हो या घरेलू, दोनों ही ट्राँजैक्शन बहुत तेजी से करता है। ऐसा इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि सत्यापन की प्रक्रिया (verification Process) में बहुत कम समय लगता है, क्योंकि इसमें तीसरा पक्ष नहीं होने को कारण सत्यापन करने के लिए बहुत कम बाधाओं को पार करना पड़ता है।
क्रिप्टोकरेंसीके नुकसान
Disadvantagesof Cryptocurrency
1. अवैध लेनदेन के लिए इस्तेमाल होने की संभावना – (Possibility for illegal transactions) -
जैसा कि आपको पता है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी का लेनदेन बहुत ही गोपनीय एवं सुरक्षित है। जिसके कारण किसी भी देश की सरकार के लिए इसके किसी भी यूजर को उनके वॉलेट के पते से ट्रैक कर पाना या उसके डेटा पर नजर रख पाना अत्यंत ही मुश्किल है। अतीत में बहुत सारे अवैध सौदों में बिटकॉइन का उपयोग पैसे के आदान-प्रदान के एक तरीके के रूप में किया गया है, जैसे - डार्क वेब पर ड्रग्स खरीदना इत्यादि। क्रिप्टोक्यूरेंसी का उपयोग करके लोग अपने कमाई का स्रोत को छिपा सकते हैं और अपनी अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को क्रिप्टोक्यूरेंसी में परिवर्तित कर सकते हैं।
2. डेटा हानि से हो सकता है आर्थिक नुकसान – (Data losses can cause financial losses)
वैसे तो डेवलपर्स, अनट्रेसेबल स्रोत कोड, मजबूत हैकिंग डिफेन्स और अभेद्य ऑथिंटीकेन्टेशन प्रोटोकॉल बनाना चाहते थे, जो भौतिक नकदी या बैंक तिजोरी की तुलना में क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाना सुरक्षित बना देगा। लेकिन अगर कोई उपयोगकर्ता अपने बटुए की निजी कुंजी (personal password) खो देता है, तो उसे वापस नहीं मिल पाएगा और यह वॉलेट इसके अंदर जितने सिक्के होंगे, के साथ हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। इससे यूजर को आर्थिक नुकसान होगा।
3. विकेंद्रीकृत लेकिन फिर भी किसी संगठन द्वारा संचालित – (Decentralized but still operated by some organization)
क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत होने की अपनी विशेषता के लिए जानी जाती है। लेकिन, बाजार में कुछ मुद्राओं का प्रवाह और मात्रा अभी भी उनके रचनाकारों और कुछ संगठनों द्वारा नियंत्रित की जाती है। ये धारक इसकी कीमत में बड़े उतार-चढ़ाव के लिए सिक्के में हेरफेर कर सकते हैं। यहां तक कि अत्याधिक कारोबार वाले सिक्के जैसे बिटकॉइन आदि भी इन तोडजोड़ के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं, जिसका मूल्य 2017 में कई बार दोगुना हो चुका है।
4. कुछ सिक्के अन्य फिएट मुद्राओं में उपलब्ध नहीं हैं – (Some coins not available in other fiat currencies)
कुछ क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार केवल एक या कुछ फिएट मुद्राओं में ही किया जा सकता है। यह उपयोगकर्ता को इन मुद्राओं को पहले बिटकॉइन या एथेरियम जैसी प्रमुख मुद्राओं में से किसी एक में बदलने के लिए मजबूर करता है और फिर अन्य एक्सचेंजों के माध्यम से अपनी वांछित मुद्रा में परिवर्तित करता है। यह केवल कुछ क्रिप्टोकरेंसी पर लागू होता है। ऐसा करने से, अतिरिक्त लेनदेन शुल्क प्रक्रिया में जुड़ जाते हैं, जिससे अनावश्यक धन खर्च होता है।
5. पर्यावरण पर खनन के प्रतिकूल प्रभाव – (Adverse Effects of mining on the environment)
