पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है

Published - Wednesday, 30 November, 2022
'केबीसी 14' के कंटेस्टेंट ने अपनी बातचीत से बिग बी का किया मनोरंजन
मुंबई. मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने 11 वर्षीय ‘कौन बनेगा करोड़पति 14’ के प्रतियोगी वेदांत शर्मा के साथ अपनी बातचीत का लुत्फ उठाया. जब मेजबान ने उनसे एक महाशक्ति के बारे में पूछा, तो वेदांत ने कहा कि वह ‘ज्ञाननाथ जी’, कंप्यूटर के साथ अपने शरीर की अदला-बदली करना पसंद करेंगे. मुझे ज्ञाननाथ जी बनना, उत्तरों को याद करना और फिर वापस आकर खेल खेलना अच्छा लगेगा.
बाद में, एक वीडियो चलाया गया जिसमें दिखाया गया कि कैसे वेदांत अपने बड़े भाई की देखभाल करता है, जो ऑटिज्म से पीड़ित है और उनके पिता ने बिग बी से कहा कि वेदांत अथर्व का छोटा भाई है लेकिन वह हमेशा अपने बड़े भाई की तरह व्यवहार करता है. न सिर्फ अभी से बल्कि तब भी जब वेदांत छोटा था, हम अथर्व की जिम्मेदारी वेदांत पर छोड़ कर घंटों बाहर जाया करते थे और वह उसका पूरा ख्याल रखता है. बिग बी ने वेदांत के पिता से कहा कि एक पिता के रूप में, उन्हें यह देखकर गर्व होना चाहिए कि वेदांत अपने भाई की देखभाल कैसे करता है, जैसा कि अक्सर नहीं देखा जाता है.
वेदांत अपने परिवार की मदद कैसे करता है यह सुनकर मेजबान प्रभावित हुए और उन्होंने वेदांत को यह कहकर अपनी खुशी व्यक्त की कि वह वेदांत को महाशक्ति प्राप्त करने की कामना करते हैं जो उन्हें अपने भाई और बाकी सभी पीड़ित को ठीक करने में मदद करेगा. कौन बनेगा करोड़पति 14 का ‘केबीसी जूनियर्स’ 5 दिसंबर से सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर आ रहा है.
पोर्टफोलियो प्रबंधक
पोर्टफोलियो प्रबंधक
एक 'पोर्टफोलियो मैनेजर' क्या है ए पोर्टफोलियो मैनेजर एक व्यक्ति या समूह है जो पारस्परिक, एक्सचेंज-ट्रेडेड या बंद-एंड फंड की परिसंपत्तियों के निवेश के लिए जिम्मेदार है, अपनी निवेश रणनीति को लागू करना और दिन-प्रतिदिन पोर्टफोलियो व्यापार का प्रबंध करना फंड निवेश करने पर विचार करते समय एक पोर्टफोलियो मैनेजर सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। पोर्टफोलियो प्रबंधन सक्रिय या निष्क्रिय हो सकता है, और ऐतिहासिक प्रदर्शन रिकॉर्ड से संकेत मिलता है कि सक्रिय अल्पसंख्यक निधि प्रबंधकों ने लगातार बाजार को हराया।
डाउन 'पोर्टफोलियो मैनेजर' पोर्टफोलियो मैनेजर का एक फंड पर बहुत प्रभाव पड़ता है, चाहे वह फंड बंद या खुले म्युचुअल फंड, हेज फंड, उद्यम पूंजी निधि या एक्सचेंज- ट्रेडेड फंड निधि के पोर्टफोलियो के प्रबंधक सीधे फंड के समग्र रिटर्न पर असर डालेंगे। इसलिए, पोर्टफोलियो प्रबंधकों को आम तौर पर अनुभवी निवेशकों, ब्रोकरों या व्यापारियों को वित्तीय प्रबंधन में मजबूत पृष्ठभूमि वाले और निरंतर सफलता के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ अनुभव होता है।
पृष्ठभूमि के बावजूद एक पोर्टफोलियो प्रबंधक, या तो एक सक्रिय प्रबंधक या निष्क्रिय प्रबंधक है। यदि कोई प्रबंधक एक निष्क्रिय दृष्टिकोण लेता है, तो उसकी निवेश की रणनीति एक विशिष्ट बाजार सूचकांक को दर्पण करती है। इन फंडों के साथ, एक बेंचमार्क के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला मार्केट इंडेक्स बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि एक निवेशक को दीर्घकालिक के समान रिटर्न मिलने की उम्मीद करनी चाहिए।
इसके विपरीत, एक प्रबंधक निवेश के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण ले सकता है, जिसका मतलब है कि वह लगातार औसत बाजार रिटर्न को हरा करने का प्रयास करता है। इस परिदृश्य में, पोर्टफोलियो प्रबंधक खुद बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसकी निवेश शैली सीधे फंड के रिटर्न में परिणाम करती है। निवेश के दृष्टिकोण के बारे में अधिक जानकारी के लिए संभावित निवेशकों को सक्रिय फंड के विपणन सामग्री को देखना चाहिए।
