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स्टॉप लॉस ऑर्डर्स

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Stoplos A Plus

Stoplos A Plus के लाभ और उपयोग करने का तरीका - Stoplos A Plus Benefits & Uses in Hindi

Stoplos A Plus इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -

    (और पढ़ें - हड्डियों को मजबूत बनाने के घरेलू उपाय)

Stoplos A Plus की खुराक और इस्तेमाल करने का तरीका - Stoplos A Plus Dosage & How to Take in Hindi

यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Stoplos A Plus की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Stoplos A Plus की खुराक अलग हो सकती है।

दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें

  • बीमारी: ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी)
  • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
  • अधिकतम मात्रा: 70 mg
  • दवा का प्रकार: टैबलेट
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): 1 हर सप्ताह
  • दवा लेने की अवधि: डॉक्टर की सलाह अनुसार
  • अन्य निर्देश: For postmenopausal women
  • बीमारी: ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी)
  • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
  • अधिकतम मात्रा: 70 mg
  • दवा का प्रकार: टैबलेट
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): 1 हर सप्ताह
  • दवा लेने की अवधि: डॉक्टर की सलाह अनुसार
  • अन्य निर्देश: For postmenopausal women

Stoplos A Plus के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Stoplos A Plus Side Effects in Hindi

रिसर्च के आधार पे Stoplos A Plus के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -

  • इसोफीगल अलसर
    (और पढ़ें - कब्ज के घरेलू उपाय)

Stoplos A Plus से सम्बंधित चेतावनी - Stoplos A Plus Related Warnings in Hindi

क्या Stoplos A Plus का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?

गर्भवती स्त्रियों को Stoplos A Plus खाने से मामूली साइड इफेक्ट होते हैं, जो समय के साथ अपने आप ठीक हो जाते हैं।

क्या Stoplos A Plus का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?

कुछ समय से स्तनपान कराने वाली महिला को Stoplos A Plus से किस तरह के प्रभाव होंगे, इस विषय पर किसी भी विशेषज्ञ का कोई मत नहीं हैं। इसलिए डॉक्टर से परार्मश के बाद ही इसका सेवन करें।

Stoplos A Plus का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?

किडनी पर Stoplos A Plus के खराब प्रभावों को जाने बिना भी आप इसका सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसका हानिकारक प्रभाव बेहद कम है।

Stoplos A Plus का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?

Stoplos A Plus लेने से पहले डॉक्टर से सम्पर्क जरूर करें क्योंकि इससे लीवर को हानि पहुंचती है।

क्या ह्रदय पर Stoplos A Plus का प्रभाव पड़ता है?

Stoplos A Plus के परिणाम आपके हृदय पर बेहद हानिकारक होते हैं, यह दवा लेने से पहले चिकित्सक से बात करें।

Stoplos A Plus का निम्न दवाइयों के साथ नकारात्मक प्रभाव - Stoplos A Plus Severe Interaction with Other Drugs in Hindi

Stoplos A Plus को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -

इन बिमारियों से ग्रस्त हों तो Stoplos A Plus न लें या सावधानी बरतें - Stoplos A Plus Contraindications in Hindi

अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Stoplos A Plus को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Stoplos A Plus ले सकते हैं -

Stoplos A Plus के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - Frequently asked Questions about Stoplos A Plus in Hindi

क्या Stoplos A Plus आदत या लत बन सकती है?

नहीं, Stoplos A Plus लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Stoplos A Plus का इस्तेमाल करें।

क्या Stoplos A Plus को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?

वाहन चलाने के अलावा मशीनों के बीच काम करने में सतर्कता की जरूरत होती है, ऐसे में आप Stoplos A Plus का सेवन करके भी इन कामों को आसानी से कर सकते हैं।

क्या Stoplos A Plus को लेना सुरखित है?

हां, डॉक्टर के कहने पर आप Stoplos A Plus को खा सकते हैं।

क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Stoplos A Plus इस्तेमाल की जा सकती है?