क्रिप्टोकरेंसी के खनन के लिए बहुत अधिक कम्प्यूटेशनल शक्ति और बिजली इनपुट की आवश्यकता होती है, जिससे यह अत्यधिक ऊर्जा की खपत करता है। क्रिप्टोकरेंसी के माईनिंग में सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत बिटकॉइन की माईनिंग में होती है। बिटकॉइन माइनिंग के लिए उन्नत कंप्यूटर और बहुत सारी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह साधारण कंप्यूटरों पर नहीं किया जा सकता है। प्रमुख बिटकॉइन खनिक (Miner) चीन जैसे देशों में हैं, जो बिजली उत्पादन के लिए कोयले का उपयोग करते हैं। इससे चीन के कार्बन फुटप्रिंट में जबरदस्त इजाफा भी हुआ है, जो पूरे विश्व के पर्यावरण के काफी हानिकारक है।
6. हैक के लिए अतिसंवेदनशील – (Susceptible to hacks)
हालाँकि क्रिप्टोकरेंसी बहुत सुरक्षित हैं, लेकिन एक्सचेंज उतने सुरक्षित नहीं हैं। अधिकांश एक्सचेंज, यूजर आईडी को ठीक से संचालित करने के लिए यूजर्स के वॉलेट डेटा को स्टोर करते हैं। यह डेटा हैकर्स द्वारा चुराया जा सकता है, जिससे उन्हें बहुत सारे खातों तक पहुंच मिल सकती है।
एक्सेस मिलने के बाद ये हैकर्स उन अकाउंट से आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। पिछले वर्षों में बिटफिनेक्स या माउंट गोक्स जैसे कुछ एक्सचेंजों को हैक किया जा चुका है और बिटकॉइन को हजारों और लाखों अमेरिकी डॉलर में चोरी कर लिया गया है। अधिकांश एक्सचेंज आजकल अत्यधिक सुरक्षित हैं, लेकिन हमेशा एक नए हैक होने की संभावना बनी रहती है।
7. कोई धनवापसी या रद्दीकरण की नीति नहीं होना – (No refund or cancellation policy)
यदि संबंधित पक्षों के बीच कोई विवाद है, या यदि कोई व्यक्ति गलती से गलत वॉलेट पते पर धन भेजता है, तो भेजने वाला यूजर पुनः उस सिक्के को प्राप्त नहीं कर सकता है। इसका इस्तेमाल कई लोग दूसरों को धोखा देने के लिए कर सकते हैं।
Crypto Crash: 1 लाख करोड़ डॉलर घट गई क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट वैल्यू, जानें गिरकर कहां आ गई कीमत
कॉइनग्लास के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 239,000 से अधिक ट्रेडर्स ने लगभग 87.4 करोड़ डॉलर के लिक्विडेशन के साथ अपनी पोजिशंस को क्लोज कर दिया।
Crypto Crash: 1 लाख करोड़ डॉलर घट गई क्रिप्टोकरेंसी की मार्केट वैल्यू, जानें गिरकर कहां आ गई कीमत
क्रिप्टो-केंद्रित स्टॉक भी गिरे
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, क्रिप्टो-केंद्रित स्टॉक (Crypto Centric Stock) भी शुक्रवार को गिरे। एक पल ऐसा आया, जब कॉइनबेस ग्लोबल इंक (Coinbase Global Inc) में लगभग 16% की गिरावट आई और 2021 के वसंत में पब्लिक डेब्यू करने के बाद से यह अपने निम्नतम स्तर पर आ गया। इसी तरह MicroStrategy Inc. ने क्रिप्टोकरेंसी के नुकसक्रिप्टोकरेंसी के नुकसान ान 18% की गिरावट दर्ज की।
डिजिटल एसेट के लिए अमेरिका ला रहा है नई रणनीति
इस बीच बाइडन प्रशासन डिजिटल संपत्ति के लिए जल्द से जल्द एक प्रारंभिक सरकार-व्यापी रणनीति जारी करने की तैयारी कर रहा है, हो सकता है कि यह अगले माह तक आ जाए। संघीय एजेंसियों को जोखिम और अवसरों का आकलन करने का काम दिया गया है। क्रिप्टोकरेंसी वायदा कारोबार और सूचना मंच कॉइनग्लास के आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पिछले 24 घंटों में 239,000 से अधिक ट्रेडर्स ने लगभग 87.4 करोड़ डॉलर के लिक्विडेशन के साथ अपनी पोजिशंस को क्लोज कर दिया।
कहां आ गई है कीमत
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, गिरावट के ट्रेंड को जारी रखते हुए बिटकॉइन की कीमत शनिवार को 9.4% की गिरावट के साथ 36,436.88 डॉलर पर कारोबार कर रही है। इस साल की शुरुआत से ही इसमें 14 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। अन्य डिजिटल करेंसी Ether और meme कॉइन में भी गिरावट का दौर जारी है। Ethereum 12.1% गिरकर 2,593.50 डॉलर पर बंद हुआ। Binance Coin का कारोबार 386.64 डॉलर पर था जो कि 9.9% गिरावट पर कारोबार कर रहा था। Cardano 8.6% गिरकर 1.14 डॉलर पर है। सोलाना 12.4% गिरकर 111.59 डॉलर पर, जबकि Dogecoin 7% गिरकर 0.143498 डॉलर पर आ गया। शीबा इनु में 15.6% की भारी गिरावट के साथ 0.00002218 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया।
