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वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है

वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है
कल भाव गिरने के बाद आज महंगा हुआ सोना, जानिए क्या हो गई नई कीमत

सेबी ने जिंस वायदा अनुबंध में ‘कैलेन्डर स्प्रेड मार्जिन’ के लिये नियमों में बदलाव किया

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को जिंस वायदा अनुबंधों में समयावधि वाले (कैलेन्डर स्प्रेड) सौदों पर मार्जिन लाभ से संबंधित विधान में बदलाव किया। इस तरह के अनुबंधों में खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने के मकसद से यह बदलाव किया गया है। बाजार में कई उपाय है जिसका उपयोग कारोबारी विकल्प अनुबंध के समाप्त होने से पहले उसे बेचकर लाभ कमाने के लिये उपयोग करते हैं। ‘कैलेन्डर स्प्रेड’ उसी में से एक है। इसमें किसी एक महीने में किसी संपत्ति के ‘डेरिवेटिव’ (शेयर, बांड, जिंस आदि) की खरीद की जाती है जबकि दूसरे महीने में

बाजार में कई उपाय है जिसका उपयोग कारोबारी विकल्प अनुबंध के समाप्त होने से पहले उसे बेचकर लाभ कमाने के लिये उपयोग करते हैं। ‘कैलेन्डर स्प्रेड’ उसी में से एक है। इसमें किसी एक महीने में किसी संपत्ति के ‘डेरिवेटिव’ (शेयर, बांड, जिंस आदि) की खरीद की जाती है जबकि दूसरे महीने में उसे बेचा जाता है। यह ज्यादातर जिंस बाजार में वायदा अनुबंधों में किया जाता है।

फिलहाल ‘कैलेन्डर स्प्रेड’ मार्जिन लाभ केवल तीन ‘एक्सपायरी’ पर लागू है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने एक परिपत्र में कहा कि अब नियामक ने इसे पहले तीन एक्सपायरी के बाद आगे बढ़ाने का निर्णय किया है।

सेबी के अनुसार ‘कैलेंडर स्प्रेड’ के मामले में जिसमें एक ही अंतर्निहित कमोडिटी (जिसमें वर्तमान में प्रारंभिक मार्जिन में 75 प्रतिशत लाभ की अनुमति है) वाले दो अनुबंध शामिल हैं, प्रारंभिक मार्जिन में लाभ की अनुमति तब दी जाएगी जब प्रत्येक व्यक्तिगत अनुबंध पहले छह ‘एक्सपायरी’ अनुबंध में से एक हो।

इस कदम से सुदूर महीनों के अनुबंधों में नकदी की स्थिति, हेजिंग (जोखिम प्रबंधन) बेहतर होने तथा लागत में कमी आने की उम्मीद है।

बाजार प्रतिभागियों ने पहले तीन ‘एक्सपायरी’ के बाद लाभ का दायरा बढ़ाये जाने का आग्रह किया था। उसके बाद सेबी ने यह निर्णय किया है।

Gold and Sliver Price Today 12 March: सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट, जानिये 10 ग्राम का भाव

Gold and Sliver Price Today 12 March: आज वायदा कारोबार में सोना और चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई। मुंबई के खुदरा बाजार में सोने की कीमतें 44,680 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही और वैश्विक स्तर पर मजबूती देखी गई।

Gold and Sliver Price Today 12 March: सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट, जानिये 10 ग्राम का भाव