नहीं, मस्तिष्क विकार में Stoplos A Plus का उपयोग कारगर नहीं है।

Stoplos A Plus का भोजन और शराब के साथ नकारात्मक प्रभाव -Stoplos A Plus Interactions with Food and Alcohol in Hindi

क्या Stoplos A Plus को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?

Stoplos A Plus को कुछ विशेष तरह के आहार के साथ लेने से दवा का शरीर पर होने वाला असर कुछ समय बाद होना शुरू होता है।

जब Stoplos A Plus ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?

Stoplos A Plus लेने के समय पर ही यदि आप शराब का भी सेवन करते है, तो आपके शरीर पर इसके हल्के विपरीत प्रभाव अवश्य ही होंगे। बेशक, इन प्रभावों से परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह बेहद ही कम होते है। लेकिन स्टॉप लॉस ऑर्डर्स आपको दवा लेते समय सावधानी बरतनी ही होगी।

Stoplos A Plus के सारे विकल्प देखें - Substitutes for Stoplos A Plus in Hindi

    - ₹131.9 - ₹223.2 - ₹112.09 - ₹52.68 - ₹65.15 - ₹70.35 - ₹177.84 - ₹145.35 - ₹274.0 - ₹67.76 - ₹75.0 - ₹60.5 - ₹290.0 - ₹49.0 - ₹100.8 - ₹154.0 - ₹62.07 - ₹40.0 - ₹21.28

इस जानकारी के लेखक है -

B.Pharma, फार्मेसी
4 वर्षों का अनुभव

संदर्भ

KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New स्टॉप लॉस ऑर्डर्स Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 345

April Hazard Vallerand, Cynthia A. Sanoski. [link]. Sixteenth Edition. Philadelphia, China: F. A. Davis Company; 2019: Page No 121-123

पुजं लॉयड- बेचें

डिसक्लेमर:यहां स्टॉप लॉस ऑर्डर्स प्रस्तुत विचार ब्रोकरेज कंपनियों, एनालिस्टों और फंड मैनेजरों के निजी विचार हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि किसी सलाह पर अमल करने से पहले वह पेशेवर निवेश सलाहकार से संपर्क करें। यहां पेश विचारों की जिम्मेदारी ईटी/एनबीटी साइट की नहीं होगी।

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अपस्टॉक्स ने अपने प्लेटफॉर्म पर गुड-टिल-ट्रिगर्ड फीचर पेश किया

मुंबई , 14 अप्रैल, 2022: भारत के अग्रणी निवेश प्लेटफार्मों में से एक, अपस्टॉक्स ने अपने मंच पर गुड-टिल-ट्रिगर्ड (जीटीटी) फीचर को जोड़ा है। इस नए फीचर से उपयोगकर्ता सभी ट्रेडिंग सेगमेंट्स जैसे इंट्राडे, इक्विटी डिलिवरी, एफएंडओ, करेंसी डेरिवेटिव्स एंड कमोडिटीज में स्टॉप – लॉस और टार्गेट प्राइस के साथ ऑर्डर दे सकेंगे।

यह फीचर प्लेटफॉर्म पर सभी ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए उपलब्ध है। यह ऑर्डर इंट्राडे ऑर्डर के मामले में एक दिन, डिलीवरी ऑर्डर के लिए 365 दिन और वायदा एवं विकल्पों के मामले में अनुबंध की समाप्ति के अनुसार सक्रिय रहेगा। इससे ट्रेडर्स और निवेशक यह तय कर सकेंगे कि हर रोज ऑर्डर प्लेस किये बिना वे किस कीमत परबाजार में प्रवेश करना या बाहर निकलना चाहते हैं। सभी ऑर्डर्स को एक स्टॉप लॉस ऑर्डर्स साथ सेट करके, यह फीचर उपयोगकर्ताओं के लिए ट्रेडिंग को सहज बना देगी।

