शेयर बाजार में काम करें

Stock Market Tips: शेयर बाजार में करना चाहते हैं निवेश, इन गलतियों को करने से बचें, नहीं होगा कई नुकसान
Investment Tips: कई बार निवेशक जब पैसे लगाते हैं तो उस समय मार्केट ऊपर रहता है लेकिन, उसके बाद गिरावट (Stock Market Down) के दौर पर वह बुरी तरह से घबराने लगते हैं. यह सोच बिल्कुल सही नहीं है.
By: ABP Live | Updated at : 07 Feb 2022 12:54 PM (IST)
Stock Market Investment Tips: कहते हैं कि शेयर बाजार में करोड़ों अरबों की पूंजी है लेकिन, इन पैसों को कमाना कोई आसान काम नहीं है. जब भी लोग शेयर बाजार (Share Market) में पैसे लगाने का सोचते हैं तो उनके दिमाग में यही ख्याल आता है कि वह कुछ ही दिनों में करोड़पति बन जाएंगे. लेकिन, यह सोच बिल्कुल गलत है. ज्यादातर छोटे और रिटेल निवेशक (Retail Investors in Share Market) सही तरीके से शेयर बाजार में पैसे नहीं लगाते हैं और कुछ ही दिनों में उनके पैसे डूब जाते हैं. जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में अपनी जमा पूंजी भी गंवा देते हैं. ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप सही तरीके से शेयर बाजार में पैसे लगाएं (Invest in Share Market). तो चलिए हम आपको बताते है कि रिटेल निवेशक क्या ऐसी गलतियां कर देते हैं (Mistakes Done bY retail Investors) जिसके कारण उनके पैसे डूब जाते हैं. उन्हें ऐसी गलतियों से कैसे बचना चाहिए-
1. किसी के कहने पर कभी न करें निवेश
कई बार रिटेल निवेशक बिना सही जानकारी के शेयर बाजार में निवेश कर देते (Right Information of Stock Market) हैं. इसमें ज्यादातर दूसरे के सुझाव पर निवेश करते हैं. बिना स्टॉक मार्केट को समझे (Understanding of Stock Market) पैसे लगाना बहुत बड़ी गलती साबित हो सकती है. ऐसी गलती करने से आप बिल्कुल बचें. पैसे स्टॉक मार्केट (Stock Market) को अच्छी तरह से समझें उसके बाद ही पैसे कमाने का सोचें.
2. मार्केट की गिरावट से घबरा जाना
कई बार निवेशक जब पैसे लगाते हैं तो उस समय मार्केट ऊपर रहता है. लेकिन, उसके बाद गिरावट (Stock Market Down) के दौर पर वह बुरी तरह से घबराने लगते हैं. यह सोच बिल्कुल सही नहीं है. ऐसा सोचना की आपके पैसे डूब जाएंगे बिल्कुल सही नहीं है. कई लोग नुकसान के डर से कई बार अपने शेयरों को सस्ते में बेच देते हैं. वहीं बड़े निवेशक शेयर को गिरावट के दौर में खरीदते हैं और बाद में बढ़ोतरी पर बेचते हैं. इससे उन्हें बड़ा लाभ होता है.
3. ज्यादा कमाई के चक्कर में शेयर्स को रोक कर रखना
आपको बता दें कि कई बार यह देखा गया है कि बड़े निवेशक जब शेयर्स में 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है तो वह शेयर्स को बेच देते हैं. लेकिन, छोटे निवेशक उन शेयर्स को अपने पास रखते हैं. वह ऐसा सोचते हैं कि इससे बड़ी कमाई करेंगे. बाद में उन शेयर के दाम गिरने पर उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में इस तरह की गलती करने से बचें. अगर आपके शेयर के दाम अगर 10 प्रतिशत तक भी बढ़ गए है तो उसे बेच दें.
