रिटेल और ई

रिटेल डिजिटल करेंसी पायलट प्रोजेक्ट के लिए आठ बैंको को चयनित किया गया है
BIG BREAKING : 1 दिसंबर को RBI करेंगी रिटेल डिजिटल रूपी लॉन्च
नई दिल्ली, 29 नवंबर । भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक दिसबंर से रिटेल डिजिटल रुपये (Digital Rupee) लॉन्च करने की घोषणा की है. रिटेल डिजिटल करेंसी के लिए ये पहला पायलट प्रोजेक्ट होगा. पायलट के दौरान डिजिटल रुपये का निर्माण, डिस्ट्रीब्यूशन, और रिटेल इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया की टेस्टिंग की जाएगी. इससे रिटेल और ई पहले केंद्रीय बैंक ने एक नवंबर को होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल रुपये को लॉन्च किया था.
रिजर्व बैंक के इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) नाम दिया गया है. एक दिसंबर से इसका रोलआउट देश के चुनिंदा लोकेशन पर किया जाएगा, जिसमें कस्टमर से लेकर मर्चेंट तक को शामिल किया जाएगा. ई-रुपी (e₹-R) डिजिटल टोकन का काम करेगा. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी किए जाने वाले करेंसी नोटों का डिजिटल स्वरूप है. ये करेंसी नोटों की तरह ही पूरी तरह वैध और मान्य है. इसका इस्तेमाल लेन-देन के लिए किया जा सकता है.
RBI Digital Rupee आज से शुरू, जानिए इस करेंसी की पूरी डिटेल
टेक न्यूज डेस्क - भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 दिसंबर 2022 से खुदरा बाजार में डिजिटल मुद्रा की शुरुआत की है। इस मुद्रा को ई-रुपया या डिजिटल रुपया नाम दिया गया है। यह मुद्रा का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। डिजिटल करेंसी को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है और शुरुआती चरण में इसे चार शहरों में लॉन्च किया गया है। डिजिटल रुपये को आसान भाषा में समझें तो यह हमारे रुपये और सिक्कों की कीमत के बराबर होगा और इसे डिजिटल लोकेशन में स्टोर किया जा सकता है। डिजिटल रुपये को समझाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी साझा की है, जो 29 नवंबर से लिस्टेड है और इसे यहां से समझें। रिटेल ई-रुपये को आसान शब्दों में समझें तो यह रुपये और सिक्कों की राशि का ई-संस्करण है। खुदरा ई-रुपये रिटेल और ई के संबंध में, आरबीआई का दावा है कि यह आम आदमी और व्यापारी के बीच सुरक्षित लेनदेन स्थापित करेगा। हालांकि, इस डिजिटल करेंसी को पेटीएम सहित अन्य वॉलेट और यूपीआई द्वारा कैसे सपोर्ट किया जाएगा, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। इसे आम लोगों तक पहुंचाने के लिए इसने पहले चरण में 8 बैंकों के साथ पार्टनरशिप की है, जिनमें चार बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक शामिल हैं। उसके बाद चार और बैंकों को शामिल किया जाएगा।
एक दिसबंर से रिटेल डिजिटल रुपये होगी लॉन्च
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक एक दिसबंर से रिटेल डिजिटल रुपये लॉन्च करने की घोषणा की है. रिटेल डिजिटल करेंसी के लिए ये पहला पायलट रिटेल और ई प्रोजेक्ट होगा.पायलट के दौरान डिजिटल रुपये का निर्माण, डिस्ट्रीब्यूशन, और रिटेल इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया की टेस्टिंग की जाएगी. इससे पहले केंद्रीय बैंक ने एक नवंबर को होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल रुपये को लॉन्च किया था.चुनिंदा लोकेशन पर रोलआउटरिजर्व बैंक के इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी नाम दिया गया है.
एक दिसंबर से इसका रोलआउट देश के चुनिंदा लोकेशन पर किया जाएगा, जिसमें कस्टमर से लेकर मर्चेंट तक को शामिल किया जाएगा.ई-रुपी डिजिटल टोकन का काम करेगा. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी किए जाने रिटेल और ई वाले करेंसी नोटों का डिजिटल स्वरूप है. ये करेंसी नोटों की तरह ही पूरी तरह वैध और मान्य है.
कल से RBI लॉन्च करने जा रहा है ई-रूपी, इससे कैसे कर पाएंगे लेनदेन आइये जाने
एक दिसंबर से भारतीय रिजर्व बैंक रूपये के डिजिटल स्वरुप 'रिटेल डिजिटल रुपी' को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च करने जा रहा है इससे पहले रिजर्व बैंक 1 नवंबर को 'होलसेल डिजिटल रुपी' को पायलट प्रोजेट के तौर पर लॉन्च कर चुका है।
पायलट प्रोजेक्ट में डिजिटल रुपी से सम्बंधित बारीकियों का परखा जाएगा
RBI ने अपने प्रेस रिलीज़ के माध्यम से बताया कि इस 'रिटेल डिजिटल रुपी' (e₹-R) के पायलट प्रोजेक्ट में वास्तविक समय में डिजिटल रुपये के निर्माण, वितरण और खुदरा उपयोग की पूरी प्रक्रिया की मजबूती का परीक्षण किया जायेगा जिसके आधार पर 'रिटेल डिजिटल रुपी' में बदलाव होंगे।
e₹-R का कैसे हो सकेगा इस्तेमाल
डिजिटल रुपी मोबाइल यूजर ई-वॉलेट की तरह से प्रयोग कर सकेंगे इसे QR से या अन्य तरीको से किसी दुकानदार या व्यक्ति को दिया जा सकेगा, e₹-R का मूल्य वर्तमान करेंसी मूल्य के बराबर होगा।
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डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जो वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं। लेकिन, कैसे मिलेगा? कोई इसे बैंकों जैसे बिचौलियों के माध्यम से प्राप्त करेगा। लोग बैंकों द्वारा पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के माध्यम से भी ई-रुपये से लेनदेन कर सकेंगे। भुगतान प्रक्रिया वर्तमान परिदृश्य के समान होगी।
लोग व्यापारियों को उनके स्थानों पर प्रदर्शित क्यूआर कोड का उपयोग करके भुगतान करने में सक्षम होंगे, जो पैसे का आदान-प्रदान करने का एक आसान तरीका है। आरबीआई ने कहा, "ई-रुपया विश्वास, सुरक्षा और निपटान की अंतिमता जैसी भौतिक नकदी की सुविधाओं की पेशकश करेगा।" नकदी के मामले में, डिजिटल रुपये पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा, लेकिन इसे अन्य प्रकार के धन में परिवर्तित किया जा सकता है, जैसे बैंकों में जमा राशि।