लॉन्च के बारे में बताते हुए , श्री शृणि विश्वनाथ, सह – संस्थापक, अपस्टॉक्स ने कहा, “यह फीचर हमारे उपयोगकर्ताओं के लिए निवेश को साम्यपूर्ण और सहज बनाने के हमारे चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है। जीटीटी के इस फीचर के साथ, हम व्यापारियों को अधिक सुविधा प्रदान करने की उम्मीद करते हैं, जबकि उन्हें अनुशासित ट्रेडिंग सोच बनाए रखने और जोखिम सहने की उनकी क्षमता से अवगत होने के लिए उन्हें प्रोत्साहित भी करने की आशा करते हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रेडर्स को अब सिंगल ऑर्डर की स्थिति को लगातार सत्यापित करने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।

इस फीचर के साथ आने वाले कई मूल्य वर्धन स्टॉप लॉस ऑर्डर्स के माध्यम से, हम अपने उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हुए देश में इक्विटी भागीदारी को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं। हम लगातार ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और वित्तीय योजना को सभी के लिए अधिक सुलभ बनाने का प्रयास कर रहे हैं।”

अपस्टॉक्स का उद्देश्य अपने ग्राहकों के निवेश अनुभवों को यथासंभव सरल बनाना है, और इस फीचर से उन्हें सभी निवेश श्रेणियों में जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। जीटीटी के जरिए उपयोगकर्ता स्टॉप – लॉस और टार्गेट प्राइस पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, जबकि उन्हें रणनीतिक और दीर्घकालिक सोच हेतु प्रोत्साहन मिलेगा। इस फंक्शनैलिटी के साथ, उपयोगकर्ता अपस्टॉक्स प्लेटफॉर्म पर अधिक आसानी से ट्रेडिंग करने में सक्षम होंगे, क्योंकि सभी ऑर्डर्स को एक साथ समूहीकृत किया जा सकेगा।

यह फीचर फिलहाल एंड्रॉयड पर उपलब्ध है और जल्द ही इसे आईओएस पर भी उपलब्ध कराया जाएगा।

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में क्या अंतर है?

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर

क्रिप्टोकरेंसी में जब आप ट्रेड करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले किसी न किसी एक्सचेंज पर रजिस्टर करना ही पड़ेगा। एक्सचेंज वह माध्यम हैं जिनके द्वारा आप किसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीद अथवा बेच सकते हैं। वैसे तो मार्केट में कई एक्सचेंज हैं जिनके आपने नाम सुने होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं ये एक्सचेंज 2 प्रकार के होते हैं। एक होता है Centralized और दूसरा है Decentralized. आज हम इन दोनों पर चर्चा करेंगे व साथ ही यह बताएँगे कि Centralized और Decentralized एक्सचेंज में क्या अंतर है?

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है?

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज एक प्लेटफार्म है जो आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने एवं बेचने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें एक थर्ड पार्टी यूजर के द्वारा किये गए ट्रांजेक्शन्स को मॉनिटर करती है एवं उन्हें सिक्योर करती है। इन ट्रांजेक्शन्स को ब्लॉकचैन सिस्टम के द्वारा ट्रैक तो किया जाता है पर उसका पूरा कण्ट्रोल एक्सचेंज के पास होता है। जब आप किसी Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज को उपयोग करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसपर रजिस्टर करके अपना डिटेल्स (KYC) वेरीफाई करवाना होता है। वेरिफिकेशन प्रोसेस के बाद आपको एक बड़ी हुई लिमिट प्रदान की जाती है जिसके अनुसार आप क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर, ट्रेड और विथड्रॉ कर सकते हैं। यह एक्सचेंज काफी पॉपुलर हैं एवं इनका उपयोग करना भी आसान है। यह रूल्स एंड रेगुलेशन को फॉलो करते हैं। इनमें से कुछ हैं Binance, Coinbase इत्यादि।

Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज क्या होता है?