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4. सस्ते शेयरों पर पैसा लगाना
यह अक्सर देखा गया है कि रिटेल निवेशक उन शेयर्स का चुनाव करते हैं तो सस्ते होते हैं. उन्हें लगता है कि बाद में इन शेयरों के दाम बढ़ जाएंगे. लेकिन, यह सोच बिल्कुल गलत है. कई बार निवेशक इस कारण पेनी स्टॉक (Penny Stock) में फंस जाते हैं. इससे वह अपनी जमा पूंजी भी गंवा देते हैं. हमेशा कंपनी की ग्रोथ (Company Shares) देखकर ही पैसे लगाना समझदारी भरा काम है.
5. बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के पैसे निवेश कर देना
पैसे निवेश करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आप एक सही मार्केट एक्सपर्ट्स से सुझाव के बाद ही पैसों का निवेश करें. कई बार लोग सोशल मीडिया के बहकावे में आकर निवेश कर देते हैं. सोशल मीडिया (Social Media) पर लोग आपको लखपति-करोड़पति बनने का सपना दिखाते हैं. ऐसा करने से बिल्कुल बचना चाहिए. सही तरीके से पैसा निवेश करने से आपका पैसे डूबने का जोखिम (Loss of Money) कम हो जाता है.
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Published at : 07 Feb 2022 12:42 PM (IST) Tags: Stock Market investment tips Stock Market Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related शेयर बाजार में काम करें stories, follow: Business News in Hindi
जब शेयर मार्केट गिरता है तो कहां जाता है आपका पैसा? यहां समझिए इसका गणित
Share market: जब शेयर मार्केट डाउन होता है, तो निवेशकों का पैसा डूबकर किसके पास जाता है? क्या निवेशकों के नुकसान से किसी को मुनाफा होता है. आइए इसका जवाब बताते हैं.
- शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है
- अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो उसके शेयर के दाम बढ़ेंगे
- राजनीतिक घटनाओं का भी शेयर मार्केट पर पड़ता है असर
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नई दिल्ली: आपने शेयर मार्केट (Share Market) से जुड़ी तमाम खबरें सुनी होंगी. जिसमें शेयर मार्केट में गिरावट और बढ़त जैसी खबरें आम हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि जब शेयर मार्केट डाउन होता है, तो निवेशकों का पैसा डूबकर किसके पास जाता है? क्या निवेशकों के नुकसान से किसी को मुनाफा होता है. इस सवाल का जवाब है नहीं. आपको बता दें कि शेयर मार्केट में डूबा हुआ पैसा गायब हो जाता है. आइए इसको समझाते हैं.
कंपनी के भविष्य को परख कर करते हैं निवेश
आपको पता होगा कि कंपनी शेयर मार्केट में उतरती हैं. इन कंपनियों के शेयरों पर निवेशक पैसा लगाते हैं. कंपनी के भविष्य को परख कर ही निवेशक और विश्लेषक शेयरों में निवेश करते हैं. जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों को लोग ज्यादा खरीदते हैं और उसकी डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे ही जब किसी कंपनी के बारे में ये अनुमान लगाया जाए कि भविष्य में उसका मुनाफा कम होगा, तो कंपनी के शेयर गिर जाते हैं.
डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है शेयर
शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है. लिहाजा दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का मूल्य घटता या बढ़ता जाता है. इस बात को ऐसे लसमझिए कि किसी कंपनी का शेयर आज 100 रुपये का है, लेकिन कल ये घट कर 80 रुपये का हो गया. ऐसे में निवेशक को सीधे तौर पर घाटा हुआ. वहीं जिसने 80 रुपये में शेयर खरीदा उसको भी कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन अगर फिर से ये शेयर 100 रुपये का हो जाता है, तब दूसरे निवेशक को फायदा होगा.
