सिद्ध तरीके

डीमैट अकाउंट क्या होता है

डीमैट अकाउंट क्या होता है
अपस्टॉक्स (Upstox) के ग्राहक को लॉग इन करने के लिए OTP/पिन देना होगा। मोबाइल द्वारा लॉग इन करने के लिए बायोमीट्रिक के साथ ओटीपी या पिन का प्रयोग किया जा सकता है।

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डीमैट अकाउंट
क्या होता है?

डीमैट अकाउंट Shares को सुरक्षित रखते हैं, जिससे फोर्जरी(फर्जी या नकली दस्तावेज) से संबंधित शेयरों या जोखिमों की हानि को रोकते हैं.

यह प्रतिभूतियों (Securities) की तेजी से व्यापार करने की एक आसान विधि है.

ऑनलाइन स्टॉक मार्केट में Shares का Trading करने के लिए Demat Account और ट्रेडिंग Trading Account की आवश्यकता होती है.

Demat Account कितने प्रकार के होते है?

Demat Account के तीन प्रकार होते है|

रेगुलर डीमैट अकाउंट

रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट

नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट

किसी भी Demat Account को खोलने के लिए निम्न प्रकार के डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है

पहचान का प्रमाण
पते का प्रमाण
आय का प्रमाण

बैंक अकाउंट का प्रमाण (कैंसल्ड चेक)
PAN कार्ड की कॉपी
वीज़ा की कॉपी (NRI के लिए)
फेमा घोषणा (एनआरआई के लिए)

डीमैट अकाउंट क्या है डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

डीमैट अकाउंट क्या है


शेयर बाजार में कोई भी व्यक्ति बिना डीमैट अकाउंट के शेयर खरीद और बेंच नहीं सकता है डीमेट डीमेट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट जैसा ही होता है बैंक अकाउंट में आप रुपए का

लेना-देना डीमैट अकाउंट क्या होता है करते हैं उसी प्रकार डीमेट अकाउंट में आपके shares को डेबिट और क्रेडिट किया जाता है डीमैट अकाउंट आपके द्वारा खरीदे गए ऑनलाइन शेयर क्रेडिट एंड डेबिट किए जाते हैं


अकाउंट खोलने के लिए शीर्ष बैंकों में यह सेवा उपलब्ध है जैसे आईसीआईसी बैंक एसबीआई बैंक पंजाब नेशनल बैंक एचडीएफसी बैंक आदि डीमेट अकाउंट की सुविधा प्रदान करती हैं और प्राइवेट में बहुत सारी कंपनियां डीमेट अकाउंट की सुविधा प्रदान करते हैं सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकरेज कंपनियां डीमैट अकाउंट ऑनलाइन खुलती है इसमें आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं रहती है डीमैट अकाउंट खोलने वाली कंपनियां जरोदा एंजल ब्रोकिंग सेमको 5paisa आदि कंपनियां डीमेट अकाउंट खोलती है
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डीमैट अकाउंट क्या है | Demat Account In Hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको Demat Account In Hindi आर्टिकल पर डीमैट अकाउंट के बारे में आप सबको बताने वाले डीमैट अकाउंट क्या होता है हैं और दोस्तों आप सब ने कई जगह इसके बारे में सुना होगा या कहीं पढ़ रखा होगा डीमेट अकाउंट के बारे में और अगर इसके बारे में डिटेल में जाने की इच्छा हो रही है तो हमारी इस लेख को पूरा ध्यान से पढियेगा

क्योंकि हम आपको सीधे और सरल शब्दों में इसके बारे में आपको बताएंगे कि डिमैट अकाउंट क्या है कैसे काम करता है कैसे खुलवाएं कहां खुलवाएं इसके लाभ इत्यादि सब कुछ तो दोस्तों चलिए जानते हैं डीमैट अकाउंट के बारे में

What is Demat Account In Hindi

दोस्तों डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट का मतलब है De-materialization यानी आसान भाषा में कहें तो बिना किसी कागज या डाक्यूमेंट्स का भौतिक रूप में ना होना यानी सिर्फ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही सारी प्रक्रिया होना

दोस्तों पहले के समय में सब डीमैट अकाउंट क्या होता है कुछ काम काज ऑफिसियल पेपर वर्क द्वारा ही किया जाता था लेकिन अब सब कुछ ऑनलाइन ही कार्य होता है दोस्तों पहले जब हम शेयर बाजार में निवेश करते थे या फिर किसी से शेयर की खरीद व बिक्री करते थे तो यह पेपर द्वारा ही होता था