क्रिप्टो में निवेश का घट रहा क्रेज?, घाटा सह कर भी मार्केट से निकलने की तैयारी कर रहे निवेशक
Cryptocurrency Investment Tips: क्रिप्टो एसेट्स की कीमतों में इस पूरे साल के दौरान गिरावट देखने को मिली है. इसके कई कारक हैं. इनमें फेडरल रिजर्व द्वारा प्रोत्साहन पैकेज को वापस लेना और महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा करना शामिल है. इस वजह से मार्केट से निवेशक एग्जिट करना चाहते हैं.
इस वजह से आई है गिरावट
इस पूरे साल के दौरान क्रिप्टो की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. इसके कई कारक हैं. इनमें फेडरल रिजर्व द्वारा प्रोत्साहन पैकेज को वापस लेना और महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा करना शामिल है. कुल-मिलाकर अधिक जोखिम वाली संपत्तियों के लिए माहौल पूरी तरह से प्रतिकूल हो गया है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसीज को कुछ ज्यादा ही जोर का झटका लगा है. Bitcoin में इस साल अब तक करीब 30% तक की गिरावट आ चुकी है. दूसरी ओर Ether में 50% तक की टूट आ चुकी है. यहां तक कि Bitcoin की माइनिंग करने वालों ने भी टोकन की बिक्री शुरू कर दी. इसकी वजह है कि उन्हें कीमतों में जल्द गिरावट होते नजर नहीं आ रही है.
Kestra Holdings के कारा मर्फी (Kara Murphy) ने कहा, "मुझे काफी हद तक ये लग रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी बहुत हद तक मॉनेटरी साइकिल पर आधार है जो पारंपरिक एसेट क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान क्लास को सबसे ज्यादा हिट करता रहा है."
उन्होंने कहा, "क्रिप्टो की कीमतों में बहुत अधिक उछाल से पता चलता है कि उन्हें रुपये-पैसे से जुड़ी आसान नीतियों से वास्तव में काफी फायदा हुआ और अब जब पैसा सिस्टम से बाहर आ रहा है तो क्रिप्टो में गिरावट देखने को मिल रही है."
Bitcoin बुधवार को लगातार दूसरे सत्र में 4.8 फीसदी की गिरावट के साथ 4.8 फीसदी पर आ गया था.
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
cryptocurrency
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 नवंबर 2021,
- (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.
क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लिए SIP है बेहतर विकल्प? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
एक व्यक्ति दैनिक या मासिक आधार पर एक निश्चित राशि में क्रिप्टो खरीदकर और इसे अपने पसंदीदा वॉलेट या हार्डवेयर वॉलेट में स्टोर करके स्वतंत्र रूप से भी SIP कर सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में काफी जोखिम होता है.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश में काफी जोखिम होता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का आकलन कर लेना चाहिए, ताकि नुकसान होने की स्थिति में ज्यादा पछतावा ना हो. यह ना सिर्फ उतार-चढ़ाव से भरा होता है, बल्कि इससे संबंधित नियम-कानूनों में भी स्पष्टता नहीं है. भारत में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी रखने को लेकर चेतावनी देता रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने इसमें निवेश करना नहीं छोड़ा है.
