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एक डाउनट्रेंड में बार के अंदर

Video: दिल्ली में AAP विधायक गुलाब सिंह यादव की भीड़ ने की पिटाई, मौका देख भागे नेता, वायरल हुआ वीडियो

AAP MLA Beaten: आपको अंदरूनी जानकारी कैसे मिलती है MCD चुनाव में टिकट वितरण के मुद्दे पर AAP कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी के बाद झड़प शुरू हो गया। इस दौरान AAP के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी के विधायक गुलाब सिंह यादव के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई की

AAP MLA Beaten: सूत्रों के अनुसार विधायक जब रात करीब आठ बजे श्याम विहार में अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे, तभी यह घटना हुई

राष्ट्रीय राजधानी में 5 दिसंबर को होने वाले दिल्ली नगर निगम (MCD Polls 2022) चुनावों से पहले नगर निकाय पर शासन कर रही है भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शहर पर शासन कर रही आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच संघर्ष तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी के मटियाला से विधायक गुलाब आपको अंदरूनी जानकारी कैसे मिलती है आपको अंदरूनी जानकारी कैसे मिलती है सिंह यादव (Gulab Singh Yadav) के पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। MCD चुनाव में टिकट वितरण के मुद्दे पर AAP कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी के बाद झड़प शुरू हो गया। इस दौरान AAP के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी के विधायक गुलाब सिंह यादव के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई कर दी।

सूत्रों के अनुसार विधायक जब रात करीब आठ बजे श्याम विहार में अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे, तभी यह घटना हुई। जानकारी के अनुसार, बैठक के दौरान पहले विवाद शुरू हो गया और फिर कार्यकर्ताओं ने विधायक को पीटना शुरू कर दिया। हालांकि, गुलाब सिंह यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह के दावों से बीजेपी का MCD चुनाव हारने का डर साफ दिखता है। बीजेपी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया है।

मंगलुरु ब्लास्ट केस में पकड़ा गया एक और संदिग्ध, ISIS से निकला आतंकी कनेक्शन

आरोपी शारिक के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. दो मेंगलुरु शहर में और एक शिवमोग्गा में. शारिक के खिलाफ दो मामलों में UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है और तीसरे मामले में वह वॉन्टेड था.

मंगलुरु ब्लास्ट केस में पकड़ा गया एक और संदिग्ध, ISIS से निकला आतंकी कनेक्शन

TV9 Bharatvarsh | Edited By: हर्षित मिश्रा

Updated on: Nov 21, 2022 | 3:58 PM

कर्नाटक के मंगलुरु में हुए बम विस्फोट के मामले में पुलिस का शक सही निकला. पुलिस ने कहा था कि ऑटोरिक्शा में हुए बम ब्लास्ट की घटना कोई आम घटना नहीं है और इसके पीछे जरूर कोई आतंकी साजिश है. इस विस्फोट का मुख्य आरोपी ऑटोरिक्शा में बैठा वही यात्री है, जिसके बैग की वजह से आग लगने का शक जाहिर किया जा रहा था. इस घटना में दो लोग झुलस गए, जिनमें से एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर था और दूसरा षड्यंत्रकारी यात्री था, जिसका नाम शारिक बताया जा रहा है. आरोपी शारिक के परिसर की पुलिस ने जब तलाशी ली तो उसके ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माचिस, नट बोल्ट, सर्किट मिले.

वहीं इस मामले में तमिलनाडु के नागरकोल में एक और संदिग्ध पकड़ा गया है. इस संदिग्ध का नाम अजीम बताया गया है. पुलिस के अनुसार वह असम का रहने वाला है. पुलिस को शक है कि अजीम शारिक के साथ संपर्क में था. वह लगातार उससे बातचीत कर रहा था. पुलिस अब उससे पूछताछ करके मामले में नई बातें जानने की कोशिश कर रही है.

ADGP लॉ एंड ऑर्डर आलोक कुमार ने बताया कि 19 नवंबर की रात करीब 7:40 बजे मेंगलुरु शहर के बाहर एक ऑटो आपको अंदरूनी जानकारी कैसे मिलती है में विस्फोट हुआ था. घटना में यात्री और ड्राइवर दोनों झुलस गए. ऑटो ड्राइवर की पहचान पुरुषोत्तम पुजारी और यात्री की पहचान शारिक के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि आरोपी शारिक के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. दो मेंगलुरु शहर में और एक शिवमोग्गा में. शारिक के खिलाफ दो मामलों में UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है और तीसरे मामले में वह वॉन्टेड था और लंबे समय से फरार चल रहा था. कुमार ने कहा कि यात्री के भेष में ऑटो में बैठे शारिक के पास एक बैग था जिसमें कुकर बम था. इसी बम के ब्लास्ट होने की वजह से वो खुद और ऑटो ड्राइवर झुलस गया.

