सिद्ध तरीके

शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव

शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव
गौरतलब है कि गांवों के विकास के लिए सांसद आदर्श ग्राम योजना का उल्लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में किया था। 11 अक्तूबर 2014 को यह योजना शुरू की गई थी। इसके तहत सांसदों को अपने क्षेत्र में एक ‘आदर्श ग्राम’ का चयन करके उसका विकास करना है।

आदर्श किराया कानून :क्या राज्य इसे स्वीकार करेंगे?

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को अपने पहले बजट में पुराने पड़ चुके किराया कानूनों से निजात पाने की बात कही थी। इसके एक सप्ताह बाद आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने आदर्श किराया कानून, 2019 का मसौदा जारी करके लोगों से सुझाव मांगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) की तरह किराया कानून को लागू करना राज्यों पर निर्भर होगा। हालांकि इस बात की संभावना है कि केंद्र किराये पर नियंत्रण के लिए कोई कानून नहीं बनाएगा क्योंकि जमीन राज्य का विषय है। कानूनी फर्म कीस्टोन में पार्टनर अरुण श्रीकुमार ने कहा, 'आदर्श किराया कानून एक ढांचा हो सकता है। जमीन राज्य का विषय है और उन्हें ही इस बारे में कानून बनाना है।'

विशेषज्ञों के मुताबिक आदर्श कानून राज्यों को अनुपालन के लिए एक ढांचा मुहैया करेगा। हालांकि यह साफ नहीं है कि राज्य केंद्र के रास्ते पर चलेंगे या पूरी तरह अलग कानून बनाएंगे। उदाहरण के लिए तमिलनाडु ने इसी साल फरवरी में अपना किराया कानून बनाया था। अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य आदर्श किराया कानून को अपनाएंगे लेकिन उसमें अपनी जरूरत के हिसाब में बदलाव कर सकते हैं। आदर्श किराया कानून के मसौदे में मूल और प्रक्रियात्मक प्रावधान शामिल हैं। मूल प्रावधानों में इस तरह की चीजें शामिल हैं जैसे सिक्योरिटी डिपॉजिट के रूप में कितना पैसा लिया जा सकता है और जुर्माना कितना है। श्रीकुमार ने कहा, 'कोई भी असहमति कानून द्वारा सुलझाई जाएगी।'

सांसद आदर्श ग्राम योजना : 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी

सांसद आदर्श ग्राम योजना : 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी

संसद (सोर्स- फाइल)

केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी सांसद आदर्श ग्राम योजना के शुरू होने के बाद से अब तक योजनाबद्ध 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी की जा सकी हैं। सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत अक्तूबर 2014 में हुई थी। लोकसभा में कोमती वेंकट रेड्डी, एम श्रीनिवास रेड्डी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की प्रगति की जानकारी मांगी थी।

मंत्री ने बताया कि इस योजना के पोर्टल पर दिए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत पंचायतों में ग्राम विकास के लिए योजनाबद्ध 96,996 परियोजनाओं में से 58,शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव 228 परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ है जो कुल परियोजनाओं का 60 फीसद है।
क्या देश में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आदर्श गांव योजना के संबंध में कुछ गांव प्रगति करने में पिछड़ गए हैं, सिंह ने कहा, ‘जी, नहीं। सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत निर्धारित ग्राम पंचायतों का निरंतर विकास हो रहा है। शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव ग्राम पंचायतें, ग्राम विकास योजनाएं तैयार करती हैं जिनमें प्रस्तावित कार्यकलापों को केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं राज्यों की योजनाओं के तालमेल से कार्यान्वित किया जाता है।’

सांसद आदर्श ग्राम योजना : 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी

सांसद आदर्श ग्राम योजना : 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी

संसद (सोर्स- फाइल)

केंद्र सरकार की महत्त्वाकांक्षी सांसद आदर्श ग्राम योजना के शुरू होने के बाद से अब तक योजनाबद्ध 96,996 परियोजनाओं में से 60 फीसद ही पूरी की जा सकी हैं। सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत अक्तूबर 2014 में हुई थी। लोकसभा में कोमती वेंकट रेड्डी, एम श्रीनिवास रेड्डी के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की प्रगति की जानकारी मांगी थी।

मंत्री ने बताया कि इस योजना के पोर्टल पर दिए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत पंचायतों में ग्राम विकास के लिए योजनाबद्ध 96,996 परियोजनाओं में से 58,228 परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ है जो कुल परियोजनाओं का 60 फीसद है।
क्या देश में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आदर्श गांव योजना के संबंध में कुछ गांव प्रगति करने में पिछड़ गए हैं, सिंह ने कहा, ‘जी, नहीं। सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत निर्धारित ग्राम पंचायतों का निरंतर विकास हो रहा है। ग्राम पंचायतें, ग्राम विकास योजनाएं तैयार करती हैं जिनमें प्रस्तावित कार्यकलापों को केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं राज्यों की योजनाओं के तालमेल से कार्यान्वित किया जाता है।’

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Fenugreek Farming: मेथी को भारत में "मेथी" के रूप में जाना जाता है और इसका उपयोग मसालों के रूप में और भोजन तैयार करने के लिए एक स्वादिष्ट बनाने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है। युवा फली और पत्तियों का उपयोग दैनिक खाना पकाने में सब्जी के रूप में किया जाता है। मेथी के पत्ते प्रोटीन मिनरल और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। मेथी का वानस्पतिक नाम "ट्राइगोनेला फेनम-ग्रेकेम" है। मेथी "Fabaceae" के परिवार से संबंधित है। मेथी का उपयोग जड़ी-बूटी (पौधे की पत्तियों) और मसाले (बीज) दोनों के रूप में किया जाता है।

इसकी फसल को इसके बीजों के लिए व्यावसायिक रूप से शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव उगाया जाता है। भारत में सबसे बड़ा मेथी उत्पादन राज्य राजस्थान है। अन्य प्रमुख मेथी उत्पादन राज्य तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश हैं।

  • मेथी के कुछ स्वास्थ्य लाभ नीचे दिए गए हैं।
  • कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
  • मधुमेह को रोकने में मदद करता है।
  • कैंसर से बचाने में मदद करता है।
  • स्वस्थ टेस्टोस्टेरोन के स्तर में मदद करता है।
  • पाचन समस्याओं में मदद करता है।
  • वजन घटाने में मदद करता है।

Monsoon Forecast: मानसून की शुरुआत के लिए ये हैं शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव कुछ जरूरी कारक जिम्मेदार, जानें इनके बारे में

Monsoon Forecast: मानसून की शुरुआत के लिए ये हैं कुछ जरूरी कारक जिम्मेदार, जानें इनके बारे में

नई दिल्ली। Onset of Monsoon भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल तट से एक जून को टकराने की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई है। विभाग के अनुसार 31 मई को दक्षिण पूर्व और निकटवर्ती मध्य पूर्वी अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है। गुरुवार को दक्षिण पश्चिम मानसून मालदीव कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, अंडमान सागर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों में आगे बढ़ा है।

उम्मीद की जा रही है कि अगले 48 घंटों के दौरान मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में आगे शुरुआती के लिए आदर्श सुझाव बढ़ेगा। मानसून की शुरुआत के लिए कुछ कारक जिम्मेदार होते हैं, जो कि साल दर साल बदलते रहते हैं। इन्हीं कारणों के चलते मानसून आगे बढ़ता है और पूरे भारत को बारिश में भिगो देता है। आइये जानते हैं इन कारकों के बारे में।

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