Gold and Sliver Price Today 12 March: घरेलू वायदा बाजार में आज सोने और चांदी दोनों के दाम गिर गए हैं। पिछले कारोबारी सत्र में जून कॉन्ट्रैक्ट वाले सोने का दाम 45,108 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा था। आज वायदा कारोबार में सोना और चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सुबह 10:50 बजे अप्रैल, 2021 में डिलिवरी वाले सोने का भाव 67 रुपये यानी 0.15 फीसद की गिरावट के साथ 44,790 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था। वर्तमान में सोने / चांदी का अनुपात 67.31 से 1 है, जिसका अर्थ है कि सोने के एक औंस को खरीदने के लिए आवश्यक चांदी के औंस की संख्या। चांदी की कीमतें 9 मार्च को बंद होने से 83 रुपये बढ़कर 66,370 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं। वायदा बाजार में, सोने की दर 44,823 रुपये के उच्च स्तर और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 44,630 रुपये की इंट्रा डे कम रही। अप्रैल श्रृंखला के लिए, पीली धातु ने 44,150 रुपये का निचला स्तर और 51,931 रुपये का उच्च स्तर छुआ। इससे पिछले सत्र में यानी मंगलवार को अप्रैल अनुबंध वाले सोने का दाम 44,857 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा था। जून, 2021 में डिलिवरी वाले सोने का भाव 68 रुपये यानी 0.15 फीसद की कमी के साथ 45,040 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सुबह 10:49 बजे मई, 2021 में डिलिवरी वाली चांदी की कीमत (Silver Price) 482 रुपये यानी 0.71 फीसद की गिरावट के साथ 66,998 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रही थी। पिछले सत्र में मई कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी की कीमत 67,480 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी। इसी तरह जुलाई कॉन्ट्रैक्ट वाली चांदी की कीमत 409 रुपये यानी 0.60 फीसद की टूट के साथ 68,057 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही थी। इससे पिछले सत्र में जुलाई अनुबंध वाली चांदी की कीमत 68,466 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी।

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गोल्ड ईटीएफ पर निवेशकों का भरोसा बरकरार, कीमत घटने से अधिक से अधिक पूंजी प्रवाह

सोने की कीमत कम होने का साफ असर गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) पर दिख रहा है। पिछले महीने इसमें निवेश का स्तर 491 करोड़ रुपये का रहा। उससे पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ में 625 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। दिसंबर, 2020 में यह निवेश 431 करोड़ रुपये का था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले कुछ महीने से ईटीएफ के जरिये सोने में निवेश ने ऊंचाई का स्तर हासिल किया है। इसमें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कम हुई कीमत के अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती व सीमा शुल्क में कटौती महत्वपूर्ण कारक रहे हैं।

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बीता साल मार्च व नवंबर को छोड़ ईटीएफ के लिए शानदार रहा। निवेशकों ने शुद्ध तौर पर इसमें कुल 6,657 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके पिछले साल 2019 में यह महज 16 करोड़ रुपये का था। आंकड़ों के वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है मुताबिक, फरवरी, 2021 में गोल्ड ईटीएफ का परिसंपत्ति आधार 14,102 करोड़ रुपये रहा। जनवरी, 2021 में यह 14,481 करोड़ रुपये का था। बड़े स्तर के आधार से यह भी पता चलता है कि निवेशक सोने में एक्सचेंज के माध्यम से अधिक से अधिक निवेश की रुचि दिखा रहे हैं।

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गोल्ड ईटीएफ के मार्केट पर क्वांटम म्यूचुअल फंड के सीनियर फंड मैनेजर चिराग मेहता ने कहा कि भारतीय निवेशकों की दिलचस्पी सोने में बरकरार है। इसकी वजह यह है कि शेयर बाजार के मुकाबले कम मुनाफा देने के बावजूद जोखिम कम होने की वजह से यह निवेशकों की पसंद बना हुआ है।

अनुबंध की कीमत 162 रुपये

सोने के अप्रैल डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 162 रुपये या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44,695 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई जिसमें 11,398 लॉट के लिए कारोबार हुआ। 5,996 लॉट के कारोबार में जून का कारोबार 95 रुपये या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 45,013 रुपये पर बंद हुआ। अप्रैल और जून के अनुबंधों का मूल्य अब तक क्रमशः 2,342.39 करोड़ रुपये और 263.69 करोड़ रुपये है। इसी तरह, अप्रैल के लिए गोल्ड मिनी कॉन्ट्रैक्ट 136 रुपये या 0.30 प्रतिशत बढ़कर 26,642 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

मुंबई के खुदरा बाजार में सोने की कीमतें 44,680 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही और वैश्विक स्तर पर मजबूती देखी गई। ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड और अमेरिकी डॉलर के उछाल से कीमती धातु को और नीचे की ओर दबाव डाला गया। मुंबई में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की दर 40,927 रुपये और 3 प्रतिशत जीएसटी थी, जबकि 24 कैरेट 10 ग्राम 44,680 रुपये जीएसटी थी। खुदरा बाजार में 18 कैरेट सोना 33,510 रुपये और जीएसटी से अधिक है। 9 मार्च को ठोस लाभ के बाद पीली धातु में हल्की कमजोरी दिखाई दी। वैश्विक हाजिर बाजार में सोना पिछले सत्र में दो महीने में सबसे बड़ी छलांग लगाने के बाद निचले स्तर पर टिक गया।