जिसमें काफी टाइम वा उबाऊ प्रोसेस से गुजरना पड़ता था इसलिए लोग ज्यादातर शेयर बाजार की तरफ जाने से भी कतराते हैं पर आज सेबी के नियमों द्वारा यह सब प्रक्रिया आसान बन गई है और अब यह सब सारा वर्क डिमैट अकाउंट डीमैट अकाउंट क्या होता है डीमैट अकाउंट क्या होता है द्वारा और सरल हो गया है अब आप सारा काम डीमेट अकाउंट द्वारा व एक ही ऑनलाइन प्लेटफार्म द्वारा बड़ी आसानी से कर सकते हैं पहले के समय में डाक्यूमेंट्स का खो जाने जल जाने भीग जाने का खतरा हमेशा बना रहता था जो अब ऑनलाइन प्रोसेस द्वारा खत्म हो गया

Demat Account कैसे काम करता है

  • दोस्तों आप जब डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं तो सबसे पहले KYC करानी पड़ती है जिसमें पैन डीमैट अकाउंट क्या होता है कार्ड व आधार कार्ड होना अनिवार्य होता है और KYC के जरिए ही आपका डीमैट अकाउंट वेरीफाई किया डीमैट अकाउंट क्या होता है जाता है
  • आपके डीमैट अकाउंट को आपके बैंक अकाउंट से सीधे जोड़ दिया जाता है ताकि आप अपने बैंक अकाउंट की राशि सीधे डिमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सके और उस राशि से शेयर की खरीद कर सके शेयरो को खरीदने के बाद आपके अकाउंट में ही होल्ड करके रखा जाता है और जब आप शेयरो को बेचना चाहते हैं तो उस डिमैट अकाउंट से ही बेचते है और वह शेयर कोई दूसरा व्यक्ति अपने डीमैट अकाउंट के जरिए ही खरीदता है उसे और होल्ड कर लेता है तो दोस्तों डिमैट अकाउंट इसी प्रकार वर्क करता है
  • दोस्तों जब आप अपनी शेयरो को बेच देते हैं तो पुनः आपके डीमैट अकाउंट में शेयर के बदले राशि आ जाती है आप यह राशि चाहे तो फिर से शेयर खरीद ले या फिर आप अपने बैंक अकाउंट में पुनः वापिस ट्रांसफर कर सकते हैं अपने जरूरत के हिसाब से
  • दोस्तों डीमैट अकाउंट इसी तरह काम करता है और आप भी डीमैट अकाउंट की सहायता डीमैट अकाउंट क्या होता है से इसी प्रकार शेयर बाजार या कहे तो स्टॉक मार्केट में निवेश या खरीद वा बिक्री कर सकते हैं

डीमैट अकाउंट क्या होता है

You are currently viewing डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है !!

  • Post author: Ankita Shukla
  • Post published: March 14, 2019
  • Post category: Gyan
  • Post comments: 0 Comments

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “Demat Account and Trading Account” अर्थात “डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम बताएंगे कि “डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. जैसा कि हम सब जानते हैं जब भी हम एक ब्रोकर के जरिये अपना डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं, तो वो साथ में ट्रेडिंग अकाउंट भी खोलते हैं. क्यूंकि बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप शेयर मार्किट में अपना काम आसानी से नहीं कर सकते हैं. लेकिन दोनों अकाउंट साथ में खुलने का अर्थ ये बिलकुल नहीं होता है कि दोनों अकाउंट समान कार्य करते हैं या ये दोनों अकाउंट समान है. दोस्तों आज हम आपको इन्ही के विषय में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है | What is Trading account in Hindi !!

जैसा कि हम सब जानते हैं, कि पहले से समय में किसी भी कार्य को करने के लिए हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का साधन उपलब्ध नहीं हुआ करते थे और यह समान स्थिति शेयर मार्किट के केस में भी थी. अर्थात जब भी पहले कोई भी कंपनी के शेयर को खरीदता था, तो उसे सर्टिफिकेट के रूप में एक कागज दिया जाता था, जिसपर व्यक्ति का नाम, शेयर की संख्या, तारीख, आदि लिखा रहता था. लेकिन अब वो समस्या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये दूर हो गयी है अर्थात अब यदि डीमैट अकाउंट क्या होता है आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना या बेचना चाहते हैं तो अब आपको उसके लिए शारीरिक रूप से उपस्थित होना आवश्यक नहीं होता है. बस कंप्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से आप आसानी से शेयर को खरीद व बेच सकते हैं, लेकिन इस प्रकार के लेनदेन मतलब ट्रेडिंग के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना अनिवार्य होता है. यदि आपको शेयर मार्किट में अपना बिज़नेस करना है या शेयर का लेनदेन करना डीमैट अकाउंट क्या होता है है, तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। जिसके बिना ये संभव नहीं होता है.

डीमैट अकाउंट क्या है | What is Demat Account in Hindi !!

