क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

अगर ट्रेडिंग करे या न करें?

अगर ट्रेडिंग करे या न करें?

Demat Account कैसे खोलें? यहां जानें प्रोसेस; Share Market में ट्रेडिंग करने के लिए है जरूरी

अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की इच्छा रखते हैं तो आपका डीमैट खाता होना जरूरी है। डीमैट खाते को बैंक वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के साथ खाला जा सकता है। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से खोला जा अगर ट्रेडिंग करे या न करें? सकता अगर ट्रेडिंग करे या न करें? है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति का डीमैट खाता नहीं है तो वह शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है। डीमैट खाता खोलने के लिए सबसे पहले डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) का चुनाव करें, जिसके साथ आप डीमैट खाता खोलना चाहते हैं। यह कोई बैंक, वित्तीय संस्थान या ब्रोकर हो सकता है। डीपी का चुनाव आदर्श रूप से ब्रोकरेज शुल्क और वार्षिक शुल्क आदि के आधार पर करना चाहिए।

डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीपी से संपर्क करें और फिर डीमैट खाता खोलने का फॉर्म तथा केवाईसी फॉर्म जमा करें। इसके साथ, पैन कार्ड, निवास प्रमाण और आईडी प्रूफ की कॉपी देनी होगी। यहां पासपोर्ट साइज के फोटो भी देने होते हैं। सत्यापन प्रक्रिया के लिए ऑरिजनल दस्तावेज भी अपने पास रखें। यहां आपको लाभांश बैंक विवरण के लिए एक कैंसिल चेक भी देना होगा।

फिर आपको एक समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे, जिसमें डीमैट खाता रखने से जुड़े सभी नियमों, विनियमों और अधिकारों का उल्लेख होगा। इन्हें ध्यान से पढ़ें और अपने सभी संदेहों को दूर करने में संकोच न करें। जब इसे डीपी को प्रस्तुत किया जाता है, तो इस पर एक अधिकृत व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर किए जाते हैं और इसकी एक प्रति आपको दी जाएगी।

जब खाता खोला जाता है, तो आपको डीपी से एक विशिष्ट ग्राहक आईडी प्राप्त होगी। यह, अन्य विवरणों के साथ, आपको अपने डीमैट खाते को ऑनलाइन एक्सेस करने में मदद करेगी। डीमैट खाता सिर्फ ऑफलाइन ही नहीं बल्कि ऑनलाइन भी खोला जा सकता है।

डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें?

किसी भी डीपी के साथ डीमैट खाता खोलने के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। आप अपने घर या दफ्तर में बैठे हुए सिर्फ कुछ ही क्लिक करके आसानी से ऑनलाइन डीमैट खाता खोल सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अपने चुने हुए डीपी की वेबसाइट पर जाएं।

डीपी की वेबसाइट पर जाकर 'ओपन डीमैट अकाउंट' टैब पर क्लिक करें और नाम, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, ओटीपी और शहर आदि की जानकारी भरें। इसके बाद डीमैट खाता खोलने की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए डीपी द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा।

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

Soma Roy | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: May 14, 2021 | 10:32 PM

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.

3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग अगर ट्रेडिंग करे या न करें? करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

Soma Roy | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: May 14, 2021 | 10:32 PM

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.

3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

Intraday Trading kaise kare in Hindi

दोस्तों, बात शेअर मार्केट की हो और Intraday कि चर्चा ना हो ऐसा हो सकता है क्या? इंट्राडे ट्रेडिंग दिखने में जितनी आसान दिखती है उतनी ही पेचीदा होती हैं.Intraday Trading Kaise kare इसीलिए आपके पैसे को सेफ रखने के लिये और उसे बढ़ाने के लिये हम आपके लिये Intraday Trading के नुस्खे बतायेंगे जिसे अगर आप समझते हैं तो बड़े आसानी से और विचारपुर्वक आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हों.
इंट्राडे ट्रेडिंग वहीं कर सकता है जो शेअर मार्कट का गणित समजता हैैं.आपने अभी अभी शेअर मार्केट पे आई सोनी कि वेबसेरिज देखी ही होगी जिसका नाम था स्कैम 1992 जो की भारत के सबसे बढे स्कैंम हर्षित मेहता पर बनी थी इसमें एक डायलॉग है जो कि देखा जाये तो इसमें बहुत सच्चाई हैं वह डाॅयलाॅग यह था कि शेअर मार्केट इतना बढ़ कुआं है कि हर एक कि प्यास बुझा सकता हैं, हालाकी यह सच भी लेकिन बिना नाॅलेज के यह आपको डुबा भी सकती हैं.