यह भी सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो एक्सचेंज के सामान ट्रेडिंग करने के लिए प्लेटफार्म है किन्तु बिना किसी थर्ड पार्टी के हस्तक्षेप के। यह फण्ड को सीधा ब्लॉकचैन पर जमा करते स्टॉप लॉस ऑर्डर्स हैं। इनमें आप P2P ट्रेडिंग भी कर सकते हैं। यह थोड़े कम पॉपुलर हैं क्यूंकि यह बाद में लांच हुए और इनमें बहुत से ट्रेडिंग फीचर्स जैसे स्टॉप लॉस, टेक प्रॉफिट अभी नहीं मिलते इनमे केवल आप एक कॉइन को दूसरे अवेलेबल पेयर में स्वैप कर सकते हैं। Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज को शार्ट में DEX कहा जाता है एवं AirSwap, Uniswap और Barterdex Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज के उदाहरण हैं।

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर

Difference Between Centralized and Decentralized Exchange in Hindi: कुछ मुख्य बिंदुओं के आधार पर हम आपको Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर बताएंगे ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें।

सुरक्षा की दृष्टि से (Security)

सुरक्षा की दृष्टि से यदि हम दोनों में अंतर की बात करें तो Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज काफी सुरक्षा प्रणालियों का उपयोग करते हैं मगर फिर भी इनमें हैक होने के काफी चांस होते हैं। पिछले कुछ सालों में हुए हैकिंग अटैक्स के बाद से इन्होने अपनी सुरक्षा को और बढ़ाया तो है फिर भी हैक होने और क्रिप्टो फण्ड चोरी होने का डर रहता ही है।

इसके मुकाबले Decentralized एक्सचेंज काफी ज्यादा सिक्योर हैं और आपके फंड्स की चोरी होने की सम्भावना बहुत ही कम है।

एक्सचेंज की लोकप्रियता (Popularity)

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट में सबसे पहले आये थे इसीलिए इनके पास अधिकतर यूजर्स हैं एवं इनके बारे में सबको पता है। यहां लिक्विडिटी भी ज्यादा है। इसके विपरीत Decentralized एक्सचेंज थोड़े कम लोकप्रिय हैं और यहाँ लिक्विडिटी की कमी है। लेकिन जैसे जैसे सबको इनके फायदे पता चलते जा रहे हैं ये भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं।

लिक्विडिटी (Liquidity)

जैसा की हमने पिछले पॉइंट में ही आपको बताया कि सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज की लोकप्रियता अधिक है इसलिए यहां लिक्विडिटी भी अधिक है। इसके अलावा जब आप एक सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज पर कोई आर्डर डालते हैं तो वह जल्दी फील हो जायेगा। जबकि एक Decentralized एक्सचेंज में आर्डर फील होने में टाइम लग सकता है अगर सम्बंधित करेंसी की लिक्विडिटी कम हुई तो।

फीचर्स (Features)

फीचर्स की यदि हम बात करें तो एक Centralized एक्सचेंज आपको बहुत ही सारे फीचर्स प्रदान करता है जो कि काफी एडवांस हो चुके हैं। यहां न केवल आप ट्रेडिंग कर सकते हैं बल्कि ये आपको मार्जिन ट्रेडिंग, Futures ट्रेडिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के टूल्स और भी कई सारी सुविधाएं प्रदान करता है। जबकि DEX न ही मार्जिन ट्रेडिंग देता है और न ही अन्य प्रकार के कुछ ऑर्डर्स स्टॉप लॉस, OCO ऑर्डर्स और लिमिट ऑर्डर्स डालने की सुविधा।

स्पीड (Speed)

क्रिप्टो एक्सचेंज में स्पीड एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि हम इसके आधार पर दोनों एक्सचेंज में तुलना करें तो एक Centralized एक्सचेंज पर ट्रांजेक्शन स्पीड अधिक होती है। रिपोर्ट्स के अनुसार एक Centralized एक्सचेंज 10 मिली सेकंड के अंदर ट्रांजेक्शन को पूरा कर देता है और एक Decentralized 15 मिली सेकंड तक का समय ले लेता है।

नियमितता (Regulations)