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मूल रूप से, वैक्सीन रोल-आउट में सुधार और COVID-19 मामलों में गिरावट के कारण उत्साहित वैश्विक भावना में फैक्टरिंग के बाद कीमतें विशेष रूप से सही हो सकती हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा, हालांकि, शॉर्ट टर्म में मार्केट्स ग्रीनबैक और बॉन्ड यील्ड के मूवमेंट को ट्रैक कर सकते हैं और डेटा डिपेंडेंट हो सकते हैं।

अमेरिकी डॉलर छह प्रतिद्वंद्वी मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले 92.15 या 0.21 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार किया। जबकि 10 साल के यूएस टी-बॉन्ड की उपज 1.56 प्रतिशत हो गई। एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट में गोल्ड होल्डिंग्स, दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड-एक्सचेंज एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, 1.5 टन घटकर 1,061.98 टन रहा। लंदन ट्रेडिंग में सोने का भाव 4.03 डॉलर घटकर 1,711.82 डॉलर प्रति औंस रह गया। MCX Bulldesk 77 अंक या 0.54 प्रतिशत घटकर 14,217 17:39 पर रहा। सूचकांक एमसीएक्स गोल्ड और एमसीएक्स सिल्वर फ्यूचर्स के वास्तविक समय के प्रदर्शन को ट्रैक करता है।

जानकारों का कहना है

मोतीलाल ओसवाल के उपाध्यक्ष, नवनीत दमानी ने कहा, "अमेरिकी ट्रेजरी की पैदावार में वापसी और धातु की अपील को पूरा करने वाले डॉलर के बाद सोने की कीमत लगातार उच्च स्तर पर जारी है। OECD ने अपने अंतरिम आर्थिक दृष्टिकोण में धातु के लिए कुछ लाभ को कम करते हुए कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था इस साल 5.6 प्रतिशत वृद्धि के साथ पुनर्जन्म करने और अगले साल 4 प्रतिशत का विस्तार करने के लिए तैयार है। "COMEX सोना 0.4 प्रतिशत $ 1710 / औंस के पास कम है। अमेरिकी बांड पैदावार और अमेरिकी डॉलर में सुधार पर कल सोने में तेजी दर्ज की गई। सोने में हालांकि आज गिरावट आई क्योंकि अमेरिकी डॉलर ने कुछ नुकसानों की भरपाई की। जबकि अमेरिकी डॉलर के साथ सोने की कीमतों में अमेरिकी प्रोत्साहन और चीनी इक्विटी बाजार में बिकवाली का समर्थन कमजोर निवेशक ब्याज द्वारा किया जाता है। कोटक सिक्योरिटीज के वीपी-हेड कमोडिटी रिसर्च के रवींद्र राव ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के साथ सोने में तेजी जारी रह सकती है लेकिन जब तक बांड की पैदावार सही नहीं होती है, तब तक तेज वृद्धि की संभावना नहीं है।

ट्रेडिंग रणनीति

तपन पटेल, वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज), एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार अमेरिकी बॉन्ड की पैदावार 1 साल के हाई से कम हो गई, जबकि डॉलर इंडेक्स साढ़े तीन महीने के ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। इक्विटी सूचकांकों और फर्म डॉलर में रैली दिन के लिए कीमती धातुओं में उलटफेर कर सकती है। हम उम्मीद करते हैं कि सोने की कीमतें दिन के लिए नीचे तक व्यापार करेंगी। एमसीएक्स गोल्ड अप्रैल समर्थन 44,500 रुपये और प्रतिरोध 44,900 रुपये है।

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मुंबई: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आ रहे नतीजे के बीच शुक्रवार को सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में सोने का भाव 2.71 फीसदी उछला था जो कि 9 अप्रैल 2020 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की तेजी है. भारतीय वायदा बाजार में भी बीते सत्र में सोने में 2.47 फीसदी और चांदी में 4.46 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को सोने के दिसंबर वायदा अनुबंध में बीते सत्र से 175 रुपये यानी 0.34 फीसदी की कमजोरी के साथ 51,880 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है पहले सोने का भाव 51,912 रुपये पर खुला.