पुलिस ने कहा कि आरोपी “ISIS (इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया) आतंकवादी संगठन से प्रेरित था और अपने आकाओं के साथ संपर्क करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था. उन्होंने कहा कि शरीक ने कई हैंडलर्स के अंडर में काम किया, जिनमें से एक ‘अल हिंद’ से था, जो आईएसआईएस से प्रभावित एक आतंकवादी संगठन है.

आरोपी के आतंकियों के साथ थे संबंध

वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि मंगलुरु में बम विस्फोट करने वाले संदिग्ध के आतंकियों के साथ संबंध थे, क्योंकि वह पड़ोसी तमिलनाडु के कोयंबटूर सहित अलग-अलग जगहों पर गया था. उन्होंने कहा कि शुरुआती जानकारी के अनुसार यह एलईडी से जुड़ा उपकरण था. विस्फोट शनिवार शाम को एक पुलिस थाने के पास एक ऑटोरिक्शा में हुआ था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट के लिए डेटोनेटर, तार और बैटरी से लैस एक कुकर का इस्तेमाल किया गया. विस्फोट के बाद ऑटोरिक्शा के अंदरूनी हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए.

संदिग्ध के पास था फर्जी आधार कार्ड

बोम्मई ने कहा, ‘जब संदिग्ध का अतीत खंगाला गया, तो यह साफ हो गया कि मौके से मिले आधार कार्ड में उल्लेखित नाम उस व्यक्ति से अलग था जो उसने रखा हुआ था. संदिग्ध के पास एक डुप्लिकेट आधार कार्ड था. उसमें हुबली का पता लिखा था.’ उन्होंने कहा कि ज्यादा जानकारी तब सामने आई जब पुलिस ने संदिग्ध के मूल पते और उन स्थानों का पता लगाया जहां वह ठहरा था. बोम्मई ने कहा, ‘यह एक आतंकवादी कृत्य है. वह जिन स्थानों पर गया था, जैसे कोयंबटूर या अन्य स्थान, उससे उसके आतंकी संबंधों की ओर इशारा मिलता है.’ उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी भी मामले की जांच में राज्य पुलिस के साथ शामिल हो गए हैं. बोम्मई ने कहा कि एनआईए की चार सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच गई है और पुलिस के साथ समन्वय कर रही है.

देश की खबरें | ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जरूरी लेकिन सही मायने में ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ की भी आवश्यकता: संजय कुमार

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और इस पद के कथित आकांक्षी सचिन पायलट के मतभेद तथा मनभेद खुलकर सामने आने के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कथित गैर-मौजूदगी को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इस संबंध में ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस)’ के शोध कार्यक्रम ‘लोकनीति’ के सह-निदेशक संजय कुमार से ‘भाषा’ के पांच सवाल और उनके जवाब:

देश की खबरें | ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जरूरी लेकिन सही मायने में ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ की भी आवश्यकता: संजय कुमार

नयी दिल्ली, 27 नवंबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और इस पद के कथित आकांक्षी सचिन पायलट के मतभेद तथा मनभेद खुलकर सामने आने के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कथित गैर-मौजूदगी को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इस संबंध में ‘सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस)’ के शोध कार्यक्रम ‘लोकनीति’ के सह-निदेशक संजय कुमार से ‘’ के पांच सवाल और उनके जवाब:

सवाल: कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर रही है लेकिन इसी बीच राजस्थान में उसके नेतृत्व वाली सरकार में मतभेद सतह पर आ गए हैं। ऐसे में इस यात्रा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। आपकी राय?