Centralized एक्सचेंज रेगुलेटेड होते हैं। इन्हें ऑपरेट करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है एवं इन्हें सरकार द्वारा दिए गए नियमों का भी पालन करना ही पड़ता है। जबकि एक DEX को रेगुलेट करना बहुत ही मुश्किल है। क्यूंकि ये एक डिस्ट्रिब्यूटेड ब्लॉकचैन पर काम करते हैं और इसी वजह से ये उन देशों में भी काम करते हैं जहां क्रिप्टो बैन है।

नियंत्रण (Control)

एक सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज पर आपके द्वारा रखी गयी क्रिप्टो करेंसी है तो आपकी पर इसकी प्राइवेट कीज इस एक्सचेंज के पास होती है अतः उसपर कंट्रोल इस एक्सचेंज का होता है। जबकि Decentralized के मामले में पूरा कंट्रोल ओनर के पास ही होता है। इसलिए ज्यादातर Decentralized एक्सचेंज को अब लोग इस्तेमाल करने लगे हैं।

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में क्या अंतर है?

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर

क्रिप्टोकरेंसी में जब आप ट्रेड करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले किसी न किसी एक्सचेंज पर रजिस्टर करना ही पड़ेगा। एक्सचेंज वह माध्यम हैं जिनके द्वारा आप किसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीद अथवा बेच सकते हैं। वैसे तो मार्केट में कई एक्सचेंज हैं जिनके आपने नाम सुने होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं ये एक्सचेंज 2 प्रकार के होते हैं। एक होता है Centralized और दूसरा है Decentralized. आज हम इन दोनों पर चर्चा करेंगे व साथ ही यह बताएँगे कि Centralized और Decentralized एक्सचेंज में क्या अंतर है?

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज क्या है?

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज एक प्लेटफार्म है जो आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने एवं बेचने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें एक थर्ड पार्टी यूजर के द्वारा किये गए ट्रांजेक्शन्स को मॉनिटर करती है एवं उन्हें सिक्योर करती है। इन ट्रांजेक्शन्स को ब्लॉकचैन सिस्टम के द्वारा ट्रैक तो किया जाता है पर उसका पूरा कण्ट्रोल एक्सचेंज के पास होता है। जब आप किसी Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज को उपयोग करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसपर रजिस्टर करके अपना डिटेल्स (KYC) वेरीफाई करवाना होता है। वेरिफिकेशन प्रोसेस के बाद आपको एक बड़ी हुई लिमिट प्रदान की जाती है जिसके अनुसार आप क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर, ट्रेड और विथड्रॉ कर सकते हैं। यह एक्सचेंज काफी पॉपुलर हैं एवं इनका उपयोग करना भी आसान है। यह रूल्स एंड रेगुलेशन को फॉलो करते हैं। इनमें से कुछ हैं Binance, Coinbase इत्यादि।

Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज क्या होता है?

यह भी सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो स्टॉप लॉस ऑर्डर्स एक्सचेंज के सामान ट्रेडिंग करने के लिए प्लेटफार्म है किन्तु बिना किसी थर्ड पार्टी के हस्तक्षेप के। यह फण्ड को सीधा ब्लॉकचैन पर जमा करते हैं। इनमें आप P2P ट्रेडिंग भी कर सकते हैं। यह थोड़े कम पॉपुलर हैं क्यूंकि यह बाद में लांच हुए और इनमें बहुत से ट्रेडिंग फीचर्स जैसे स्टॉप लॉस, टेक प्रॉफिट अभी नहीं मिलते इनमे केवल आप एक कॉइन को दूसरे अवेलेबल पेयर में स्वैप कर सकते हैं। Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज को शार्ट में DEX कहा जाता है एवं AirSwap, Uniswap और Barterdex Decentralized क्रिप्टो एक्सचेंज के उदाहरण हैं।

Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर

Difference Between Centralized and Decentralized Exchange in Hindi: कुछ मुख्य बिंदुओं के आधार पर हम आपको Centralized और Decentralized एक्सचेंज में अंतर बताएंगे ताकि आप इसे आसानी से समझ स्टॉप लॉस ऑर्डर्स सकें।

सुरक्षा की दृष्टि से (Security)