वहीं, चादी के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 190 रुपये यानी 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 64,443 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले चांदी का भाव एमसीएक्स पर 64,479 रुपये प्रति किलो खुला.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर शुक्रवार को सोने के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 5.25 डॉलर यानी 0.27 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,941.55 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था. बीते सत्र में कॉमेक्स पर सोना 1,954.30 डॉलर प्रति औंस तक उछला था. हालांकि कॉमेक्स पर चांदी के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 25.30 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम अभी घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन (Joe Biden) वर्तमान राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के मुकाबले ज्यादा इलेक्टोरल वोट हासिल कर जीत के जादुई आंकड़ों के करीब हैं. जानकार बताते हैं कि अमेरिका में आगे जो भी राष्ट्रपति चुनकर आएंगे कोरोना महामारी से निपटने के लिए बड़े राहत पैकेज लाने की कोशिश करेंगे जिससे महंगी धातुओं के दाम में आगे तेजी बनी रह सकती है.

उधर, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने फिर मौद्रिक नीति में नरम रुख बनाए रखा. दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते सत्र से 0.10 फीसदी की मजबूती के साथ 92.61 पर बना हुआ था.

सोने की कीमतों में ताबड़तोड़ तेजी, एक झटके में आसमान पर पहुंची कीमतें

बिजनेस डेस्कः दहशरे से ठीक एक दिन पहले सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है। एक दिन में ही सोने की कीमतों में करीब 1000 रुपए की तेजी देखने को मिल रही है। वहीं चांदी भी करीब 3800 रुपए महंगी हो गई है। माना जा रहा है कि बदलते अंतरराष्ट्रीय माहौल और अमेरिका में मंदी की आहट के बीच सोना और चांदी की कीमत में आगे भी तेजी देखने को मिल सकती है।

सोने के भाव में सबसे बड़ा इजाफा

अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना मंगलवार को 980 रुपए उछलकर 51,718 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसे इस साल की सबसे बड़ी तेजी बताया जा रहा है। इससे पिछले कारोबारी सत्र में पीली धातु का भाव 50,738 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार सोने की तरह चांदी भी 3,790 रुपए की जोरदार तेजी के साथ 61,997 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले दिन के कारोबार में यह 58,207 रुपए प्रति किलोग्राम रही थी।

इंटरनेशनल मार्केट में भी तेजी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ के साथ 1,710 डॉलर प्रति औंस पर रहा। चांदी भी बढ़त के साथ 20.99 रुपये डॉलर प्रति औंस पर थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘अमेरिकी प्रतिभूतियों के प्रतिफल और डॉलर सूचकांक के लगातार नीचे आने से जिंस बाजार (कॉमेक्स) में सोने में तेजी रही।’’

सोना वायदा कीमतों में तेजी

मजबूत हाजिर मांग के बीच कारोबारियों के सौदे बढ़ाए जाने से मंगलवार को सोने का वायदा भाव 275 रुपए चढ़कर 51,435 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में सोने का दिसंबर आपूर्ति वाला अनुबंध 275 रुपए या 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,435 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। इसमें 18,186 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से सोना वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,719.20 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।

चांदी का वायदा भाव 756 रुपए चढ़ा

मजबूत हाजिर मांग से कारोबारियों के अपने सौदे बढ़ाए जाने से वायदा बाजार में मंगलवार को चांदी की कीमत 756 रुपए की तेजी के साथ 61,667 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर महीने में डिलिवरी वाले चांदी के अनुबंध की कीमत 756 रुपए यानी 1.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 11,980 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। इसमें 15,999 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू बाजार में तेजी के रुख के कारण कारोबारियों वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है की ताजा सौदों की लिवाली से चांदी वायदा कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी 2.19 प्रतिशत की तेजी के साथ 21.04 डॉलर प्रति औंस हो गई।

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कल भाव गिरने के बाद आज महंगा हुआ सोना, जानिए क्या हो गई नई कीमत

