डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार

पैन कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से लगते हैं| Required Documents for PAN Card
पैन कार्ड अब बैंक अकाउंट खोलने के लिए अनिवार्य हो गया है। इसके अलावा भी डीमैट अकाउंट या अन्य किसी महत्वपूर्ण वित्तीय लेन-देन (Financial Transaction) के लिए भी यह अनिवार्य हो गया है। पैन कार्ड का फॉर्म भरने की जानकारी हम आपको अन्य लेख में दे चुके हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि पैन कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से लगते हैं? Required Documents for PAN Card. साथ ही पैन कार्ड से जुड़ी कुछ अन्य उपयोगी जानकारियों को भी साझा करेंगे।
पैन कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज | Required Documents for PAN Card
पैन कार्ड बनाने और जारी करने का काम सरकार ने दो एजेंसियों को दे रखा है। इनके नाम हैं NSDL और UTIISL. देशभर के हर शहर में इनके सेंटर है, जो पैन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन फॉर्म जमा करते हैं। आप अपने नजदीकी पैन कार्ड सेंटर पर आवश्यक डॉक्यूमेंट्स के साथ पैन कार्ड अप्लीकेशन फॉर्म जमा कर सकते हैं। पैन कार्ड के लिए निम्नलिखित प्रकार के आवश्यक दस्तावेज लगाने पड़ते हैं है-
सैलरी अकाउंट के फायदे !
आज लगभग सभी बड़े निजी और सरकारी बैंक, सभी शासकीय कर्मचारियों को सैलरी अकाउंट के माध्यम से निःशुल्क बीमा और अन्य अनेक प्रकार की मुफ्त सेवाएं प्रदान करते हैं। सैलरी अकाउंट के अनेक फायदे (benefits of salary account) होते हैं जोकि बिल्कुल निःशुल्क होते हैं।
जिसकी जानकारी आपके परिवार के सदस्यों को होनी चाहिए, जिससे की बुरे वक्त में Salary Account की मुफ्त सुविधाओ का लाभ ले सके। इस लेख में आप सैलरी अकाउंट के फायदे (benefits of salary account) के बारे जानेंगे।
सैलरी अकाउंट क्या है।
जिस बचत खाते में कर्मचारियों का वेतन उनके नियोक्ता द्वारा जमा किया जाता हैं। उसी बचत खाते को वेतन खाता या सैलरी अकाउंट कहा जाता है।
नियोक्ता और बैंकों के बीच कर्मचारियों के वेतन को खाते में जमा करने के लिए आपसी सहमति से खोले गए खाते को सैलरी अकाउंट पैकेज, सैलरी अकाउंट कहते हैं।
वेतन खातें या सैलरी अकाउंट, कर्मचारियों को उनके कार्यरत विभागों के आधार पर निर्धारित किया जाता हैं।
सैलरी अकाउंट पैकेजों के प्रकार
सैलरी अकाउंट के प्रकारों को विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों के विभागों आधार पर निर्धारित किया जाता हैं।
लगभग सभी बैंक निजी व सरकारी क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए अलग अलग प्रकार के सैलरी पैकेज के द्वारा मुफ्त सुविधाएं प्रदान करते हैं।
विभिन्न प्रकार के सैलरी अकाउंट पैकेज इस प्रकार हैं-
केंद्र व राज्य सरकार सैलरी अकाउंट पैकेज
रेलवे सैलरी अकाउंट पैकेज
रक्षा (डिफेंस) सैलरी अकाउंट पैकेज
अर्द्ध-सैनिक बल सैलरी अकाउंट पैकेज
पुलिस सैलरी अकाउंट पैकेज
भारतीय तटरक्षक सैलरी अकाउंट पैकेज
कॉर्पोरेट सैलरी अकाउंट पैकेज
सैलरी अकाउंट के लाभ (Benefits of Salary Account)
जीरो बैलेंस अकाउंट
