बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान

लेकिन परेशानी की बात यह है कि आप यहां पर भारतीय रुपयों में ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं कर सकते बाइनेंस पर आपको ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए पहले किसी दूसरे एक्सचेंज पर से usdt खरीद कर बाइनेंस पर ट्रांसफर करना पड़ेगा फिर जाकर आप Binance पर ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हो लेकिन सवाल यह पैदा होता है कि आप बाइनेंस पर usdt ट्रांसफर करोगे तो आपके रुपए लगेंगे लेकिन एक ऐसा क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज है
option trading से 16 हजार रुपए में आप 1 bitcoin खरीद सकते हैं
बिटकॉइन की कीमत तो आप सभी जानते ही होंगे एक आम आदमी के लिए 1 बिटकॉइन खरीदना बहुत बड़ी बात है ज्यादातर आदमी की क्षमता 1 बिटकॉइन खरीदने की नहीं होती है लेकिन ऐसा तरीका मौजूद है जिसमें आप 1 बिटकॉइन को बिना पूरे रुपए दिए मात्र ₹16000 में खरीद सकते हैं और 1 बिटकॉइन के हिसाब से मुनाफा कमा सकते हैं
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स्पोर्ट ट्रेडिंग के बारे में तो आप सभी जानते होंगे या मार्केट ट्रेडिंग के बारे में तो आप जानते ही होंगे जिसमें आप सीधे बाजार से जो भी आपको क्रिप्टोकरंसी खरीदी होती है वहां से बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान खरीदते हैं और उसे वही बेचते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग ट्रेडिंग करने का अलग तरीका है इसमें उपलब्ध क्रिप्टोकरंसी खरीदने के लिए आपको उसकी पूरी कीमत नहीं देनी पड़ती है
यहां पर आप उसका कुछ प्रीमियम देते हैं और उसके बदले में आपको कुछ समय के लिए बिटकॉइन मिलता है जैसे हम स्पॉट मार्केट में खरीदने और बेचने के लिए buy और sell के नाम का उपयोग करते हैं उसी तरह हम यहां पर खरीदने और बेचने के लिए call और put ऑप्शन का प्रयोग करते हैं
option trading से फायदा
इसमें आप बिटकॉइन को खरीदे बिना उस से मुनाफा कमा सकते हैं मैंने केवल 1 बिटकॉइन का उदाहरण दिया था आप यहां से जितना चाहे उस हिसाब से प्रीमियम देखकर बिटकॉइन खरीद सकते हैं
- और अगर देखा जाए तो हम बिटकॉइन को जब खरीद लेते हैं तो उसमें हम 2% का stop loss लेकर चलते हैं यानी कि हम अपने stop loss की कीमत से कम रुपयों में बिटकॉइन को खरीद भी लेते हैं और इतना मुनाफा भी कमा लेते हैं और अगर ऐसा नहीं होता है तो जो केवल हमने प्रीमियम दिया था वही जाएगा लेकिन अगर आप स्पॉट मार्केट में 1 बिटकॉइन खरीदते हो तो पैसा कितना जाएगा यह हम बोल नहीं सकते यह हम कह नहीं सकते
option trading से नुकसान
option trading बहुत ज्यादा जोखिम वाली है क्योंकि यहां पर आप को दिए गए समय के अंदर अगर उसका कीमत नहीं बढ़ता है तो आपका पैसा जीरो हो जाएगा जिसका आपने प्रीमियम खरीदा था
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, कैसे करता है काम, मोदी सरकार क्यों ला रही बिल? जानें सबकुछ
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) नाम सुना हुआ लग रहा होगा. क्योंकि ये इन बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान दिनों सुर्खियों में है. वजह है कांग्रेस (Congress) का आरोप की देश का सबसे बड़ा घोटाला और मोदी सरकार (Modi government) क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक बिल लाने की चर्चा. इन सबके बीच आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे. आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Cryptocurrency?) कैसे काम करता है?(How it Works) मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक क्यों लाने जा रही है? भारत में इसको इस्तेमाल करने वाले कितनी बड़ी हस्तियां है? कांग्रेस क्यों लगा रही देश का सबसे बड़ा घोटाला का आरोप और किन देशों में इसे मान्यता मिली हुई है. हम इस लेख में इन सारे मुद्दों पर विस्तार से बात करेंगे.