पोर्टफोलियो प्रबंधक के महत्वपूर्ण पहलू
निवेश के बावजूद, सभी पोर्टफोलियो प्रबंधकों को सफल होने के लिए बहुत विशिष्ट गुण होने चाहिए। सबसे पहले विचारों की उत्पत्ति हो रही है। यदि पोर्टफोलियो मैनेजर सक्रिय है, तो मूल निवेश अंतर्दृष्टि प्राप्त करने की क्षमता सर्वोपरि है। 7,000 से अधिक कंपनियां चुनने के लिए, सक्रिय निवेशकों को यह समझना चाहिए कि वे कहां देख रहे हैं। यदि प्रबंधक एक निष्क्रिय दृष्टिकोण लेता है, तो मूल अंतर्दृष्टि उस मार्केट इंडेक्स के रूप में आती है जिसे उसने दर्पण का फैसला किया है। निष्क्रिय प्रबंधकों को भी चुना गया सूचकांक के बारे में स्मार्ट होना चाहिए।
Uniparts India IPO : गैर-संस्थागत कोटा पूरी तरह से सब्सक्राइब, जानें- आज क्या है ताजा जीएमपी व अन्य डिटेल्स
Uniparts India IPO : यूनिपार्ट्स इंडिया का आईपीओ गैर-संस्थागत कोटा पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया है. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी को 0.94 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 1.12 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.
Updated: December 1, 2022 11:37 AM IST
Uniparts India IPO : इंजीनियरिंग सिस्टम और समाधान प्रदाता यूनिपार्ट्स इंडिया की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश, (IPO) पूरी तरह से प्रवर्तक समूह संस्थाओं और मौजूदा निवेशकों द्वारा 14,481,942 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश (ओएफएस) है. जिसके लिए खोला गया था. बुधवार को 2 दिसंबर तक पब्लिक सब्सक्रिप्शन अब तक 71 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. 836 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 548-577 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था.
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यूनिपार्ट्स इंडिया आईपीओ सब्सक्रिप्शन
गुरुवार सुबह तक यूनिपार्ट्स इंडिया का आईपीओ 71 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है. 836 करोड़ रुपये के आईपीओ को ऑफर पर 1,01,37,360 शेयरों के मुकाबले 72,27,625 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं.
खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी को 0.94 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 1.12 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के मामले में, आईपीओ ने प्रस्ताव पर 28,96,388 शेयरों के मुकाबले 9,450 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त कीं.
यूनिपार्ट्स इंडिया का इश्यू साइज, प्राइस बैंड और लिस्टिंग
आईपीओ पूरी तरह से प्रवर्तक समूह संस्थाओं और पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है मौजूदा निवेशकों द्वारा 14,481,942 इक्विटी शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) है. 577 रुपये के प्राइस बैंड के ऊपरी सिरे पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है पर पब्लिक इश्यू से 836 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है. 836 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 548-577 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
ओएफएस में शेयरों की पेशकश करने वालों में प्रवर्तक समूह की संस्थाएं हैं – द करण सोनी 2018 सीजी-एनजी नेवादा ट्रस्ट, द मेहर सोनी 2018 सीजी-एनजी नेवादा ट्रस्ट, पामेला सोनी – और निवेशक – अशोका इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड और अंबादेवी मॉरीशस होल्डिंग लिमिटेड.