सभी कर्मचारियों को बैंक जीरो बैलेंस सैलरी अकाउंट की सुविधा प्रदान करती हैं। इस प्रकार के खाते में आपको न्यूनतम बैलेंस रखने का कोई झंझट नहीं होगा, न ही किसी प्रकार का जुर्माना वसूला जाएगा।
मुफ्त ATM कम डेबिट कार्ड
सभी कर्मचारियों को Salary Account में मुफ्त डेबिट कार्ड प्रदान किए जाते है।
जिससे आप बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के जारी किए गए बैंक के ATM के अलावा भी अन्य बैंक के ATM में ‘असीमित’ उपयोग कर सकते हैं।
अन्य बैंकों के ATM से पैसा निकालने पर भी कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाता हैं।
मुफ्त दुर्घटना बीमा (मृत्यु) कवर
वेतन खाते में सभी कर्मचारियों के लिए 30 से 50 लाख रूपये तक निःशुल्क व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा (मृत्यु) कवर।*
मुफ्त वायु दुर्घटना बीमा (मृत्यु) कवर
वेतन खाते में सभी कर्मचारियों के लिए 50 लाख से 1 करोड़ रूपये तक का निःशुल्क वायु दुर्घटना बीमा (मृत्यु) कवर। *
निःशुल्क वायु दुर्घटना बीमा (मृत्यु) कवर की सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको अपने हवाई यात्रा की टिकट को सैलरी अकाउंट के नेट बैंकिंग या ATM कार्ड के द्वारा ही खरीदें। यह बहुत ही जरुरी और आवश्यक शर्त हैं।
अन्य मुफ्त सुविधाएं
वेतन खाते में सभी कर्मचारियों को मुफ्त इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिमांड ड्राफ्ट, मल्टी सिटी चैक, एसएमएस अलर्ट, एनईएफटी/आरटीजीएस, ऑटो स्वीप की सुविधा प्रदान की जाती हैं।
सभी बैंक, सैलरी अकाउंट में निःशुल्क डिमांड ड्राफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराते हैं।
जिसमें आपसे डिमांड ड्राफ्ट बनाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लिया जाता हैं।
सैलरी अकाउंट में लगभग सभी बैंक SMS अलर्ट और अन्य बैंकिंग सुविधाओं के लिए किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लेते हैं।
जोकि सामान्य बचत अकाउंट में त्रैमासिक चार्ज किया जाता हैं।
क्रेडिट कार्ड और डीमैट अकाउंट
कुछ बैंक सैलरी अकाउंट के साथ ही लाइफ टाइम फ्री क्रेडिट कार्ड और डीमैट अकाउंट की सुविधा प्रदान करते हैं।
लोन की ब्याज दरों में छूट
सभी बैंक सैलरी खाते में पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन और शिक्षा लोन की ब्याज दरों पर छूट देते हैं ।
प्रोसेसिंग शुल्क की छूट
लगभग सभी बैंक, सैलरी अकाउंट धारकों को सभी प्रकार के लोन पर 100% प्रोसेसिंग शुल्क की छूट देते हैं।
ओवरड्राफ्ट की सुविधा
Salary Account, में सभी कर्मचारियों डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार को बैंक ‘दो से तीन माह’ के वेतन के बराबर राशि की ओवरड्राफ्ट सुविधा।
सभी बैंक सैलरी अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट सुविधा की प्रदान करते हैं।
जिसमें बैंक, कर्मचारियों को उनके दो या तीन माह के वेतन के बराबर की राशि का ओवरड्राफ्ट देते हैं।
ओवरड्राफ्ट की राशि पर कर्मचारियों को ब्याज का भुगतान भी करना पड़ता हैं। साथ ही इस डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार राशि को छः माह के भीतर ही चुकाना पड़ता हैं।
बैंक लॉकर
लगभग सभी बैंक सैलरी अकाउंट में सभी कर्मचारियों को वार्षिक लॉकर किराए में 25% तक की छूट देता हैं।
सैलरी अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
