स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके

अब तक हम जान चुके है की शेयर और शेयर मार्किट क्या है. अब आइये जानते है की कंपनी शेयर क्यों issue करते है, और क्या फायदा होता है कंपनी को शेयर issue करने से.
हिंदी योगी
अगर आप शेयर मार्किट में नए है, या अभी आपने शेयर मार्किट में entry नहीं किया है लेकिन इसे समझना चाहते है और इसमें आगे इन्वेस्ट करना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह आये है.
हम आपको इस आर्टिकल में शेयर मार्किट के बारे में सभी basic जानकारी देंगे जहाँ आप जानेंगे की शेयर मार्किट क्या है- what is share market और लोग इसमें पैसे कैसे कमाते है और आप कैसे शेयर मार्किट में इन्वेस्ट शुरू कर सकते यही.
शेयर मार्किट के बारे में 10 मुँह 10 बातें वाली बाते होती है. कुछ लोग कहते है शेयर मार्किट सट्टा बाज़ार है, यहाँ पैसे डूबते है , स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके लेकिन वही वारेन बुफेट, राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल, विजय केडिया जैसे लोग लाखो करोड़ो कमा जाते है.
तो ऐसा क्या है की कुछ लोग शेयर मार्किट को पैसे डुबाने स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके की मशीन केहते है तो कुछ लोग यह ढेर सारा पैसा बना लेते है. तो मै इस सन्दर्भ में कुछ शब्दो में ये कहूंगा की जो व्यक्ति शेयर मार्किट के बारे में पढ़ कर समझ कर पैसा लगता है वो पैसा कमाता है और जो बिना नॉलेज के पैसा लगता है वो लोग अपनी गाढ़ी कमाई डूबा देते है.
शेयर मार्किट क्या है ?
जहाँ कंपनी के शेयर की खरीद और बिक्री होती है उस जगह को शेयर मार्किट कहते है. शेयर का मतलब है किसी कंपनी की ownership में एक हिस्सा। अगर कंपनी मुनाफ़ा कमाती है तो आपको भी मुनाफ़ा होता है और अगर कंपनी को नुकसान होता है आप भी उस नुकसान के भागीदारी होते है.
शेयर मार्किट 2 तरह के होते है एक Primary market और दूसरा Secondary Market.
जब भी कोई कंपनी पहली बार अपना शेयर, मार्किट में निकालती है तो primary market में ही IPO (Initial Public Offering) प्रोसेस के जरिये शेयर मार्किट में entry लेती है. और उसके बाद secondary market में रेगुलर बेसिक पर general पब्लिक द्वारा उस शेयर की खरीद बिक्री होती है.
जब भी कोई कंपनी अपना शेयर, शेयर मार्किट (स्टॉक मार्किट) में issue करती है तो स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके वह शेयर NSE या BSE या दोनों पर list होती है जिसके indicator के माध्यम से हमें पता चलता है की कंपनी के शेयर बढ़े है या गिरे है.
NSE और BSE क्या है और इनके इंडिकेटर कौन-कौन से है
NSE (National Stock Exchange): – NSE भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जो की मुंबई में स्थित है. NSE की स्थापना 1992 में हुई थी मगर स्टॉक एक्सचेंज का दर्जा इसे 1993 में मिला और 1994 से इसके ऑपरेशन शुरू हुए।
NSE ने ही पहली बार लोगो को शेयर और अन्य कैपिटल इंस्ट्रूमेंट को खरीदने और बेचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म provide करवाया। इससे पहले लोग स्टॉक एक्सचेंज के floor पर बोली लगा कर शेयर को खरीदते और बेचते थे.
NSE पर लगभग 1600 शेयर listed है. Nifty NSE का मार्किट इंडिकेटर है जो की top 50 शेयर को दर्शाता है. Nifty का official website है www.nseindia.com
BSE (Bombay Stock Exchange) :- BSE भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी स्थापना 1875 में हुई थी. BSE की स्थापना एक स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके Association of person के तौर पर हुई थी लेकिन इसे 1957 में स्टॉक एक्सचेंज का दर्जा दिया गया.
Indian Railways: AC3 में सफर करने वालों के लिए बुरी खबर, रेलवे ने बदला यह फैसला; महंगी होगी यात्रा
IRCTC: रेलवे की तरफ से जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक एसी 3 (AC 3) के इकोनोमी कोच को नॉर्मल एसी थ्री कोच में यूनिफाई किया गया है. यानी स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके अब आपको दोनों में किसी भी कोच स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके में यात्रा करने पर एक ही किराया देना होगा.
AC3 Economy Coach: अगर आप भी अक्सर ट्रेन की थर्ड एसी (AC3) में सफर करते हैं तो इस खबर के बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए. रेलवे स्टॉक एक्सचेंज में निवेश के तरीके की तरफ से पिछले दिनों लिये गए एक फैसले में बदलाव किया गया है. इसके बाद थर्ड एसी (3rd AC) में यात्रा करना अब पहले के मुकाबले महंगा होगा. रेलवे बोर्ड (Railway Board) की तरफ से लिए गए फैसले के बाद एसी थ्री इकॉनमी कोच (AC3 Economy Coach) का किराया बढ़ जाएगा. अब उन यात्रियों को सफर के लिए ज्यादा पैसा चुकाना होगा, जो एसी 3 इकोनॉमी कोच में यात्रा करते हैं.