कंपनी 12 दिसंबर को एनएसई और बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध होगी.
क्यूआईबी, एनआईआई और खुदरा निवेशकों के लिए कोटा
आईपीओ के लिए, यूनिपार्ट्स इंडिया ने योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए जारी किए गए 50 प्रतिशत को आरक्षित किया है. कंपनी ने गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए 15 फीसदी और खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी कोटा तय किया है.
निवेशक 25 शेयरों और उसके गुणकों में बोली लगा सकते हैं. चूंकि आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए कंपनी को पब्लिक इश्यू से कोई आय प्राप्त नहीं होगी.
यूनिपार्ट्स इंडिया आईपीओ जीएमपी
बाजार पर्यवेक्षकों के अनुसार, यूनिपार्ट्स इंडिया के गैर-सूचीबद्ध शेयर वर्तमान में ग्रे मार्केट में 577 रुपये के ऊपरी बैंड के ऊपर 72 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं. इसका मतलब है कि ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर 649 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं. कीमत पिछले दिन के 648 रुपये प्रति शेयर से अधिक है, जो अधिकतम निर्गम मूल्य से 12.48 प्रतिशत अधिक है. जीएमपी इंगित करता है कि कंपनी के शेयरों की अपेक्षित सूची मूल्य निर्गम मूल्य के मुकाबले अधिक होने जा रहा है. बाजारों में भावनाओं के आधार पर प्रीमियम में उतार-चढ़ाव होता है.
यूनिपार्ट्स इंडिया के बारे में
यूनिपार्ट्स इंडिया इंजीनियर्ड सिस्टम्स और सॉल्यूशंस की ग्लोबल मैन्युफैक्चरर है. यह 25 से अधिक पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है देशों में अपनी उपस्थिति के कारण कृषि और निर्माण, वानिकी और खनन और आफ्टरमार्केट क्षेत्रों में ऑफ-हाइवे बाजार के लिए सिस्टम और घटकों के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है.
यह ऑफ-हाइवे वाहनों के लिए मूल्य श्रृंखला में उपस्थिति के साथ सटीक उत्पादों की आपूर्ति करने वाली अवधारणा है. कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में 3-पॉइंट लिंकेज सिस्टम के मुख्य उत्पाद वर्टिकल और सटीक मशीनी पुर्जे के साथ-साथ पावर टेक ऑफ, फैब्रिकेशन और हाइड्रोलिक सिलिंडर या उसके पुर्जे के आसन्न उत्पाद वर्टिकल शामिल हैं.
सार्वजनिक होने का यह कंपनी का तीसरा प्रयास है. इससे पहले, यूनिपार्ट्स ने दिसंबर 2018 और सितंबर 2014 पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है में सेबी के साथ अपने आईपीओ के कागजात दाखिल किए थे. इसने दो मौकों पर आईपीओ लॉन्च करने के लिए नियामक की मंजूरी भी प्राप्त की थी, लेकिन प्रारंभिक शेयर बिक्री के साथ आगे नहीं बढ़ी.