जवाब: कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ तो कर रही है लेकिन उसके लिए इससे ज्यादा जरूरी है कि वह ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ निकाले। कांग्रेस के अंदर जो तमाम मतभेद हैं और जो समय-समय पर उभरकर सामने आते रहते हैं, कम से कम उनसे निपटना कांग्रेस के लिए ज्यादा जरूरी है। मैं यह मानता हूं कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भी जरूरी है लेकिन सच बात यह है ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ की भी आवश्यकता है। यह कहने का अर्थ यह नहीं है कि मतभेद और मनभेद दूसरे दलों के अंदर नहीं हैं। आम तौर पर ऐसे मतभेदों को दलों के आंतरिक लोकतंत्र का स्वस्थ संकेत माना जाता है लेकिन ‘‘गंभीर मतभेदों’’ के लिए बार-बार इसका हवाला नहीं दिया जा सकता और न ही इसके बहाने उसे रफा-दफा किया जा सकता है। कांग्रेस के समक्ष राजस्थान का जो संकट है, यह उसके लिए अच्छा नहीं है क्योंकि यह आपको अंदरूनी जानकारी कैसे मिलती है लंबे समय से चला आ रहा है। इसे टालने से पार्टी का ही नुकसान हो रहा है। इस बारे में पार्टी को गंभीरता से सोचना चाहिए और ऐसे ‘मनभेदों’ से कैसे निपटा जाए, उसे उसका रास्ता निकालना चाहिए।

सवाल: प्रश्न यह उठता है कि क्या शशि थरूर और सचिन पायलट जैसे नेताओं को देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी में महत्व नहीं मिलता है?

जवाब: मुझे ऐसा नहीं लगता कि कांग्रेस शशि थरूर या सचिन पायलट जैसे नेताओं को महत्व नहीं देती है। अगर आपका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की वजह से शशि थरूर को अलग-थलग किए जाने की चर्चाओं की ओर है तो मैं इससे सहमत नहीं हूं। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया में थरूर की भागीदारी से मैं इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचता कि पार्टी में उनका महत्व नहीं है। उस चुनाव में पार्टी के नेताओं को लगा कि इस वक्त अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे की जरूरत है, न कि थरूर की। जहां तक पायलट की राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी की बात है तो यह विधायकों को तय करना होता है कि किस नेता में उनका विश्वास है। फिलहाल तो उनका समर्थन अशोक गहलोत के साथ है और पायलट उनकी पसंद नहीं हैं।

सवाल: कांग्रेस की ‘‘यात्रा’’ और उसके अंदरूनी मतभेदों के बीच गुजरात में चुनाव भी हो रहा है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने पूरी ताकत झोंक रखी है तथा कांग्रेस नदारद दिख रही है?

जवाब: चुनावों में किसी भी पार्टी की सफलता और असफलता तो नतीजे तय करेंगे। लेकिन जो स्थिति अभी दिख रही है, उससे लग रहा है कि कांग्रेस काफी कमजोर है और आम आदमी पार्टी गुजरात में पहली बार मजबूती से चुनाव लड़ रही है। आप ने जिस तरीके से वहां दमखम लगा रखा है, उससे स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि कांग्रेस ने कहीं न कहीं गलती की है। कांग्रेस को अगर गुजरात का चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ना था तो उसे पहले से प्रचार अभियान शुरू करना था तथा उसके बड़े नेताओं को लगातार दौरा करते रहना चाहिए था। इस मामले में आप सफल रही है और वह भाजपा का मजबूती से मुकाबला करती दिख रही है।

सवाल: क्या ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का समय कांग्रेस की रणनीतिक भूल साबित हो सकता है। बतौर राजनीतिक विशेषज्ञ आपका क्या आकलन है?

जवाब: राहुल गांधी अगर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निकले हैं तो यह अपेक्षा करना उपयुक्त नहीं है कि सारे के सारे कांग्रेसी नेता इसी में व्यस्त रहें। यह सही रणनीति भी नहीं होगी। अपेक्षा की जाती है कि यात्रा जिस राज्य से गुजरे, उसमें वहां के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हों। पार्टी के जिम्मेदार नेताओं को अपनी-अपनी भूमिका का निर्वाह करते रहना चाहिए। बाकी तो चुनावी नतीजे ही रणनीति की सफलता और असफलता तय करेंगे।

सवाल: कांग्रेस की इस यात्रा को कई विपक्षी दलों का समर्थन भी मिला है। क्या 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यह विपक्षी दलों को एकजुट करने में सहायक साबित होगी?