अब जैसा कि आपको समझ में आ गया होगा कि ट्रेडिंग अकाउंट का क्या काम है तो बात अब डीमैट अकाउंट की करते हैं , यह अकाउंट भी शेयर मार्केट का ही एक भाग है। ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये हम शेयर बाजार में शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। तब हमे उन उस खरीदे हुए शेयर को रखने के लिए भी एक एकाउंट की आवश्यकता पड़ती है, जिसे हम डीमैट अकाउंट कहते है। जब हम कोई शेयर खरीद कर अपने पास रख लेते हैं तो वह डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेव रहते है, और जब हम उन शेयर को बेचना चाहते हैं तो शेयर हमारे डीमैट अकाउंट से निकलकर ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से खरीदने वाले के पास चले जाते है।

# ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट दोनों साथ में खोले जाने वाले अकाउंट होते हैं.

# ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये शेयर को खरीदा व बेचा जाता है और डीमैट अकाउंट के जरिये शेयर को सुरक्षित संभाल कर रखा जाता है.

Demat login new rules: डीमैट लॉग इन के लिए ज़रूरी

  • Date : 09/09/2022
  • Read: 3 mins Rating : -->

डीमैट खाताधारकों ने यदि ‘टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन’ विकल्प नहीं चुना (इनेबल न किया) तो इक्विटी बाजार में कारोबार करने के लिए लॉग इन नहीं कर सकेंगे।

demat account

Demat account login new rules: भारतीय स्टॉक एक्सचेंज द्वारा 14 जून, 2022 को जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार यदि डीमैट खाताधारकों ने अपने खाते में 30 सितंबर, 2022 तक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का विकल्प नहीं चुना (इनेबल नहीं किया) तो अब वे अपने खाते में लॉग इन नहीं कर सकेंगे।

सर्कुलर के अनुसार खाताधारक द्वारा लॉग इन करने के लिए बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन को एक विकल्प के रूप में प्रधानता देना बेहतर होगा। दूसरे स्टेप के लिए वे ऐसी जानकारी का विकल्प चुनें जो सिर्फ खाताधारक को ही मालूम हो जैसे कि पासवर्ड, पिन या फिर पजेशन फैक्टर।

डीमैट खाते के लिए टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का विकल्प कैसे चुनें (इनेबल करें)

भारतीय स्टॉक एक्सचेंज द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन के साथ पासवर्ड/पिन अथवा OTP/सुरक्षा टोकन में से एक विकल्प चुन कर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल किया जा सकता है। बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की सुविधा यदि उपलब्ध नहीं है तो उसके स्थान पर डीमैट खाते में लॉग इन करने के लिए पासवर्ड/पिन के साथ OTP/सुरक्षा टोकन के विकल्प चुने जा सकते हैं।

माहेश्वरी ने बताया, “हर बार बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन के जरिए डीमैट खाते में लॉग इन करना संभव नहीं हो सकता। खासकर जब लॉग इन डेस्कटॉप पर किया जा रहा हो। ऐसे में 1 अक्टूबर के बाद खाते में लॉग इन करने के लिए स्टॉकब्रोकरों द्वारा दोनों विकल्प, पासवर्ड के साथ ओटीपी का प्रयोग किया जा सकता है।” निवेशकों को अपने स्टॉकब्रोकर्स से इस विषय में जानकारी जरूर ले लेनी चाहिए कि 1 अक्टूबर से वे किस विकल्प के साथ डीमैट खाते में लॉग इन कर सकते हैं।

डीमैट अकाउंट क्या होता है

Demat account login new rules: भारतीय स्टॉक एक्सचेंज द्वारा 14 जून, 2022 डीमैट अकाउंट क्या होता है को जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार यदि डीमैट खाताधारकों ने अपने खाते में 30 सितंबर, 2022 तक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का विकल्प नहीं चुना (इनेबल नहीं किया) तो अब वे अपने खाते में लॉग इन नहीं कर सकेंगे।

सर्कुलर के अनुसार खाताधारक द्वारा लॉग इन करने के लिए बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन को एक विकल्प के रूप में प्रधानता देना बेहतर होगा। दूसरे स्टेप के लिए वे ऐसी जानकारी का विकल्प चुनें जो सिर्फ खाताधारक को ही मालूम हो जैसे कि पासवर्ड, पिन या फिर पजेशन फैक्टर।

ऑनलाइन स्टॉकब्रोकर जेरोधा (Zerodha) ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, “विनिमय के नए नियमों के अनुसार 30 सितंबर, 2022 तक डीमैट खाते में लॉग इन करने के लिए TOTP टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का विकल्प चुनना (इनेबल करना) अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर खाताधारक काइट (Kite) में लॉग इन नहीं कर सकेंगे”। काइट (Kite), स्टॉकब्रोकिंग कंपनी का अपना कारोबारी प्लेटफॉर्म है।

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