क्रिप्टो बैन: सही कदम या भूल
भारत में इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा हरेक की जुबान पर है भले ही उसने इसमें कभी निवेश किया हो या नहीं. अब सरकार इस पर कानून लाने वाली है, लेकिन यह काम भी बड़ा उलझन भरा है. जाानिए क्यों?
भारतीय संसद के इस हफ्ते शुरू हुए शीतकालीन सत्र की खास बात कृषि या विकास संबंधी परियोजनाएं न होकर एक ऐसी करेंसी या मुद्रा रही जो न देखी जा सकती है, न छुई जा सकती है और जिसकी कीमत तेजी से घटती-बढ़ती रहती है. इसे क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी कहते हैं, जिस पर सरकार या बैंक का नियंत्रण नहीं होता है. यह करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर बनी होती है, जो किसी डेटा को डिजिटली सहेजता है.
अब जो करेंसी किसी के नियंत्रण में नहीं है, उस पर सरकार कानून कैसे ला सकती है? इसका जवाब हां और ना दोनों है. भले ही सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून न बनाया हो, लेकिन भारत का आयकर विभाग क्रिप्टो निवेश पर होने वाली इनकम पर टैक्स लेता है. हालांकि क्रिप्टो टैक्स के नियम ज्यादा साफ नहीं हैं, लेकिन अगर किसी निवेश पर टैक्स लिया जा रहा है तो इसका मतलब है कि सरकार उसे आय का स्रोत मान रही है.
नुकसानदेह हो सकता है सरकार का रवैया
सरकार की यह हिचक लंबे अर्से में नुकसान ही कराएगी क्योंकि कई छोटे-बड़े देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट का माध्यम मान लिया है. मसलन, अमेरिका स्थित दुनिया के सबसे बड़े मूवी थिएटर चेन एएमसी ने कुछ क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट किए जाने को मंजूरी दे दी है. वहीं, कोरोना महामारी से बुरी तरह तबाह हो चुके टूरिज्म बिजनेस को दोबारा खड़ा करने के लिए थाइलैंड ने क्रिप्टो निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा है कि वे उनके यहां आकर क्रिप्टो के जरिए सामान खरीद सकते हैं.
प्राइवेट बैंकों ने तो एटीएम भी लगा रखा हैतस्वीर: Christian Beutler/picture alliance/KEYSTONE/dpa
हालांकि, भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को एसेट क्लास यानि स्टॉक, बॉन्ड जैसा मानने को तैयार दिख रही है. इसका मतलब है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को करेंसी न मानकर निवेश का माध्यम मानने को तैयार है. संसद की ओर से जारी बुलेटिन की एक अन्य टिप्पणी भी भ्रम पैदा करने वाली है. सरकार ने कहा है कि वह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा देगी. यह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी आखिर है क्या? सरकार ने इसे लेकर कोई व्याख्या नहीं दी है. क्रिप्टो जगत में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी जैसी कोई चीज होती ही नहीं है क्योंकि सारी क्रिप्टोकरेंसी ‘प्राइवेट' ही हैं, ‘पब्लिक' या सरकार के नियंत्रण में तो हैं नहीं.
ब्लॉकचेन तकनीक से परहेज नहीं
एक अन्य मुद्दा जिस पर सरकार का रुख कन्फ्यूज कर रहा है वह है डिजिटल रुपये. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को ब्लॉकचेन तकनीक भा गई है क्योंकि इसकी वजह से रिकॉर्ड को सहेजना और करेंसी को जारी करना आसान है. सरकार को भले क्रिप्टोकरेंसी से दिक्कत हो, लेकिन वह खुद रुपये को डिजिटली जारी करना चाहती है. यानि हो सकता है कि भारतीय रुपया जल्द ही बिटकॉइन या डॉजकॉइन की तरह डिजिटल हो जाए.