पासपोर्ट साइज के दो फोटो
खाता खोलने के लिए कोई एक पहचान पत्र तथा पैन कार्ड
आवास का प्रमाण पत्र
नियोक्ता का प्रमाण पत्र
नवीनतम सैलरी स्लिप
सेविंग अकाउंट को सेलरी अकाउंट में कैसे बदलें।
अगर आपका अकाउंट, सैलरी अकाउंट नहीं है। तो आप अपने अकाउंट को जल्द से जल्द सैलरी अकाउंट में बदलवाएं।
तो आप तुरंत ही अपने बैंक के शाखा प्रबंधक से मिलकर अपने सेविंग अकाउंट को , सेलरी अकाउंट में परिवर्तन करवा सकते हैं।
इसके लिए आपको अपने बैंक की शाखा में जाकर एक फॉर्म भरना होगा और इससें आपका सेविंग अकाउंट सैलरी अकाउंट में बदल जायेगा।
ध्यान रखें कि आपको फॉर्म आपके बैंक की शाखा द्वारा ही दिया जाएगा।
फॉर्म न मिलने पर, आप नार्मल पेज पर भी एप्लीकेशन लिखकर भी दे सकते हैं।
इस फॉर्म के साथ आपको कुछ आवश्यक दस्तावेज भी देने होंगे। जिनकी सुची ऊपर दी गई हैं।
फॉर्म भरकर देने के कुछ ही समय पश्चात, आपके दस्तावेजों का सत्यापन होते ही आपका सेविंग अकाउंट तुरंत ही सैलरी अकाउंट में बदल दिया जाएगा।
इसके पश्चात आपको बैंक द्वारा नया पास बुक और चेक बुक जारी कर दिया जाता हैं।
यह सुविधा सभी बैंकों द्वारा बचत खातें को सैलरी अकाउंट में बदलने की निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।
उपरोक्त सभी सुविधाओं का निःशुल्क लाभ लेने के लिए आपका अकाउंट, सैलरी अकाउंट होना जरूरी हैं।
*( बैंक के नियम एवं शर्तें लागू)
उपरोक्त लेख आपको जानकारी प्रदान करने के लिए हैं। अधिक जानकारी हेतु आप अपने बैंक की नजदीकी शाखा से संपर्क करें।
उपरोक्त लेख सैलरी अकाउंट के फायदे (benefits of salary account) पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
अगर आपको लेख (डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार Benefits of salary account) अच्छा लगें तो आप इसे अधिक से अधिक शेयर करें।
ताकि सभी नौकरी करने वाले कर्मचारियों को सैलरी अकाउंट के निःशुल्क फ़ायदो के बारे में जान डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार सकें। जय हिंद।
शेयर मार्केट में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी, जानिए Demat Account से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात
स्टॉक मार्केट में अच्छे रिटर्न को देखते हुए कई लोग इसमें पैसा लगाना चाहते हैं पर रास्ता नहीं जानते तो हम बता रहे हैं कि कैसे स्टॉक मार्केट में उतरने के लिए सबसे पहले डीमैट खाता खोला जा सकता है और Demat Account से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात लेख में जानें।
भारत में अगर आप शेयर, बॉन्ड या म्यूचुअल फंड जैसे वित्तीय साधनों में निवेश करना चाहते हैं या स्टॉक एक्सचेंज में किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन करना चाहते हैं, तो आपके पास एक डीमैट एकाउंट (Demat Account) होना चाहिए। ₹आइए कुछ चीजें देखें जो आपको एक डीमैट एकाउंट के बारे में पता होनी चाहिए। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, आइए समझते हैं कि यह क्या है।
डीमैट एकाउंट क्या है? | What is Demat Account in Hindi