जवाब: इस यात्रा का विपक्षी एकता से कोई संबंध नहीं है। और मेरे हिसाब से न ही कांग्रेस ऐसी कोई अपेक्षा कर रही है। ऐसी कोई अपेक्षा करना भी कांग्रेस की भूल होगा। जहां तक बात भाजपा विरोधी दलों द्वारा इसका समर्थन किए जाने की है तो यह महज मुद्दा आधारित समर्थन है कि देश को जोड़ने की जरूरत है। विपक्षी एकता व्यापक मुद्दा है। यह चुनाव से पहले स्पष्ट होगा।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

 Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग चार्ट पर कीमत के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करती है। कैंडलस्टिक्स अक्सर पैटर्न बनाते हैं जो खुद को दोहराते हैं और इस प्रकार, भविष्य की कीमत की दिशा का अनुमान लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इनसाइड बार पैटर्न इसका एक उदाहरण है और मैं आज आपके लिए इसका वर्णन करूंगा।

इनसाइड बार पैटर्न में दो प्राइस बार हैं। मुख्य नियम यह है कि दूसरा वाला पहले वाले के अंदर है, यानी इसका नीचा हिस्सा पहले बार की तुलना में ऊंचा है और ऊंचा नीचा है। इसे बीच में, नीचे या ऊपर रखा जा सकता है।

अधिकांश व्यापारियों द्वारा उपरोक्त को सही माना जाता है। हालांकि, कुछ लोग इस संभावना को स्वीकार करते हैं कि दो कैंडल्स का निम्न या उच्च स्तर बराबर है।

पैटर्न में बार को अक्सर मदर बार या एमबी और इनसाइड बार (आईबी) कहा जाता है।

अंदर की पट्टी मूल्य समेकन के क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसा विराम अक्सर एक मजबूत आंदोलन के बाद होता है। फिर, पिछली दिशा की जाती है। कभी-कभी, अंदर के बार पैटर्न के साथ ट्रेंड रिवर्सल का व्यापार करना संभव है। इन अवसरों पर आपको इसे समर्थन और प्रतिरोध स्तरों के साथ जोड़ना चाहिए।

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

अंदर बार पैटर्न

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न के साथ ट्रेडिंग

इनसाइड बार पैटर्न के साथ ट्रेडिंग करने के कुछ तरीके हैं। लेकिन निम्नलिखित दो सबसे अधिक उपयोग किए जाते हैं।

पहला तरीका यह है कि बाजार में रुझान होने पर इनसाइड बार पैटर्न का उपयोग किया जाए। आप प्रवृत्ति के साथ व्यापार करते हैं। आप अभिव्यक्ति को 'ब्रेकआउट प्ले' या इनसाइड बार ब्रेकआउट सुन सकते हैं।

दूसरा तरीका, जिसे इनसाइड बार रिवर्सल के रूप में भी जाना जाता है, में प्रवृत्ति के विरुद्ध व्यापार करना शामिल है। इसके बाद इसे महत्वपूर्ण मूल्य स्तरों (समर्थन या प्रतिरोध) से कारोबार किया जाता है।

आम तौर पर, व्यापारी लंबित ऑर्डर को मदर बार के नीचे या ऊपर सेट करते हैं। आइए आपके ट्रेडों के प्रवेश बिंदुओं पर करीब से नज़र डालें।

Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड के साथ-साथ इनसाइड पैटर्न पर ट्रेडिंग करना

डाउनट्रेंड के दौरान बिक्री की स्थिति खोलना

जब आप प्रवृत्ति के साथ व्यापार करते हैं और बाजार में गिरावट का रुझान होता है, तो आपको अंदरूनी बार पैटर्न के साथ बिक्री की स्थिति खोलनी चाहिए। इसके बाद इसे 'इनसाइड बार सेल सिग्नल' कहा जाता है। करेंसी जोड़ियों (सीएफडी) के लिए इस रणनीति का उपयोग करें, हालांकि आपको निश्चित समय के ट्रेडों का उपयोग करके भी इसे ट्रेड करने का एक तरीका मिल सकता है। एक व्यापार में प्रवेश करने के लिए, आप उस कैंडल के कम मूल्य के ठीक नीचे मदर बार के नीचे लंबित ऑर्डर सेट करते हैं।

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

एक डाउनट्रेंड में बार के अंदर

अपट्रेंड के दौरान खरीदारी की पोजीशन खोलना

बाजार में तेजी का रुझान होने पर आपको 'इनसाइड बार बाय सिग्नल' मिलता है। आपका पेंडिंग ऑर्डर, मदर बार के सबसे ऊपर, हाई वैल्यू के ठीक ऊपर सेट होना चाहिए।