SIP के ज़रिए कर सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्ट
इसमें शामिल सभी जोखिमों पर विचार करने के बाद भी, अगर कोई व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहता है, तो इसके कई तरीके हैं. इन्हीं तरीकों में से एक है सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP). वर्तमान में भारत में कुछ एक्सचेंजों के द्वारा SIP की पेशकश की जा रही है. एक व्यक्ति दैनिक या मासिक आधार पर एक निश्चित राशि में क्रिप्टो खरीदकर और इसे अपने पसंदीदा वॉलेट या हार्डवेयर वॉलेट में स्टोर करके स्वतंत्र रूप से भी SIP कर सकता है. अब एक सवाल जो मन में आता है वह ये है कि आपको क्रिप्टोकरेंसी में SIP करना चाहिए या नहीं.
जानिए, क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए SIP सबसे बेहतर तरीका हो सकता है. Alliance School of Business में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विनय अस्थाना ने FE ऑनलाइन को बताया कि SIP का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बाजार में टाइमिंग को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं होती. इसके साथ ही बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति से बचने के लिए भी SIP एक बेहतरीन विकल्प है.
स्टॉक और म्यूचुअल फंड जैसे ट्रेडिशनल एसेट्स के लांग-टर्म इंवेस्टर्स के लिए SIP एक बढ़िया विकल्प है. लेकिन जब बात क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान आती है क्रिप्टोकरेंसी की, तो डॉ अस्थाना कहते हैं कि क्रिप्टो में ट्रेडिशनल एसेट क्लासेस की तुलना में कई गुना ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है. यह क्रिप्टो एसेट्स में निवेश के लिए SIP के समर्थन का एक मजबूत तर्क है. हालांकि, डॉ अस्थाना ने कई ऐसे तर्क दिए, जो क्रिप्टो में SIP के समर्थन को कमजोर करते हैं.
- क्रिप्टो बाजार शेयर बाजारों की तरह एफिशिएंट नहीं हैं.
- क्रिप्टो-एसेट्स ने सभी एसेट क्लासेस में सबसे ज्यादा रिटर्न जनरेट किया है. लेकिन, क्या यह टिकाऊ है? यह एक ऐसा सवाल है जिसने पूरी दुनिया को दो हिस्सों में बांट दिया है. कुछ क्रिप्टोकरेंसी के नुकक्रिप्टोकरेंसी के नुकसान सान मानते हैं कि यह एक क्रांति की तरह है, जिसकी तुलना इंटरनेट क्रांति से की जा सकती है. वहीं कुछ का मानना है कि यह एक बुलबुले से ज्यादा कुछ नहीं है.
- क्रिप्टो एसेट्स का वैल्यूएशन मौलिक तरीकों से ट्रेडिशनल एसेट्स से अलग होता है.
- इन सबके अलावा, इसके नियम-कानूनों में स्पष्टता नहीं है. इससे भी जोखिम बढ़ जाता है.
अस्थाना ने आगे कहा, “इन तथ्यों से लगता है कि क्रिप्टो एसेट्स में SIP एक समझदार स्ट्रेटजी है, लेकिन पूरी तरह सही नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि क्रिप्टो-एसेट्स के संबंध में कई बुनियादी मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं.”
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर RBI ने कई बार जारी की है चेतावनी
Clear के फाउंडर और CEO अर्चित गुप्ता ने कहा, ‘भारत में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी के नियम-कानूनों में अस्पष्टता है. RBI ने समय-समय पर निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी रखने को लेकर चेतावनी दी है. इसके अलावा, यह भारी उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है. आपको अपनी जीवन भर की बचत को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान पहले बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।”
हालांकि गुप्ता ने आगे कहा कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो SIP सबसे बढ़िया तरीका हो सकता है. कई प्लेटफ़ॉर्म आपको केवल 100-500 रुपये प्रति किश्त के साथ क्रिप्टोकरेंसी में SIP शुरू करने की अनुमति देते हैं. इसके अलावा, कई निवेशक साप्ताहिक या मासिक किश्त के विकल्प के बजाय, दैनिक SIP का विकल्प चुनते हैं क्योंकि एक महीने की अवधि के भीतर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव हो सकता है.
(डिस्क्लेमर : इस स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुझाव संबंधित कमेंटेटर द्वारा दी गई हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन उनकी सलाह के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. कृपया क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें.)
(Article: Rajeev Kumar)
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