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अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें

अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें
शेयरों से कमाई को धड़ाधड़ खुल रहे डीमैट अकाउंट, आपको खुलवाना है? ऐसे खुलवाएं

अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें

5paisa ऐप का उपयोग करके ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें, इसके लिए आप इन चार आसान स्टेप्स का पालन करना होगा

स्टेप1:Google Playstore या Apple Store से 5paisa ऐप इंस्टॉल करें.
स्टेप2:‘Open Demat Account’ का विकल्प चुनें.

Written by Web Desk Team | Published :September 9, 2022 , 6:27 am IST

यदि आप शेयर बाजार के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं और शेयरों में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको डीमैट खाता खोलना होगा. आपका फाइनेंशियल टारगेट चाहे कुछ भी हो लेकिन शेयर बाजार में कोई भी लेनदेन करने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है. इस आर्टिकल में हम आपको डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया बताने जा रहे हैं –

डीमैट खाता क्या है?
डीमैट खाते या डीमैटरियलाइज्ड खाते (dematerialised accounts) का इस्तेमाल किसी भी कंपनी के शेयर ऑनलाइन रखने के लिए किया जाता हैं. एक डीमैट खाता आपको स्टॉक, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), बॉन्ड आदि जैसे डीमैटरियलाइज्ड सिक्योरिटीज रखने की सुविधा देता है. जब आप किसी स्टॉक के लिए ऑर्डर देते हैं, तो आपके शेयर आपके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं. इसी तरह, जब भी आप अपने शेयर बेचते हैं तो आपका डीमैट खाता डेबिट हो जाता है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन कैसे बनाएं?

सेबी के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2020 और जनवरी 2021 के बीच नए डीमैट खाते में 10.7 मिलियन की वृद्धि हुई है. इसके अलावा, बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के साथ, डीमैट खाता खोलना अब बेहद आसान हो गया है. इस आसान स्टेप्स के साथ आप 5paisa के साथ डीमैट खाता खोल सकते हैं –

स्टेप1 :डीमैट खाता खोलने के लिए 5paisa की वेबसाइट पर जाएं.
स्टेप2 :अपना फोन नंबर दर्ज करें और“Open account Now” पर क्लिक करें.
स्टेप3 :आपको उसी नंबर पर एक वेरिफिकेशन कोड प्राप्त होगा, कोड डालें और “Apply Now” बटन पर क्लिक करें.
स्टेप4 :इसके बाद, अपना ईमेल पता और आपके इनबॉक्स में भेजा गया वेरिफिकेशन कोड दर्ज करें.
स्टेप5 :अपना पैन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें, और “Proceed” पर क्लिक करें.
स्टेप6 :e-KYC प्रक्रिया को पूरा करें
स्टेप7 :वेरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा करें. इसके लिए आपको रीयल टाइम में एक सेल्फी अपलोड करनी होगी.
स्टेप8 :अपना खाता खोलने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए फॉर्म पर ई-हस्ताक्षर करें.

5paisa ऐप का उपयोग करके ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें, इसके लिए आप इन चार आसान स्टेप्स का पालन करना होगा

स्टेप1:Google Playstore या Apple Store से 5paisa ऐप इंस्टॉल करें.
स्टेप2:‘Open Demat Account’ का विकल्प चुनें.
स्टेप3:5paisa का एक कार्यकारी आपसे संपर्क करेगा और खाता खोलने में आपकी सहायता करेगा.
स्टेप4:KYC प्रक्रिया को पूरा करें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें.

डीमैट खाता खोलने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?

पहचान का प्रमाण ( Proof of identity)
•मतदाता पहचान पत्र
•आधार कार्ड, पैन कार्ड
•पासपोर्ट
•ड्राइविंग लाइसेंस
पते का प्रमाण (Proof of Address)
•राशन कार्ड
•बिजली बिल
•टेलीफोन बिल
•संपत्ति कर रसीद
•पासपोर्ट
•बैंक पासबुक
•मतदाता पहचान पत्र

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

शेयरों से कमाई को धड़ाधड़ खुल रहे डीमैट अकाउंट, आपको खुलवाना है? ऐसे खुलवाएं

लॉकडाउन में घर बैठे-बैठे लोग कमाई के जरिया तलाश रहे हैं। कई लोग शेयर बाजार में निवेश कर कमाई कर रहे हैं। शेयरों में निवेश में लोग कितनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि बीते दो महीनों में करीब 12 लाख डीमैट अकाउंट खुले हैं। अप्रैल का पूरा महीना लॉक्ड था और अब 31 मई तक लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।

know how to open demat account for trading in shares amid lockdown

शेयरों से कमाई को धड़ाधड़ खुल रहे डीमैट अकाउंट, आपको खुलवाना है? ऐसे खुलवाएं

ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं Demat अकाउंट

-demat-

शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए डीमैट खाते की जरूरत होती है। इसे एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, ऐक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं।

कैसे खुलता है डीमैट खाता?