कैसे काम करता है शेयर बाजार
मान लीजिए किसी के पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया है. लेकिन उसे जमीन पर उतारने के लिए पैसा नहीं है. वो किसी निवेशक के पास गया लेकिन बात नहीं बनी और ज्यादा पैसे की जरूरत है. ऐसे में एक कंपनी बनाई जाएगी. वो कंपनी सेबी से संपर्क कर शेयर बाजार में उतरने की बात करती है. कागजी कार्रवाई पूरा करती है और फिर शेयर बाजार का खेल शुरू होता है. शेयर बाजार में आने के लिए नई कंपनी होना जरूरी नहीं है. पुरानी कंपनियां भी शेयर बाजार में आ सकती हैं.
शेयर का मतलब हिस्सा है. इसका मतलब जो कंपनियां शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होती हैं उनकी हिस्सेदारी बंटी रहती है. स्टॉक मार्केट में आने के लिए सेबी, बीएसई और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) में रजिस्टर करवाना होता है. जिस कंपनी में कोई भी निवेशक शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में हिस्सेदार हो जाता है. ये हिस्सेदारी खरीदे गए शेयरों की संख्या पर निर्भर करती है. शेयर खरीदने और बेचने का काम ब्रोकर्स यानी दलाल करते हैं. कंपनी और शेयरधारकों के बीच सबसे जरूरी कड़ी का काम ब्रोकर्स ही करते हैं.
निफ्टी और सेंसेक्स कैसे तय होते हैं?
इन दोनों सूचकाकों को तय करने वाला सबसे बड़ा फैक्टर है कंपनी का प्रदर्शन. अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो लोग उसके शेयर खरीदना चाहेंगे और शेयर की मांग बढ़ने से उसके दाम बढ़ेंगे. अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब रहेगा तो लोग शेयर बेचना शुरू कर देंगे और शेयर की कीमतें गिरने लगती हैं.
इसके अलावा कई दूसरी चीजें हैं जिनसे निफ्टी और सेंसेक्स पर असर पड़ता है. मसलन भारत जैसे कृषि प्रधान देश में बारिश अच्छी या खराब होने का असर भी शेयर मार्केट पर पड़ता है. खराब बारिश से बाजार में पैसा कम आएगा और मांग शेयर बाजार में काम करें घटेगी. ऐसे में शेयर बाजार भी गिरता है. हर राजनीतिक घटना का असर भी शेयर बाजार पर पड़ता है. चीन और अमेरिका के कारोबारी युद्ध से लेकर ईरान-अमेरिका तनाव का असर भी शेयर बाजार पर पड़ता है. इन सब चीजों से व्यापार प्रभावित होते हैं.
Share Market में करना चाहते हैं निवेश की शुरुआत, जानिए शेयर बाजार की ABCD
Share Market में अगर आप निवेश करने की प्लानिंग बना रहे हैं तो पैसा डुबे इससे पहले थोड़ी जानकारी उसके बारे में ले लें, ताकि आपको बेसिक जानकारी हो सकें और आपका ज्यादा रिटर्न अपने शेयर पर ले सकें।
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 05, 2022 19:शेयर बाजार में काम करें 07 IST
Photo:INDIA TV Share Market में निवेश की शुरुआत करने से पहले ये जानें
What is Share Market: शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिमों से भरा होता है। अगर आप नए हैं, आपने इससे पहले कभी किसी स्टॉक (Stock) में निवेश नहीं किया है और आपको इस बात की जानकारी नहीं है कि शेयर मार्केट क्या होता है और यह कैसे काम करता है? क्या स्टॉक मार्केट में सिर्फ शेयर ही खरीदे-बेचे जाते हैं? तो आज हम आपके इन सभी सवालों का जवाब इस खबर में देने जा रहे हैं।
शेयर मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है, जहां खरीदार BSE(Bombay Stock Exchange) और NSE(National Stock Exchange) पर सूचीबद्ध शेयरों की खरीद-बिक्री करते हैं। यह सेबी(Securities and Exchange Board of India) के देखरेख में काम करता है। सेबी भारत सरकार की संस्था है जो शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों पर नजर रखती है ताकि वह ग्राहक के साथ फ्रॉड ना कर सके। इसे दो भाग में क्लासिफाइड किया गया है। प्राइमरी और सेकेंडरी।
क्या है प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट?