Intraday Trading Tricks & Tips in Hindi 2021

इससे पहले हमने आपको शेअर मार्केट के आधारित बहुत से विषय थे जिनके बारे में पुरे विस्तार से बताया है यह भी आप पढ़ सकते हैं.

इंट्रा-डे ट्रेडिंग क्या होती हैं?

अगर हम किसी Stock को आज के दिन ही खरिदते है और आज के दिन हि बेचते हैं तो इस इंट्रा-डे कहते हैं.
अगर आपने उसे बेचा नहीं तो भी ऑटोमैटिक वह स्केअर अप यानी एक्सिट हो जाता हैं जैसे ही ट्रेंडिंग का समय खत्म होता हैं.
इंट्रा-डे में आपको कम पैसों में ज्यादा शेअर खरिदने मिलते हैं यानी ज्यादा नफा और इसका उल्टा ज्यादा रिस्क भी, कुछ भी हो जाये आपको नुकसान हो या फायदा वह दिन के आखिर में पता लग ही जायेंगा.

अगर आप इंट्राडे करते हैं तो हम कुछ टिप्स और ट्रिक्स आपको बताने जा रहे हैं.

इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने के 7 टिप्स और ट्रिक्स:

1. ओवर ट्रेडिंग से दुर रहें

यह सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक बात है अगर आप नये नये स्टाॅक मार्केट में आहे हो तो क्योंकि ज्यादातर लोग इसी कारण नुकसान में रहते हैं.
ओवर ट्रेडिंग मतलब जादा ट्रेंड लेना और अपने रिस्क को बढाना.
जब हम इंट्रा-डे करना चाहते हैं तो पहले ही यह फिक्स करले कि आप कितने ट्रेंड ज्यादा से ज्यादा लेंगे इससे होगा ये कि आपका कॅपिटल बच जायेगा और आप अगले दिन ट्रेंड ले पायेंगे.
ज्यादातर लोग अगर थोड़े लाॅस में जाते हैं तो उसको रिकव्हर करने के लिये बादमें फिर बिना सोचे समझे ट्रेंड में घुस जाते हैं और ज्यादा नुकसान कर बैठते हैं.
एक बाद हमेशा याद रखिये जिस दिन मार्केट आपके ऍनालायसिस में मेल खायेगा तब आपको प्रोफिट होना तय है लेकिन जबरदस्ती ट्रेंड ना लें इससे गलती होने कि जादा चान्सेस हो जाते हैं.

2. चुनिंदा स्टेटर्जी पर काम करें
इंट्रा-डे में यह छोटी छोटी बातें ही हिरो या जेरो बना देती हैं. बहुत से लोग ज्यादातर नये नये मार्केट में पैर रखनेवाले किसी स्टॅटर्जी को सुनते हैं या देखते हैं और उसी पे ट्रेंड करना चालु कर देते हैं थोड़े दिन उससे प्रोफिट भी मिलता हैं लेकिन एक दिन ऐसा आता है की यह काम नहीं करता तो उसे छोड़कर दुसरे स्टेटर्जी को ढुढने लग जाते हैंं, और वह भी किसी दिन नहीं चलती तो और कोई तिसरी स्टॅटर्जी,ऐसे में आपको लाॅस अगर ट्रेडिंग करे या न करें? होना तय हैं क्योंकी कोई भी कितनी भी अच्छी स्टॅटर्जी हो वह १०० प्रतिशत कभी नहीं वर्क करेगी इसलिये चुनिंदा स्टेटर्जी पर ही काम करें भले एक दो दिन के लिये नुकसान हो लेकिन महिने के आखिर में या साल के एंड में आप उसे सही तरिके से फोलो करते हो तो आप फायदे में ही रहोगें.

3. स्टाॅपलाॅस लगाने कि आदत डालें

कितना भी आपको Confidence हो कि शेअर प्राइस आपके डायरेक्शन में जायेंगी लेकिन स्टाॅपलाॅस लगाना ना भुले क्योंकी किसी एक न्युज से या ज्यादा सेलर आने से कई बार एक ही केंडल में प्राइस गलत डायरेक्शन में जाता है इससे हमारा ज्यादा नुकसान हो सकता हैं इसलिये स्टाॅपलाॅस लगाने कि आदत हमेशा डाले.
टार्गेट सेट करना इतना महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन एक ट्रेंड में हमारा ज्यादा से ज्यादा कितना नुक्सान हम सह सकते उतना ही स्टाॅपलास आपका होना चाहिये और उसके हिसाब से आपको ट्रेंड में उतरना चाहियें.
अगर रिस्क को सही से हम मैनेज करना हम सिख गये तो‌ नुकसान होना नामुमकिन हैं.