सोने की कीमतों (Gold Rate) में कल बड़ी गिरावट (Gold price fall) देखी गई थी, लेकिन आज सोना (Gold Price today) मामूली मजबूत हुआ है। दूसरी ओर चांदी (Silver price today) भी 195 रुपये मजबूत हुई है।

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चांदी में भी आई तेजी

मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को चांदी की कीमत 195 रुपये की तेजी के साथ 64,202 प्रति किग्रा हो गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के सितंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 195 रुपये अथवा 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 64,202 रुपये प्रति किग्रा हो गयी जिसमें 8,070 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू रुख के कारण कारोबारियों की ताजा लिवाली से चांदी वायदा वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.64 प्रतिशत की तेजी के साथ 26.60 डॉलर प्रति औंस हो गई।

सर्राफा बाजार में गिरे सोने-चांदी के भाव

वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख और रुपये के मूल्य में सुधार के बाद स्थानीय सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 210 रुपये की गिरावट के साथ 51,963 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 52,173 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी भी 1,077 रुपये की गिरावट के साथ 65,178 रुपये प्रति किलोग्राम रह गयी। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 66,255 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘दिल्ली में 24 कैरेट सोना हाजिर में गिरावट जारी रही तथा रुपये के मजबूती और वैश्विक बिकवाली के कारण इसमें 210 रुपये की गिरावट आई।’’

अंतरराष्ट्रटीय बाजार में सोने का भाव गिरावट के साथ 1,918 डॉलर प्रति औंस बोला जा रहा था जबकि चांदी का भाव 26.45 डॉलर प्रति औंस था। पटेल ने भी कहा कि कोविड-19 का टीका को लेकर उम्मीद बढ़ने और अमेरिकी-चीन व्यापार तनाव कम होने से बुधवार को सोने में गिरावट जारी रही।

कोरोना काल में सोना बना वरदान

सोना गहरे संकट में वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है। गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।

दिवाली तक 70 हजारी हो सकता है सोना

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एक्सपर्ट्स का कहना है कि दिवाली तक सोने का भाव नया रेकॉर्ड बनाएगा। वहीं जेपी मॉर्गन का कहना है कि वर्तमान में आर्थिक, महामारी और राजनीतिक हालात के मद्देनजर इसकी पूरी संभावना है कि सोना 70 हजार के स्तर को दिवाली तक छू जाए। उनका कहना है कि अगर कोरोना वैक्सीन आ भी जाती है तो भी ग्लोबल इकॉनमी में सुधार में अभी काफी समय है। तब तक सोने की कीमत में तेजी दर्ज की जाएगी।

मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने की चमक!

सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।

गोल्ड ईटीएफ में निवेश 86 फीसदी बढ़ा

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गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश जुलाई महीने में इससे पिछले माह की तुलना में 86 प्रतिशत बढ़कर 921 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सोने की कीमतें उच्चस्तर पर होने के बीच निवेशकों द्वारा अपने पोर्टफोलियो में बहुमूल्य धातुओं को जोड़ने को लेकर काफी उत्साह है, जिससे वे गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार इस तरह चालू साल के पहले सात माह में गोल्ड ईटीएफ में निवेश का शुद्ध प्रवाह बढ़कर 4,452 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आंकड़ों के अनुसार, निवेशकों ने जुलाई में गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध रूप से 921 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे पिछले महीने यानी जून में उन्होंने गोल्ड ईटीएफ में 494 करोड़ रुपये डाले थे। इस निवेश के बाद गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) जुलाई के अंत तक 19 प्रतिशत बढ़कर 12,941 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो जून के अंत तक 10,857 करोड़ रुपये थीं।

सोने का आयात 81 प्रतिशत घटा

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देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई की अवधि में 81.22 प्रतिशत घटकर 2.47 अरब डॉलर या 18,590 करोड़ रुपये रह गया। सोने का आयात देश के चालू खाते के घाटे (कैड) को प्रभावित करता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार कोविड-16 महामारी के बीच सोने की मांग में काफी कमी आई है, जिससे आयात घटा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की समान अवधि में सोने का आयात 13.16 अरब डॉलर या 91,440 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में चांदी का आयात भी 56.5 प्रतिशत घटकर 68.53 करोड़ डॉलर या 5,185 करोड़ रुपये रह गया। सोने और चांदी के आयात में कमी से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है।

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