Dematerialised या Demat Account के साथ, निवेशकों को अपने सिक्योरिटी डॉक्यूमेंट को फिजिकल रूप से अपने पास रखने की आवश्यकता नहीं है, इसके बजाय वित्तीय इंस्ट्रूमेंट को एक रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास इलेक्ट्रॉनिक रूप से डीमैट एकाउंट में रखा जाता है। Demat Account खोलना यूजर्स के लिए आसान व्यापार करना संभव बनाता है, इसमें वह सभी निवेश होते हैं जो एक व्यक्ति शेयरों या म्यूचुअल फंड आदि में करता है।
डिपॉजिटरी क्या है? | What is a Depository in Hindi
एक डिपॉजिटरी एक ऐसा संगठन है जो इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में सिक्योरिटीज शेयर, डिबेंचर, बॉन्ड, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, म्यूचुअल फंड यूनिट आदि रखता है। एक Depository एक बैंक के समान है, यह सुरक्षा और तरलता भी प्रदान करता है वर्तमान में, दो डिपॉजिटरी - नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) - SEBI के साथ रजिस्टर्ड हैं। NSDL नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के लिए काम करता है, जबकि CDSL बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के लिए काम करता है।
डीमैट खाते का उद्देश्य क्या है? | Purpose of Demat Account in Hindi
एक डीमैट एकाउंट एक इलेक्ट्रॉनिक वॉल्ट है जो स्टॉक, म्यूचुअल फंड, डिबेंचर इत्यादि जैसे विभिन्न निवेशों के लिए की गई खरीद और बिक्री की खाता बही प्रविष्टि रखता है। अब आप अपनी बीमा पॉलिसी को डीमैट रूप में भी रख सकते हैं। इस लिहाज से डीमैट एकाउंट बिल्कुल बैंक खाते की तरह काम करता है। आप सीधे अपने फ़ोन या डेस्कटॉप से भी व्यापार कर सकते हैं
आपका Demat Account एक ट्रेडिंग और बैंकिंग एकाउंट से जुड़ा होता है। हर बार जब आप 'Buy' या 'Sell' का रिक्वेस्ट करते हैं, तो आपका डीपी इसे स्टॉक एक्सचेंज को भेज देता है जो बदले में आपके रिक्वेस्ट के लिए एक खरीदार/विक्रेता ढूंढता है और बदले में व्यापार को सुविधाजनक बनाने में मदद करता है। तदनुसार, आपके डीमैट एकाउंट को ट्रांजैक्शन के आधार पर डेबिट या क्रेडिट किया जाता है।
डीमैट एकाउंट कैसे खोलें? | How to Open a Demat Account in Hindi
डीमैट एकाउंट खोलने के लिए, आपको एक रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) से संपर्क करना चाहिए। DP एक ऐसी संस्था है जो निवेशक और डिपॉजिटरी के बीच मीडिएटर का काम करती है। कमर्शियल बैंक, स्टॉक ब्रोकर, राज्य वित्तीय निगम अन्य लोगों के बीच SEBI के साथ DP के रूप में रजिस्टर्ड कर सकते हैं। 2018 तक, 851 डिपॉजिटरी प्रतिभागियों को SEBI के साथ रजिस्टर्ड किया गया था। यह सूची आप NDSL और CDSL की वेबसाइटों पर देख सकते हैं।
डीमैट एकाउंट के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं? | Documents Required for Demat Account?
डीमैट एकाउंट खोलने के लिए, आपको अपने डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे।
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बिजली/फोन बिल की वेरिफाइड कॉपी
- पहचान का प्रमाण (ड्राइविंग लाइसेंस/पासपोर्ट / आधार कार्ड/मतदाता पहचान पत्र)
- निवास का प्रमाण (ड्राइविंग लाइसेंस/पासपोर्ट/आधार कार्ड/मतदाता पहचान पत्र)
- आपके पैन कार्ड की कॉपी
- इन दस्तावेजों के साथ एक आवेदन पत्र जमा करने पर, डीमैट एकाउंट खोलने में 1-2 सप्ताह लगते हैं।
डीमैट एकाउंट शुल्क क्या हैं? | What are Demat Account charges?