जब कोई कंपनी शेयरों के माध्यम से धन जुटाने के लिए पहली बार स्टॉक एक्सचेंज में खुद को रजिस्टर करती है तो उसे प्राइमरी कैटेगरी में रखा जाता है, वहीं एक बार जब कंपनी की नई सिक्योरिटी को प्राइमरी मार्केट में बेच दिया जाता है, तब उसका कारोबार सेकेंडरी में किया जाने लगता है। यहां निवेशकों को बाजार की मौजूदा कीमतों पर शेयर खरीदने और बेचने का मौका मिलता है।
शेयर के आलावा इनमें भी कर सकते हैं निवेश
स्टॉक एक्सचेंज में इन चार रूप (शेयर, बांड, म्यूचुअल फंड और Derivatives) में ट्रेडिंग होती है, जिसमें सबसे पहला स्थान शेयर का होता है। अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के उतने फीसदी के हिस्सेदार हो जाते हैं। कंपनी के नफा-नुकसान का असर सीधे आपके उपर पड़ता है।
बांड लंबी अवधि के लिए खरीदे जाते हैं। जब एक कंपनी को पर्याप्त पूंजी की आवश्यकता होती है। पूंजी जुटाने का एक तरीका जनता को बांड जारी करना होता है। ये बांड कंपनी द्वारा लिए गए "ऋण" का प्रतिनिधित्व करते हैं। बांडधारक कंपनी के लेनदार बन जाते हैं और कूपन के रूप में समय पर ब्याज भुगतान प्राप्त करते हैं।
म्यूचुअल फंड कौन ऑपरेट करता है?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है। वहीं अगर बात डेरीवेटिव फंड की की जाए तो यह एक वित्तीय अनुबंध है जो एक या अधिक अंतर्निहित परिसंपत्तियों से इसके मूल्य को प्राप्त करता है।
शेयर बाजार में ऐप से कर रहे हैं ट्रेडिंग? याद रखें ये 5 टिप्स, सेफ रहेगा आपका पैसा
Stock Market Trading Tips: कोरोना महामारी के इस दौर में शॉपिंग से लेकर इन्वेस्टमेंट तक से सभी काम अमूमन हम अब अपने स्मार्टफोन के जरिए कर रहे हैं.
Stock Market Trading Tips: कोरोनावायरस महामारी ने हर आदमी के लाइफ स्टाइल में बड़ा बदलाव ला दिया है. इसका असर शेयर बाजार में रोजमर्रा की ट्रेडिंग पर भी देखने को मिल रहा है. इस महामारी के दौर में हमारा अधिकांश कार्य डिजिटल हो गया है. शॉपिंग से लेकर इन्वेस्टमेंट तक से सभी काम अमूमन हम अब अपने स्मार्टफोन के जरिए कर रहे हैं. ट्रेड और निवेश सहित रोजमर्रा की जरूरतों के लिए टेक्नोलॉजी आधारित सॉल्युशन ने हमें सशक्त बनाया है. आज के समय में यदि आप भी मोबाइल ऐप के जरिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको ट्रेडिंग सेफ रहे, इसके लिए कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए.
लॉगइन की जानकारी न साझा करें
अपने लॉगइन क्रेडेंशियल कभी किसी से शेयर न करें. हालांकि, यह थोड़ा फंडामेंटल लग सकता है, लेकिन अक्सर देखा गया है कि कुछ ट्रेडर अपने लॉगिन क्रेडेंशियल को हल्के में लेते हैं. यह बात याद रखें, न तो आपका ब्रोकर और न ही आपका बैंक (या कोई भी) कभी भी आपसे ट्रेडिंग आईडी और पासवर्ड मांगेगा. यदि कोई भी आपके पास आकर इस तरह के अनुरोध करता है, तो तुरंत इसकी सूचना सर्विस प्रोवाइडर शेयर बाजार में काम करें के साथ-साथ पुलिस को भी दें. इसी तरह, अपने क्रेडेंशियल्स को ऐसी जगह पर लिखने और स्टोर करने से बचें, जहां कोई और इसे देख सकता है.