4. ट्रेंड लेने से पहले एनालायसिस करें ट्रेंड लेने के बाद नहीं
जितना रिसर्च करना है वह ट्रेंड लेने से पहले करें बाद में या तो आपका स्टाॅपलाॅस हिट होना चाहिये या तो टार्गेट , कई लोग ट्रेंड में इंट्री लेने के बाद उसकी एनालिसिस करने बैठ जाते हैं और वह स्टाॅक प्राॅफिट भी दे रहा होगा तो भी आखिरी तक हम गलत स्टॅटर्जी से बाहर निकल जाते हैं और नुकसान कर बैठते हैं , एक बार अगर ट्रेंड ले लेते हैं तो एक तो स्टाॅपलाॅस हिट करना चाहिये या तो आपका टार्गेट बिच में एनालिसिस करना बैठना गलत बात हैं.
अगर आप इमोशन नहीं कंट्रोल कर सकते तो कुछ भी नहीं प्रोफिट क्या पायेंगे.

5. इंट्रा-डे में टेक्निकल एनालाइसेस कि समझ होना जरुरी हैं

इंट्रा-डे में फंडामेंटल एनालासिस कि ज्यादा जरुरत नहीं होती लेकिन टेक्निकल एनालिसिस कि जानकारी होना बहुत जरुरी होती हैं. इंट्राडे में हम स्टाॅक को ज्यादा देर नहीं लेके करते इसलियें Fundamental Analysis ज्यादा मायने नहीं रखते लेकिन technical Analysis कि ज्यादा नाॅलेज होनी जरुरी है अगर आप Intraday Trading करना अथवा सिखना चाहतें हैं तो.

6. कम स्टाॅक को रखें वाॅचलिस्ट में
अगर आप सभी स्टाॅक की एनालायसिस करने बैठ जायेंगे तो यह नामुमकिन हैं की आपको अगर ट्रेडिंग करे या न करें? फायदा होगा, लेकिन अगर आप कुछ 8 से 10 स्टाॅक पर हि ज्यादा ध्यान देकर उनमें ही ट्रेंड करने की सोचेंगे तो सही होगा क्योंकि अगर आप ज्यादा share पर ध्यान देंगे तो आप कन्फुज हो जायेंगे इसलिये जितना हो सके कम स्टाॅक्स को चुने इससे आप लक्ष ज्यादा देकर सही ट्रेंड लेनी कि प्रोबेबिलिटी को बढ़ा सकेंगे.
अगर आप चुनिंदा ही स्टाॅक में ज्यादा समय ट्रेंड करते हो तो उसकी Moment का पता आपको लग जायेगा कि यह स्टाॅक कितना Volatile हैं कितना Movement दिनभर दे सकता है यह आपको बाद में Predict करना आसान जायेगा.

7. पेड़ सब्सक्रिप्शन और न्युज के चक्करों में ना पड़ें

नये लोग जो भी इंट्रा-डे करने अगर ट्रेडिंग करे या न करें? आ जाते हैं वह ज्यादा प्रोफिट कमानें के चक्कर में आ जाते हैं जो कि शुरुवात में न्युज देखकर या पेंड सब्सक्रिप्शन को पैसे देकर आ जाते हैं लेकिन सच कहे तो जबतक आप खुद मार्केट को पुरी तरह से ना समझते हो तब तक आप इसमे से किसी चक्कर में ना पड़ें क्योंकी पहले पहले देखने में यह काफी आसान लगता है लेकिन हम जब असली में इनके बताते ट्रेंड लेते हैं तो कई बार शुरवात में प्रोफिट होता भी है लेकिन ज्यादातर बार हम हमारा कॅपिटल भी बचा नहीं पाते.
ऐसा नहीं है कि सभी पेड़ सब्सक्रिप्शन और न्युज गलत होती है लेकिन जब-तब आपको शेअर मार्केट कि नाॅलेज ना हो तब तब इंट्रा-डे के चक्कर में ना ही पड़ना बेहतर हैं.

आपने क्या सीखा:

इस आर्टिकल में हमने आज सीखा कि Intraday Trading Kaise Kare उसके टिप्स, इंट्रा-डे ट्रेंडिंग के लिये ऐसे कौन कौन से टिप्स और ट्रिक्स है और यह करते वक्त हमें कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना होता है यह भी सभी देखना होगा तभी जाके हम इंट्रा-डे में प्रोफिट कर सकते हैं नहीं तो १०० में से ९५ प्रतिशत लोग नुकसान ही करते हैं अगर हम इंट्रा-डे कि बात करें.

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