हाल के दिनों में सरकार बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेशकों को खूब छकाया. भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे वजीरएक्स और कॉइनडीसीएक्स पर निवेशकों ने जल्दबाजी बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान में अपनी करेंसी बेच डाली. पुराने और मंझे हुए क्रिप्टो निवेशकों ने इसका फायदा उठाया और गिरे हुए भाव पर दाव लगाकर क्रिप्टोकरेंसी को अपनी झोली में डाल लिया. ऐसा ही होता है क्रिप्टोकरेंसी बाजार में, जहां कीमत के गिरने का इंतजार कर रहे निवेशक झट से पैसे लगाकर प्रॉफिट लेकर चले जाते हैं.
कंपनियों को सरकार के फैसले का इंतजार
भारत में स्थित क्रिप्टो कंपनियां फिलहाल सरकार के बिल लाने का इंतजार कर रही हैं. वह कई वर्षों से सरकार के साथ बातचीत कर रही थीं क्योंकि उन्हें मालूम है कि रेगुलेशन और कानून आने से उन्हीं का फायदा होगा और क्रिप्टो को लेकर आम लोगों में विश्वास जगेगा. यही वजह है कि क्रिप्टो बिल को लेकर तमाम अटकलों के बावजूद अरबों की संपत्ति वाला क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनडीसीएक्स अब अपना आईपीओ शेयर बाजार में लाने वाला है. आईपीओ के जरिए उसे विस्तार मिलेगा और वह आम लोगों में अपने शेयर बेचकर धन की उगाही कर सकेगा.
कई देशों में बिटकॉइन के प्रचार की कोशिशें हो रही हैंतस्वीर: Salvador Melendez/AP Photo/picture alliance
भारत को लेकर बड़ी कंपनिया आश्वस्त हैं कि यहां चीन की तरह क्रिप्टो पर बैन लगाकर तानाशाही नहीं चलेगी. एनालिटिक फर्म चेनएनालिसिस ने भी भारत को क्रिप्टो का हब करार दिया है, जो बिना किसी गाइडलाइंस के देश ने हासिल किया है. यह बड़ी उपलब्धि है और सरकार को इसे गंवाना नहीं चाहिए.
3 ) coinswitch kuber App :
- CoinSwitch Kuber की स्थापना Amazon, Microsoft और Zynga की एक टीम द्वारा की गई है
- CoinSwitch Kuber खुदरा निवेशकों के लिए भारतीय बाजार के लिए विशेष रूप से एक ऐप-आधारित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म है
- वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए, CoinSwitch Kuber ने $8 मिलियन के मुनाफे की सूचना दी थी
- मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में उपलब्ध, यह बिटकॉइन, एथेरियम, लिटकोइन, रिपल, डैश और अन्य भारतीय रुपये का उपयोग करके 100+ क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार का समर्थन करती है
- यह क्रिप्टो एक्सचेंज आपको सिर्फ 100 रुपये से ट्रेडिंग शुरू करने की सुविधा देता है|
- दोस्तों ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से Binance दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज एप्प है
- Binance एक बेहतर यूजर इंटरफेस के साथ एक मोबाइल ऐप है
- Binance india app में कई तरह की विशेषताएं हैं जो भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल मुद्राओं को रुपये या अन्य भुगतान विधियों जैसे यूपीआई या पेटीएम से खरीदना आसान बनाती हैं
- Binance के पास Binance Academy ऐप भी है.
- Binance में उपयोगकर्ता ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अधिक जान सकते हैं
- Binance india app के साथ उपयोगकर्ताओं को उनकी होल्डिंग्स के बारे में सूचित किया जाएगा और वे अपने क्रिप्टो वॉलेट, ट्रेडिंग चार्ट और खुले ट्रेडों पर नजर रखने में सक्षम होंगे|
- Unocoin 2013 से भारतीय क्रिप्टो निवेशकों की सेवा कर रहा है
- Unocoin एप्प उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी संख्या में डिजिटल मुद्राओं का व्यापार करना आसान बनाता है
- Unocoin ऐप में शानदार लाभ हैं जो उपयोगकर्ताओं को auto purchase, INR फिएट के साथ खरीदारी करने और आसानी से फंड देखने और भेजने में सक्षम बनाता है.