एक्सिस कैपिटल, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स और जेएम फाइनेंशियल इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
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प्रणय-राधिका रॉय के इस्तीफे के बाद RRPR में इन तीन डायरेक्टर्स की हुई नियुक्ति
by समाचार4मीडिया ब्यूरो
Published - Wednesday, 30 November, 2022
‘आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड’ (RRPRH) के डायरेक्टर पद से मंगलवार को प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफा देने के बाद सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण को तत्काल प्रभाव से RRPRH के बोर्ड में निदेशक (डायरेक्टर) के रूप में नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों के साथ ही अडानी ग्रुप की एनडीटीवी के बोर्ड में एंट्री हो गई है।
बता दें कि एनडीटीवी के प्रमोटर्स प्रणय रॉय के नाम कंपनी में 15.94 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि उनकी पत्नी और राधिका रॉय का कंपनी में 16.32 फीसदी हिस्सा है। प्रणय रॉय और राधिका रॉय ही आरआरपीआर के प्रोमोटर्स थे, इस कंपनी के पास एनडीटीवी के 29.18 फीसदी शेयर थे, यानी NDTV में इनके पास कुल मिलाकर 61.45% हिस्सेदारी थी।
अब, रॉय दंपत्ति के पास कुल 32.26% हिस्सेदारी शेष है, क्योंकि इससे पहले हाल ही में आरआरपीआर ने अडानी ग्रुप के विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) को 99.9 प्रतिशत शेयर ट्रांसफर किए थे, जिसके बाद अडानी ग्रुप को एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी मिल गई थी और 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए वह ओपन ऑफर लेकर आया हुआ है।
वरिष्ठ पत्रकार संजय पुगलिया बिजनेस व फाइनेंसियल न्यूज कंपनी ‘क्विंटिलियन बिजनेस मीडिया लिमिटेड’ में एडिटोरियल डायरेक्टर भी हैं। पुगलिया AMG मीडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) व एडिटर-इन-चीफ हैं। अडानी एंटरप्राइजेज ने 2021 में समूह की मीडिया इकाई का नेतृत्व करने के लिए अनुभवी पत्रकार संजय पुगलिया को सीईओ व एडिटर-इन-चीफ के पद पर नियुक्त किया था।
इस साल सितंबर में संजय पुगलिया ने ‘क्विंट डिजिटल मीडिया‘ (Quint Digital Media Ltd) में प्रेजिडेंट के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद ‘अडानी ग्रुप’ (Adani Group) ने उन्हें अपनी मीडिया इकाई का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया था।
‘क्विंट‘ को जॉइन करने से पहले संजय पुगलिया ‘सीएनबीसी आवाज’ (CNBC Awaaz) में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। वे चैनल पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है की लॉन्चिंग का अहम हिस्सा रहे थे और 12 वर्षों तक इस चैनल का नेतृत्व किया था। इसके अतिरिक्त बतौर न्यूज डायरेक्टर उन्होंने हिंदी न्यूज चैनल ‘स्टार न्यूज’ (अब एबीपी न्यूज) की स्थापना की और ‘आजतक’ की फाउंडिंग टीम का हिस्सा भी रहे।
संजय पुगलिया को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब तीन दशक का अनुभव है। वह टीवी पत्रकारिता के साथ-साथ प्रिंट में भी काम कर चुके हैं। ‘आजतक’ (AajTak), ‘जी न्यूज’(Zee News), ‘स्टार न्यूज’(Star News) और ‘सीएनबीसी आवाज’(CNBC Awaaz) में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके संजय पुगलिया ने ‘द टाइम्स ग्रुप’ (The Times Group) और पोर्टफोलियो मैनेजर क्या करता है ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ (Business Standard) के साथ भी काम किया है।
वहीं, सेंथिल चेंगलवरायण, देश की बिजनेस न्यूज मीडिया में जाना-माना नाम हैं। सेंथिल को इंडस्ट्री में काम करने का 35 साल से ज्यादा का अनुभव है। वह ‘सीएनबीसी टीवी18’ (CNBC TV18) के फाउंडिंग एडिटर और ‘नेटवर्क’ (Network 18) के बिजनेस न्यूज रूम में एडिटर-इन-चीफ रह चुके हैं।
सुदीप्त भट्टाचार्य अडानी समूह में उत्तरी अमेरिका के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) हैं। वह समूह के मुख्य टेक्नोलॉजी ऑफिसर भी हैं।
समूह में अपने वर्तमान कार्यभार से पहले, भट्टाचार्य अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) और SEZ के सीईओ और समूह के चीफ स्ट्रैटजी ऑफिसर थे।
अडानी समूह में शामिल होने से पहले, वह इंजीनियरिंग और आईटी कंपनी ‘इनवेन्सिस’ (Invensys) के सॉफ्टवेयर बिजनेस के सीईओ थे। इससे पहले, भट्टाचार्य SAP में आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (supply chain management), निर्माण (manufacturing) और इंजीनियरिंग उत्पाद पोर्टफोलियो (engineering product portfolio) के वाइस प्रेजिडेंट थे।
इसके अतिरिक्त उन्होंने 10 वर्षों तक टाटा समूह के साथ काम किया है, जहां उन्होंने प्रमुख रासायनिक संयंत्र संचालन, इंजीनियरिंग परियोजनाएं और आपूर्ति श्रृंखला संचालन का नेतृत्व किया था।
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