डीमैट एकाउंट खोलने का शुल्क डिपॉजिटरी प्रतिभागियों के अनुसार अलग-अलग होता है। जबकि अधिकांश DP एकाउंट खोलने का शुल्क लेते हैं, कुछ निजी बैंक डीमैट खाता खोलने के लिए कोई शुल्क नहीं लेते हैं। खाता खोलने के शुल्क के अलावा, कुछ अन्य शुल्क भी हो सकते हैं जैसे एनुअल मेंटेनेंस चार्ज (AMC), क्रेडिट चार्ज, स्टेटमेंट के लिए मेलिंग चार्ज आदि।
शेयर बाजार में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए, SEBI ने एक बेसिक सर्विसेज डीमैट एकाउंट पेश किया है जो सीमित सेवाओं के साथ एक नो-फ्रिल्स एकाउंट है। 50,000 रुपये तक के निवेश को रखने के लिए कोई एनुअल मेंटेनेंस चार्ज नहीं है। 50,001 रुपये से 2,00,000 रुपये के बीच निवेश के लिए, एएमसी 100 रुपये चार्ज करता है।
डीमैट खाता खोलने के लिए डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार
डीमैट अकाउंट क्या होता है -(Demat Account in Hindi)
- Post last modified: July 12, 2020
- Post author: Yogesh Singh
- Post category: Share Market
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हेलो दोस्तों ! क्या आप को पता है Demat Account क्या होता है (Demat Account in Hindi)? इसके आने से Share Market में निवेश करने की प्रक्रिया में कैसे बदलाव आया है और कैसे आप भी Demat Account खोल सकते है ? इसके क्या क्या फायदे है ?बाजार में निवेश करने के लिए Demat Account क्यों जरुरी है ?आईये विस्तार में जानते है |
Demat Account क्या होता है (Demat Account in Hindi)?
Demat Account में लोगो द्वारा खरीदे गए शेयर्स को रखा जाता है और शेयर के अलावा म्युचुअल फंड यूनिट,बॉन्ड , डिबेंचर, और सिक्योरिटीज को भी रखा जाता है । बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास Demat Account जरूर होना चाहिए |
जैसे आप बैंक में जाकर अपने पैसे निकालते है तो वह भौतिक रूप में आपको मिलते है | वही जब आप क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग के के माध्यम से किसी को पैसे ट्रांसफर करते हो तो वह भी Digital Money कहलाता है |
ठीक उसी प्रकार आपके शेयर्स भी डिजिटल रखे जाते है जिसे आप भौतिक रूप डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार से देख नहीं सकते और शेयर्स बेचने पर दूसरे व्यक्ति के Demat Account में वह शेयर्स स्थानांतरित हो जाते है|
Demat Account एक बैंक अकाउंट की तरह ही है बस यहाँ पैसे नहीं शेयर्स रखे जाते है और शेयर्स बेचने पर यही से दुसरे निवेशक के Demat Account में ट्रांसफर भी किये जाते है|
लेकिन पहले यह प्रक्रिया इतनी सरल नहीं थी| उस समय आप को कंपनी द्वारा दस्तावेज दिए जाते थे और जब आपको अपने शेयर्स को बेचना होता था तो उन सब दस्तावेजों को कंपनी में वापिस जमा करना पड़ता था | कभी कभी इस प्रक्रिया में कई महीने भी लग जाए किया करते थे |
Demat Account क्यों होना चाहिए ?
अगर आपको शेयर मार्किट से shares खरीदने और बेचने है तो आपके पास Demat Account जरूर होना चाहिए | क्योँकि SEBI(Security and Exchange Board OF India) के निर्देशानुशार बिना डीमैट डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार खाते के आप shares खरीद और बेच नहीं सकते |
Demat Account कौन खोलता है ?