मजबूत प्रवृत्तियों के साथ, आप शायद कई आंतरिक बार पैटर्न देखेंगे और इस प्रकार, आपको व्यापार में प्रवेश करने के कई अवसर मिलेंगे।

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

एक अपट्रेंड में बार के अंदर

Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर चलन के विरुद्ध अंदरूनी पैटर्न पर ट्रेडिंग करना

इनसाइड बार पैटर्न और रेजिस्टेंस लेवल के साथ सेल पोजीशन खोलना

नीचे, आप चिह्नित प्रतिरोध स्तर के साथ EURUSD चार्ट देखते हैं। अपट्रेंड के दौरान रेजिस्टेंस लाइन पर इनसाइड बार पैटर्न विकसित हुआ है। आप वर्तमान दिशा के विपरीत व्यापार करते हैं इसलिए आपको बिक्री की ट्रेड खोलनी चाहिए। यहां आप मदर्स लो के ठीक नीचे कीमत पर बेचने के लिए लंबित ऑर्डर का भी उपयोग कर सकते हैं।

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

प्रतिरोध स्तर पर बार के अंदर

इनसाइड बार पैटर्न और सपोर्ट लेवल के साथ खरीदारी की पोजीशन खोलना

NZDUSD मुद्रा जोड़ी के लिए दूसरे चार्ट पर, एक समर्थन रेखा खींची गई है। इस प्रमुख स्तर पर इनसाइड बार पैटर्न विकसित हुआ है, जो ट्रेंड रिवर्सल के बारे में सूचित करता है। आपको खरीदारी की पोजीशन खोलनी चाहिए। दोबारा, आप एक लंबित ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं और मदर बार के उच्च मूल्य के ठीक ऊपर एक खरीद ऑर्डर सेट कर सकते हैं।

Olymp Trade पर इनसाइड बार पैटर्न की पहचान और व्यापार कैसे करें

समर्थन स्तर पर अंदर बार

जब इनसाइड बार पैटर्न प्रमुख मूल्य स्तरों पर दिखाई देता है, तो अक्सर इसके बाद एक मजबूत चाल होती है। इससे आपको लाभ कमाने के उच्च अवसर मिलते हैं।

इनसाइड बार पैटर्न के साथ ट्रेड करने के लिए अंतिम निर्देश

आप अक्सर 'ट्रेंड विद ट्रेंड' की सलाह सुन सकते हैं। इसके अलावा इस मामले में, विशेष रूप से यदि आप अपनी व्यापारिक यात्रा की शुरुआत में हैं, तो मौजूदा प्रवृत्ति के साथ-साथ अंदरूनी पैटर्न का व्यापार करने की सिफारिश की जाती है। ट्रेडिंग रिवर्सल थोड़ा अधिक जटिल है और इसके लिए कुछ ट्रेडिंग अनुभव की आवश्यकता होती है।

इनसाइड बार पैटर्न का उपयोग करने के लिए सबसे अच्छा चार्ट टाइम फ्रेम 5 मिनट या उससे अधिक है। इसे 1-मिनट कैंडल्स के साथ प्रयोग करने की कोशिश न करें। इतनी कम समय सीमा आपको कई गलत संकेत देगी।

कभी-कभी, आप मदर बार के बाद कुछ इनसाइड बार देखेंगे। यह 1, 2 या 4 मोमबत्तियाँ भी हो सकती हैं। प्रत्येक पिछले वाले से छोटा होगा। वे लंबी समेकन अवधि के बारे में सूचित करते हैं। इसके बाद होने वाला ब्रेकआउट अक्सर बहुत शक्तिशाली होता है।

अंदर के बार पैटर्न से अवगत रहें जो पिन बार पैटर्न के बाद विकसित होते हैं। वे आमतौर पर झूठे संकेत देते हैं इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप चार्ट पर विभिन्न पैटर्नों की पहचान कर सकें।

पहले अपने Olymp Trade डेमो खाते के अंदर के बार पैटर्न को पहचानने का प्रयास करें। ट्रेंडिंग मार्केट चुनें और ट्रेंड के अनुसार ट्रेड करें। वास्तविक धन के साथ इसे आजमाने से बहुत सावधान रहें- यह रणनीति लाभ की गारंटी नहीं है। घाटे से निपटने के लिए तैयार रहें, खासकर शुरुआत में।

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