निवेशक को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनें। CSDL(सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड ) और NSDL( नैशनल सिक्यॉरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड), दोनों के पास DPs की लिस्ट होती है। DP की वेबसाइट पर जाकर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरें और KYC करवाएं। इसके लिए आपको पहचान प्रमाण, अड्रेस प्रूफ आदि की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद होगा इन-पर्सन वेरिफिकेशन। इसके लिए संभव है कि आपका DP आपको अपनेपास के सर्विस प्रवाइडर ऑफिस बुलाएं, लेकिन इन दिनों IPV स्मार्टफोन और वेब कैम के जरिए ऑनलाइन ही ज्यादा किए जा रहे हैं। इसके बाद DP के साथ टर्म ऑफ अग्रीमेंट पर साइन करने होते हैं।

क्लाइंट आईडी

जैसे ही आपका आवेदन प्रॉसेस हो जाएग, आपको एक डीमैट नंबर और क्लाइंट आईडी दी जाएगी। आपको 16 डिजिट की क्लाइंट आईडी मिलेगी, जिसमें पहले 8 डिजिट डिपॉजिटरी को रिप्रजेंट करेंगे और बाकी 8 यूनीक अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें होंगे। आप जीरो शेयरों के साथ भी खाता खोल सकते हैं और इसमें मिनिमम बैलंस की भी जरूरत नहीं।

. लेकिन काफी नहीं है डीमैट खाता

शेयरों में डायरेक्ट निवेश के लिए आपके पास तीन तरह के खाते होने जरूरी हैं। बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता शामिल। ट्रेडिंग अकाउंच के बिना डीमैट खाता अधूरा है। डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, IPO, म्यूचुअल फंड और गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DPs) करते हैं।

कैसे ट्रांसफर होती है रकम?

-डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है।

-सबसे पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है।

-ट्रेडिंग अकाउंट की एक आईडी होती है, इस
अकाउंट के जरिए शेयरों को खरीदा-बेचा जा सकता है।

-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखाई देता है।

ब्रोकरेज हाउस की फीस जरूर देखें

डीमैट खाते से जुड़ी तमाम तरह की फीस के बारे में जानकारी जरूर रखें। इसके साथ कई चार्ज जुड़े होते हैं। मसलन आपको इस खाते की ऐनुअल मेन्टिनेंस फईस के तौर पर कुछ अमाउंट देना होता है और जैसे ही डीमैट खाता ऐक्टिव होता है ट्रांजैक्शन फीस देनी होती है। अगर साल के बीच में यह खाता बंद हो जाता है तो मेन्टिंनेंस फीस क्वॉर्टर के आधआर पर प्रपोर्शनेटली ली जाती है। बहरहाल DP अकाउंट बंद करने या एक से दूसरे DP को होल्डिंग्स ट्रांसफर करने पर भी कोई चार्ज नहीं लगता।

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डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है.

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?

TV9 अपना ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन

Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM

शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .

1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा ( डिपॉजिट ) करना चाहते हैं . जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं . इसी तरह जब आप शेयर खरीदेंगे तो वह आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे . यदि आप फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है .

2)- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है , जिसे बाजार नियामक ( मार्केट रेगुलेटर ) सेबी (SEBI) ने पेश किया है . छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है . 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज ( रखरखाव शुल्क ) नहीं देना होगा . 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगेगा .

3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Repatriable Demat Account) प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट NRI ( अनिवासी भारतीयों ) के लिए है . इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेश में भी पैसा भेज सकते हैं . हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट अकाउंट को NRI (Non-Resident External) अकाउंट से जोड़ना होगा .

4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Non-repatriable Demat Account) अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर – प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट भी मौजूद है . हालांकि इस अकाउंट के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता .

डीमैट अकाउंट के फायदे

डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है . शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म से रखे जाते हैं . ऐसे में उनकी चोरी , जालसाजी और नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है . ट्रेडिंग एक्टिविटीज को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है . डीमैट अकाउंट को कभी भी और कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है . बोनस स्टॉक , राइट्स इश्यू , स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं .

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलना अनिवार्य है . आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के जरिए डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को चुनना होगा . यह एक वित्तीय संस्थान , अधिकृत बैंक या ब्रोकर हो सकता है . आप उनके साथ एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . DP को ब्रोकरेज चार्ज , सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए . DP का चयन करने के बाद आपको अकाउंट खोलने का फॉर्म , KYC फॉर्म भरना होगा और उसे जमा करना होगा . इसके साथ आपको कुछ दस्तावेज भी देने होंगे . इनमें पैन कार्ड , रेजिडेंस प्रूफ , आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं .

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