मजबूत पासवर्ड रखें
अपने ट्रेडिंग खाते के लिए कमजोर पासवर्ड रखने से बचें क्योंकि इसे साइबरअटैकर हासिल कर सकता है. अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड का उपयोग करना आपके अकाउंट के लिए हाई सिक्युरिटी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. हालांकि, फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर इन दिनों स्वयं एक अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड अनिवार्य करते हैं. यदि वे ऐसा नहीं कर रहे तो भी आप जरूर यह सुनिश्चित करें. अपने नाम और जन्मदिन के संयोजन वाले सरल पासवर्ड का उपयोग कभी न करें.
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रूटकिट इंस्टॉलेशन कभी न रखें
कई बार पेड एप्लिकेशन का मुफ्त ओवर-द-काउंटर वर्जन मिलने पर यह आकर्षक लग सकता है. हालांकि, जैसा कि यह केस स्टॉक ट्रेडिंग का है, अगर कोई डील बहुत ही अविश्वसनीय लग रही हो, तो वह सच नहीं ही होगी. इस तरह के ओवर-द-काउंटर वर्जन में या तो एप्लिकेशन-लेवल मालवेयर (एक नुकसान पहुंचाने वाला प्रोग्राम) है या इसे रूटकिट लेवल पर तैनात किया जाता है. किसी भी स्थिति में ऐसे एप्लिकेशन आपके फोन के सुरक्षा ढांचे को दरकिनार करते हैं और आपकी क्रेडिट और शेयर बाजार में काम करें अन्य संवेदनशील जानकारी को आसानी से निकाल सकते हैं. ऐसे में ये ऐप इंस्टॉल करने पर पैसा बचता कम, नुकसान ज्यादा होता है. इसे बचना चाहिए. यदि आपने ऐसा पहले किया है तो सुनिश्चित करें कि आपने अपने डिवाइस को फैक्टरी डिफॉल्ट पर रीस्टोर किया है.
सार्वजनिक जगह पर लॉगइन करने से बचें
जब भी आप किसी सार्वजनिक स्थान पर अपने अकाउंट एंटर करते हैं, तो संभावना है कि कोई व्यक्ति आपके पासवर्ड को झांककर देख सकता है. आपका कीबोर्ड उन की को सामने लाता है, जिन्हें आप लगातार टाइप करते हैं. इससे आपका अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड भी बेकार हो जाता है. इसके अलावा, सार्वजनिक स्थानों पर मुफ्त हॉटस्पॉट का उपयोग करने से बचें, क्योंकि वे आपके डिवाइस को साइबर खतरों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं.
हर ट्रेड को सुरक्षित करें
ट्रेड करते समय बाजार समय-समय पर काफी अस्थिर हो सकते हैं. कोविड-19 के बाद का बाजार पूरी तरह से ऐसे ट्रेडिंग पैटर्न को दर्शा रहा है. अस्थिर अवधि के दौरान यदि आपका ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मजबूत टेक्नोलॉजीकल इंफ्रास्ट्रक्चर से सपोर्टेड नहीं है तो डायनामिक लोड आपके प्लेटफार्म को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे मामलों में, आप अपने ट्रेड को पूरा नहीं कर सकेंगे और काफी हद तक नुकसान हो सकता है. इसलिए आपको हमेशा एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म/मोबाइल ऐप पर भरोसा करना चाहिए जो आपके सभी ट्रेड को सुरक्षित रखें. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ खुद को रजिस्टर करने से पहले आपको इस संबंध में अच्छी तरह से रिसर्च करना चाहिए. उन प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से बचें जिन्हें तकनीकी खामियों के लिए अक्सर जाना जाता है.
(Source: Agnel Broking)
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