FAQ : Cryptocurrency Apps In India In Hindi
Q : बिटकॉइन खरीदने के लिए बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान सबसे अच्छा ऐप कौन सा है?
Ans : बिटकॉइन खरीदने के लिए सबसे अच्छा ऐप भारतीय बाजार में WazirX, Unocoin, CoinDCX, Zebpay, CoinSwitch Kuber और Bitbns जैसे बेस्ट क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज ऐप मौजूद हैं, इनके जरिए आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Ans : सबसे सस्ती क्रिप्टोकरंसी Shiba Coin है जिसकी कीमत INR ₹0.002390 के आसपास है|
क्रिप्टोकरेंसी, डिजिटल करेंसी और वर्चुल करेंसी में क्या अंतर है? Difference between Cryptocurrency, Virtual Currency and Digital Currency
जैसा की हमने पहले बताया कि क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल और डिजिटल करेंसी है लेकिन इन तीनों में फिर भी एक मोटा अंतर है जो हम साफ करना चाहते हैं. दरअसल आज के युग में हरेक करेंसी वर्चुअल है, इसे समझने के लिए हम आपके बैंक अकाउंट का ही सहारा लेते हैं जिसमें जमा जांचने के लिए आप अपने कम्प्यूटर में लॉगिन करते हैं और Online अपने पैसों की जांच करते हैं, अगर किसी दिन बैंक की वेबसाइट काम करना बंद कर दे तो आपकी वर्चुअल करेंसी शून्य हो जाती है और आपको फिजिकल करेंसी में भुगतान करना होता है.
डिजिटल करेंसी भी एक तरह की वर्चुअल करेंसी ही लेकिन यह Online उपलब्ध होने के साथ ही आपके हार्ड डिस्क में भी स्टोर की जा सकती है और मान लीजिए कि सेवा प्रदाता की साइट बंद है तो भी आप अपने हार्ड डिस्क् में स्टोर करेंसी से Online भुगतान कर सकते हैं, इस श्रेणी में माइक्रोसॉफ्ट पॉइंट्स, डब्ल्यूआईआई पॉइंट्स, फेसबुक पॉइंट्स और क्रिप्टोकरेंसी को शामिल किया जा सकता है. अब आते हैं क्रिप्टोकरेंसी पर जो वर्चुअल करेंसी भी और डिजिटल करेंसी भी.
आप कहां कर सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग? How to use Crypto currency?
समय के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता भी बढ़ती जा रही है और बई कंपनियां इसे स्वीकार करने लगी है, साथ ही छोटे व्यापारी भी इसे उपयोग में लेने लगे हैं. बिटकॉइन तो अब कई रेस्टोरेंट्स, होटल और संगठनों द्वारा स्वीकार किया जाने लगा है, इसलिए इसका मूल्य दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है.
अंतराष्ट्रीय लेन देन के दौरान स्थानीय करेंसी को एक्सचेंज करने में लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही नये टैक्स और एक्सचेंज रूल्स से भी खुद को अपडेट करना पड़ता है, इन सारी झंझटों से बचने के लिए लोग अब क्रिप्टाकरेंसी की तरफ देखने लगे हैं, जिसको उपयोग करना न सिर्फ आसान है बल्कि सुरक्षित भी है.
बिटकॉइन का मूल्य लगातार बदलता रहता है, क्या यह इसको असुरक्षित बनाता है? What do you do with Bitcoins?
किसी भी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य लगातार बढ़ना या घटना उसे किसी भी तरह से असुरक्षित नहीं बनाता है क्योंकि आप करेंसी को खरीदने के लिए बारगेन कर रहे है और किसी भी मूल्य पर खरीदे जाने पर उसकी मात्रा में कोई कमी या बढ़ोतरी नहीं होती है.
मान लीजिए आपने कभी 10 हजार डॉलर में 100 बिटकॉइन खरीदे और उसके बाद बिटकॉइन का आज का रेट 8000 डॉलर हो गया. उस स्थिति में भी आपके पास कुल् बिटकॉइन की संख्या 100 ही बनी रहेगी, उसमें कोई बदलाव नहीं आएगा. दरअसल यह शेयर बाजार में हिस्सेदारी खरीदने जैसा है.