सुरक्षा की दृष्टि से यदि हम दोनों में अंतर की बात करें तो Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज काफी सुरक्षा प्रणालियों का उपयोग करते हैं मगर फिर भी इनमें हैक होने के काफी चांस होते हैं। पिछले कुछ सालों में हुए हैकिंग अटैक्स के बाद से इन्होने अपनी सुरक्षा को और बढ़ाया तो है फिर भी हैक होने और क्रिप्टो फण्ड चोरी होने का डर रहता ही है।

इसके मुकाबले Decentralized एक्सचेंज काफी ज्यादा सिक्योर हैं और आपके फंड्स की चोरी होने की सम्भावना बहुत ही कम है।

एक्सचेंज की लोकप्रियता (Popularity)

Centralized क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट में सबसे पहले आये थे इसीलिए इनके पास अधिकतर यूजर्स हैं एवं इनके बारे में सबको पता है। यहां लिक्विडिटी भी ज्यादा है। इसके विपरीत Decentralized एक्सचेंज थोड़े कम लोकप्रिय हैं और यहाँ लिक्विडिटी की कमी है। लेकिन जैसे जैसे सबको इनके फायदे पता चलते जा रहे हैं ये भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं।

लिक्विडिटी (Liquidity)

जैसा की हमने पिछले पॉइंट में ही आपको बताया कि सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज की लोकप्रियता अधिक है इसलिए यहां लिक्विडिटी भी अधिक है। इसके अलावा जब आप एक सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज पर कोई आर्डर डालते हैं तो वह जल्दी फील हो जायेगा। जबकि एक Decentralized एक्सचेंज में आर्डर फील होने में टाइम लग सकता है अगर सम्बंधित करेंसी की लिक्विडिटी कम हुई तो।

फीचर्स (Features)

फीचर्स की यदि हम बात करें तो एक Centralized एक्सचेंज आपको बहुत ही सारे फीचर्स प्रदान करता है जो कि काफी एडवांस हो चुके हैं। यहां न केवल आप ट्रेडिंग कर सकते हैं बल्कि ये आपको मार्जिन ट्रेडिंग, Futures ट्रेडिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के टूल्स और भी कई सारी सुविधाएं प्रदान करता है। जबकि DEX न ही मार्जिन ट्रेडिंग देता है और न ही अन्य प्रकार के कुछ ऑर्डर्स स्टॉप लॉस, OCO ऑर्डर्स और लिमिट ऑर्डर्स डालने की सुविधा।

स्पीड (Speed)

क्रिप्टो एक्सचेंज में स्पीड एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि हम इसके आधार पर दोनों एक्सचेंज में तुलना करें तो एक Centralized एक्सचेंज पर ट्रांजेक्शन स्पीड अधिक होती है। रिपोर्ट्स के अनुसार एक Centralized एक्सचेंज 10 मिली सेकंड के अंदर ट्रांजेक्शन को पूरा कर देता है और एक Decentralized 15 मिली सेकंड तक का समय ले लेता है।

नियमितता (Regulations)

Centralized एक्सचेंज रेगुलेटेड होते हैं। इन्हें ऑपरेट करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है एवं इन्हें सरकार द्वारा दिए गए नियमों का भी पालन करना ही पड़ता है। जबकि एक DEX को रेगुलेट करना बहुत ही मुश्किल है। क्यूंकि ये एक डिस्ट्रिब्यूटेड ब्लॉकचैन पर काम करते हैं और इसी वजह से ये उन देशों में भी काम करते हैं जहां क्रिप्टो बैन है।

नियंत्रण (Control)

एक सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज पर आपके द्वारा रखी गयी क्रिप्टो करेंसी है तो आपकी पर इसकी प्राइवेट कीज इस एक्सचेंज के पास होती स्टॉप लॉस ऑर्डर्स है अतः उसपर कंट्रोल इस एक्सचेंज का होता है। जबकि Decentralized के मामले में पूरा कंट्रोल ओनर के पास ही होता है। इसलिए ज्यादातर Decentralized एक्सचेंज को अब लोग इस्तेमाल करने लगे हैं।

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