भारत में केवल दो संस्थाओ द्वारा ही डीमैट अकाउंट खोला जाता है:
- National Securities Depository Limited(NSDL)
- Central Depository Services Limited (CDSL)
आपको बस अपने ब्रोकर या बैंक को निर्देश देने की जरुरत है वह इन दोनों संस्थाओ में से किसी एक के पास आपका डीमैट अकाउंट खोल देंगे | भारत में बहुत से ब्रोकर्स है जो इन दो संस्थाए से जुड़े है जिनके पास जाकर आप अपना डीमैट खाता खुलवा सकते है अब तो इंटरनेट के माधयम से यह प्रक्रिया काफी सरल हो चुकी बस आपके पास खाता खुलवाने के लिए पैन कार्ड जरूर होना चाहिए |
डीमैट खाता खोलने के लिए कौन कौन से Documents की जरुरत पड़ती है ?
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास नीचे दिए गए डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ती है|
- पैन कार्ड (Pan Card)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- २ पासपोर्ट फोटो (2 Passport Size Photos)
- सेविंग खाता पासबुक (Saving Bank Account Passbook)
Demat Account खुलवाने का खर्च ?डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार
आपको लगता होगा की डीमैट अकाउंट खोलना काफी ख़र्चे वाला काम होगा तो में आपको बता दू आप बिलकुल गलत हो | डिस्काउंटेड ब्रोकर्स के आने जाने से डीमैट अकाउंट रखना काफी किफायती हो गया है |
यहाँ तक की कुछ ब्रोकर्स तो बिना पैसे लिए ही आपका खाता खुलवा देते है Upstox और Angel Broker वह दो ब्रोकर्स है जो आपका खाता बिना पैसे लिए ही खुलवा देते है साथ ही में 1 साल तक फ्री मेन्टेन्स भी देते है | वैसे डीमैट अकाउंट खुलवाने का ख़र्च 300-700 तक आ जाता है वही मेन्टेन्स चार्जेज भी ब्रोकर्स के अपने अलग अलग होते है |
Note: डीमैट अकाउंट खुलवाने से पहले आप ब्रोकर्स की फीस ,सालाना मेन्टेन्स चार्जेज ,जरुर देख ले |
Demat Account काम कैसे करता है ?
जब आप शेयर्स खरीदते है तो आपका ब्रोकर Demat Account में वह शेयर्स को Credit कर देता है और आपको अपनी होल्डिंग्स में वो नज़र आने लगता है लेकिन शेयर्स को क्रेडिट होने में 2 दिन का समय लगता है और आप इंटरनेट के माध्यम से उसे अपनी होल्डिंग में देख सकते है |
और जब आप शेयर्स को बेचते है तो आपका ब्रोकर उन शेयर्स को आपके डीमैट अकाउंट से Debit कर देता है और आपके बिके हुए शेयर्स के पैसो को आपके Trading Account में ड़ाल देता है और आपको यह सारा विवरण इंटरनेट के माध्यम से आपको दिखने लगता है |
यह भी पढ़े
Demat Account के फायदे
- पहले शेयर्स भौतिक रूप में मिला करते थे तो इसमे चोरी तथा डकैती का खतरा बना रहता था जिस वजह से डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के प्रकार अधिकतर लोग शेयर्स में इन्वेस्ट नहीं करते थे| लेकिन अब इस परिक्रिया में से जोखिम समाप्त किया जा चूका है क्यूंकि अब शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है|
- पहले ऐसा संभव नहीं था की आप Demat account खोलते समय किसी व्यक्ति को नामांकित करे लेकिन अब आप कर सकते है|
- Demat Account के आने से शेयर्स को स्थानांतरित करने में बिलकुल भी समय नहीं लगता पहले इस परक्रिया में कभी कभी कई महीने लग जाते थे |
- Demat Account को बंद करने की प्रक्रिया भी काफी सरल हो चुकी है आप को कही भी जाने की आवश्यकता नहीं है आप इसे ऑनलाइन कर सकते है|
- पहले Shares को बेचने की प्रक्रिया सरल नहीं थी | क्योँकि आप odd lot में shares नही बेच सकते थे लेकिन अब आप कम से कम 1 share को भी बेच सकते है |
Conclusion
आज हमने जाना की Demat Account क्या होता है किसी निवेशक के लिए यह कितना जरुरी है अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |