मुद्रा जोड़े

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें

शेयर मार्केट में नुक़सान से बचना हो, तो अपनाएं ये 12 तरीके।

दोस्तों नमस्कार! मैं Alok आपकी ख़िदमत में एक बार फ़िर से हाज़िर हूँ। आज हम बात करेंगे share market से जुड़ी कुछ कड़वी सच्चाई के बारे में। सच्चाई यही कि मुनाफ़ा चाहे जितना भी हो। शेयर बाज़ार में नुक़सान से कोई भी बच नहीं सकता।

शेयर मार्केट में नुक़सान से बचने के तरीके

दोस्तों किसी भी ट्रेडिंग में आप 100% अनुमान कभी नहीं लगा सकते। यदि कोई कहता है कि मैंने बिना नुक़सान झेले सिर्फ़ profit ही कमाया है। तो मैं यही कहूंगा कि यह सच्चाई कम, बल्कि अतिश्योक्ति ज़्यादा लगती है।

दोस्तों शेयर बाज़ार की बात चल ही रही है तो यह भी जान लेते हैं कि शेयर बाज़ार क्या है? (Share bazar kya hai in hindi?) शेयर मार्केट की सामान्य जानकारी देना आपके लिए महत्वपूर्ण है। ताकि आप शेयर बाज़ार kya hota hai जान सकें।

शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है जहाँ कंपनियों के शेयर ख़रीदे-बेचे जाते हैं। किसी भी दूसरे बाज़ार की तरह शेयर बाज़ार (Share bazar) में भी ख़रीदने और बेचने वाले एक-दूसरे से मिलकर मोल-भाव कर के सौदे पक्के करते हैं। पहले शेयरों की ख़रीद-बिक्री मौखिक बोलियों से होती थी और ख़रीदने-बेचने वाले मुँह-ज़ुबानी ही सौदे किया करते थे।

लेकिन अब यह सारा लेन-देन स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के ज़रिये होता है। और तो और इंटरनेट पर भी यह सुविधा मिलती है। आज स्थिति यह है कि ख़रीदने-बेचने वाले एक-दूसरे को जान भी नहीं पाते। लेकिन बाक़ायदा ख़रीद-फ़रोख़्त ऑनलाइन कर लेते हैं।

कुछ साल पहले तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सीधे ख़रीद फ़रोख़्त करनी पड़ती थी। पिछ्ले कुछ सालों से कम्प्यूटरों और इंटरनेट के माध्यम से कोई भी घर बैठे शेयरों को ऑनलाइन ख़रीद और बेच सकता है। सूचना क्रांति का यह एक बड़ा ही उत्कृष्ट नमूना है। जो काम पहले कुछ पैसे वाले लोग ही कर सकते थे आज वह एक सामान्य व्यक्ति भी कर सकता है।

हर शेयर ट्रेडर्स का कुछ न कुछ नुक़सान तो तय है। बिना नुक़सान झेले कोई भी ट्रेडर सिर्फ़ मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा कमा नहीं सकता। ऐसे में समस्या यही आती है कि ऐसा क्या करें कि शेयर मार्केट में नुक़सान कम हो।

आइये इसे और भी सरल शब्दों में समझने का पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें प्रयास करते हैं। यदि कोई कहता है मैंने ₹ 2000 profit कमाया है। तो समझिए कि हो सकता है जब उसने अपने शेयर देखा हो तो उस समय उसका profit ₹ 2700 रहा हो। लेकिन उसने सोचा हो कि और भी profit क्यूँ न कमा लूँ। और इसी लालच में इंतज़ार करते करते ₹ 700 का नुक़सान झेलना पड़ा हो। यानि कि उस शेयर की क़ीमत उल्टी दिशा में जाने लगी हो। इसीलिए मन मारकर उसे अपना profit ₹2000 पर ही book करना पड़ा हो।

दोस्तों शेयर ट्रेडिंग की दुनिया ऐसी ही है। जहाँ profit और loss का खेल चलता रहता है। यह मार्केट का एक हिस्सा है। जहाँ हम अक़्सर ट्रेडिंग करते समय लालच कर बैठते हैं। फ़िर नुक़सान झेलने के बाद टेंशन में आकर और भी बड़ी-बड़ी ट्रेडिंग करने लगते हैं यही सोचकर कि एक साथ सारा loss कवर हो जाएगा। और बड़ा मुनाफ़ा भी ले लेंगे। परिणाम यह होता है कि आप बार-बार लगातार नुक़सान झेलते चले जाते हैं। मैं तो यही कहूंगा कि अगर पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें आपका आज का अनुमान ग़लत साबित हो रहा है तो ज़रा रुक जाइए। नुक़सान झेलने के बाद, तुरंत कोई ट्रेड न करिये।

आप मेरी तरफ़ से सतर्कता समझें या इसे आप शेयर मार्केट में पैसा लगाने का तरीका समझें। मैं तो बस शेयर मार्केट के बारे में जानकारी देना चाहता हूं। ताकि कम से कम नुक़सान झेलते हुए अधिक से अधिक profit पा सकें। आइये जानते हैं शेयर बाजार में पैसा कैसे लगाया जाता है? (share bazar me paisa kaise lagaya jata hai?) ताकि आपका नुक़सान न्यूनतम हो।

शेयर बाजार में नुक़सान से बचने के 12 टिप्स ( 12 Tips to Avoid Losses in the Stock Market in hindi)

दोस्तों! शेयर मार्केट में सबसे पहले एक ही बात का ध्यान ख़ुद को पहले दिलाना पड़ता है कि नुक़सान कम से कम हो। आइये जानते हैं, शेयर बाज़ार के नए निवेशक नुक़सान से कैसे बचें?

शेयर मार्केट की दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण है धैर्य रखना। यानि कि आप किसी भी शेयर की ख़रीदी बिक्री के मामले में धैर्य रखना सीखें। धैर्य न हो तो शेयर बाज़ार से दूर रहें।

मार्केट पर नज़र रखते हु समझदारी से ट्रेडिंग करें, किसी के कहने मात्र से कोई शेयर न खरीदें या बेचें। बल्कि ख़ुद के अनुभव से सीखें।

अक़्सर हम यही करते हैं कि जब कुछ समझ नहीं आ रहा होता है तब बेमन से, क़िस्मत के भरोसे ट्रेडिंग कभी न करें, कभी भी नहीं।

एक बार में बड़ा फ़ायदा कमाने का लालच कभी भी न करें। छोटे लेकिन निर्धारित फ़ायदों पर फ़ोकस करें। ज़्यादातर ट्रेडर्स फ़ायदा देखते ही लालच में आ जाते हैं और अपना profit बुक करने के बजाय, और भी ज़्यादा profit के लालच में आकर ट्रेड में बने रहते हैं। परिणाम यह होता है कि उनका बना बनाया profit भी loss में बदल जाता है।

छोटे और सस्ते शेयर से दूर रहें। अगर इस तरह के पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें शेयरों पर पैसा लगाना ही है। तो इन शेयरों के फंडामेंटल्स पर पहले ज़रा बहुत रिसर्च कर लें। ऐसा करने से आपको भले ही बड़ा प्रॉफिट मिले न मिले। मगर नुक़सान से आप ज़रूर बच जाएंगे।

शेयर ख़रीदते या बेचते समय अपने profit का टारगेट निर्धारित करें, अगर target अचीव achive हो जाए। तो मार्केट से बाहर निकल जाना ही बेहतर होगा। यदि मार्केट में एंट्री लेना बहुत ज़्यादा सुरक्षित हो तभी फ़िर से एंट्री लेकर आगे बढ़ें।

अपने हर एक प्रॉफिट में से कुछ हिस्सा निकालकर सुरक्षित जमा करते जाएं। यक़ीन मानिए जब आप अपना प्रिंसिपल अमाउंट या इन्वेस्ट अमाउंट वापस पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें निकाल लेंगे और फ़ायदे की रकम से ट्रेडिंग करेंगें तो आप आत्म विश्वास से परिपूर्ण होकर ट्रेडिंग करना शुरू कर देंगे।

शुरुआत में ज्यादा पैसा नहीं लगाएं, पहले अनुभव लें और मार्केट को समझने और सीखने की कोशिश करें। ट्रेडिंग की दुनिया अनुभव से ही रास आती है। किसी के बताने से आप कभी भी ट्रेडिंग में लंबी पारी नहीं खेल सकते।

शेयर मार्किट में नुक़सान होने का डर और शेयर के भाव बढ़ने के बाद उसे टारगेट प्राइज़ के बाद भी बढ़ने देने का लालच आपको जोख़िम में डाल सकता है। अतः अपने सूझ-बुझ से काम ले, लालच और डर से बिलकुल दूर रहें।

ये एक ऐसी सलाह है जिसे यदि आप किसी financial planners से शेयर बाज़ार से संबंधित सलाह मांगेंगे तो सबसे पहले देंगे। शेयर की ख़रीद-बिक्री करते समय आपको बिल्कुल भी time waste नही करना चाहिये। यदि आपका शेयर target price पर पहुँच गया है। तो उसे जल्दी से बेच दें अथवा यदि आपने पहले बेचा है तो ख़रीद लें। शेयर के भाव का और भी बढ़ने का इंतजार न करें। यदि आपके शेयर के भाव घट रहे हैं तब ये इंतज़ार न करें कि कुछ समय बाद इसके भाव फ़िर बढ़ेंगे। ऐसा करने से नुक़सान कम होता है।

किसी भी टिप्स प्रोवाइडर और एडवाइज़र के पीछे ना भागे ख़ुद से सीखिए और निवेश कीजिए। शुरुआत में इंट्राडे ना करें। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर के उतार-चढ़ाव की फंडामेंटल एनालिसिस होना आवश्यक है। दीर्घकालीन नज़रिया मुनाफ़े का बेहतर विकल्प है।

किसी भी शेयर को उसके दैनिक उतार-चढ़ाव के बीच ख़रीदने का जोख़िम ज़रा सावधानी से करें। इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करना ठीक तो होता है। लेकिन जल्दबाज़ी पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें में पैसा कमाने के चक्कर में उसमें और भी बड़ा नुकसान होने का ख़तरा बना रहता है। किसी भी शेयर की जानकारी ना हो तो उसमें इंट्राडे ट्रेडिंग से बचना ही सही है।

इंट्राडे में कम जोख़िम पर अधिक मुनाफ़ा कमाना है तो आपको मार्केट के बारे में अच्छा ज्ञान होना चाहिये। आपको शेयर बाज़ार में पैसा लगाने का तरीका आना चाहिए। इसके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है कि आप टेक्निकल एनालिसिस के बारे में अच्छे से शिक्षा प्राप्त करें। प्रैक्टिस ट्रेडिंग करें, कुछ 5–10 शेयर चुनें और उनकी दैनिक हलचल को ध्यान से ट्रेक करें। उनकी प्रकृति को अच्छी तरह समझें।

उम्मीद है हमारे इस अंक से आपने यह तो अवश्य जान लिया होगा कि "शेयर मार्केट में घाटे से कैसे बचें? | शेयर मार्केट में नुक़सान से बचने के 12 टिप्स" यानि कि मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूँ कि यदि आपने उपरोक्त बिंदुओं को फॉलो करते हुए ट्रेड करना शुरू किया तो यक़ीन मानिए! आपको शेयर मार्केट में मनचाहा पैसा कमाने से कोई भी रोक नहीं पायेगा।

शेयर बाजार में आज होगी Muhurat Trading, फटाफट चेक करें पूरा टाइमटेबल

Muhurat Trading 2022: दिवाली (Diwali) पर शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेश करने के लिए इन्वेस्टर्स में खासा क्रेज देखने को मिलता है. निवेशकों का मानना है कि इस विशेष सेशन में शेयरों में निवेश करने से समृद्धि आती है और पूरे साल इन्वेस्टर्स पर धन बरसता है.

शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग को खास मानते हैं निवेशक

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 24 अक्टूबर 2022, 11:09 AM IST)

देश भर में आज दिवाली (Diwali) की धूम है. इस बीच शेयर बाजार (Stock Market) में छुट्टी के बावजूद इन्वेस्टर्स में जबरदस्त उत्साह है. दरअसल, आज होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurt Trading) को लिए निवेशकों ने कमर कस ली है और उम्मीद है कि इस एक घंटे के विशेष सेशन के दौरान निवेशक विभिन्न शेयरों में जमकर निवेश करेंगे. ऐसे में अगर आप भी इस बेहद शुभ मानी जाने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग में हिस्सा लेने के इच्छुक है, तो फिर ये खबर आपके लिए हैं. यहां हम बता रहे हैं कि बाजार में ट्रेडिंग किस समय चालू होगी और कौन से टिप्स अपनाकर आप मुनाफा कमा सकते हैं.

दिवाली पर निवेश को शुभ मानते हैं इन्वेस्टर्स

शेयर बाजार (Share Bazar) में दीपावली के पर्व पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा करीब 50 साल पुरानी है. Diwali का पर्व हिंदू नव वर्ष कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि और सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है. ठीक इसी तरह इस मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ भी कुछ ऐसी ही धारणा जुड़ी हुई है. शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स (Share Bazar Investors) इस दिन को निवेश की शुरुआत के लिए बेहद खास मानते हैं.

इस समय पर ट्रेडिंग का मौका

स्टॉक एक्सचेंज में वैसे तो दिवाली के मौके पर छुट्टी घोषित होती है. लेकिन छुट्टी के दिन भी इसे विशेष तौर पर शाम के समय एक घंटे के लिए खोला जाता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं. आज 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे. ब्लॉक डील सेशन 5.45 बजे से 6 बजे तक रहेगा, जबकि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से लेकर 6.08 बजे तक होगा. पुराने आंकड़ों को देखें तो शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान जोरदार तेजी देखी जाती रही है. इस बार भी उम्मीद है कि इस विशेष ट्रेडिंग में सेंसेक्स 60 हजार के पार निकलेगा.

Zomato में निवेश की है योजना, जान लें IPO से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी Zomato के 9375 करोड़ के आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन की शुरुआत 14 जुलाई से होगी. इस आईपीओ को लेकर निवेशकों में गजब की दिलचस्पी है. अगर आप भी जोमैटो आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो पेटीएम आपके लिए यह मौका लेकर आया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी Zomato के 9375 करोड़ के आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन की शुरुआत 14 जुलाई से होगी. इस आईपीओ को लेकर निवेशकों में गजब की दिलचस्पी है. अगर आप भी जोमैटो आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो पेटीएम आपके लिए यह मौका लेकर आया है. निवेशक Paytm Money की मदद से इस आईपीओ के लिए 24 घंटे सातों दिन अप्लाई कर सकते हैं.

Paytm Money पेटीएम की ब्रोकिंग एंड फाइनेंशियल असेट डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी है. इसके यूजर्स इस ऐप की मदद से 14 तारीख से पहले जोमैटो आईपीओ के लिए आवेदन डाल सकते हैं. वर्तमान नियम के मुताबिक अगर कोई आईपीओ में निवेश करना चाहता है तो उसके पास डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. साथ ही एप्लिकेशन तब तक ही डाला जा सकता है जब तक सब्सक्रिप्शन की तारीख रहती है और मार्केट ओपनिंग की टाइमिंग रहती है.

नए सिस्टम के तहत पेटीएम मनी ने अपने उन कस्टमर्स को 24 घंटे (24×7) आवेदन भरने का मौका दिया है जिनका डीमैट अकाउंट खुला है. 14 तारीख को बाजार खुलने के बाद जब आईपीओ लाइव होगा तब पेटीएम मनी की तरफ से यह जानकारी एक्सचेंज को शेयर कर दी जाएगी. पेटीएम मनी के इन्वेस्टर्स को केवल यूपीआई की मदद से पेमेंट करना होगा. यह सुविधा खासकर ऐसे निवेशकों के लिए है जो ट्रेडिंग में एक्टिव नहीं रहते हैं.

Paytm Money के सीईओ वरुण श्रीधर ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आईपीओ के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी काफी बढ़ी है. कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां रिटेल इन्वेस्टर्स चाहकर भी आईपीओ के लिए अप्लाई नहीं कर पाते हैं. इसका एक प्रमुख कारण प्रोसेसिंग में देरी भी है. ऐसे में अपने यूजर्स के अनुभव को आसान बनाने के लिए हमने इस सुविधा की शुरुआत की है. इसकी मदद से कोई भी रिटेल निवेशक जो आईपीओ में निवेश करना चाहता है, वह आसानी से निवेश कर सकता है.

न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए – 2022 | Share Market Me Minimum Investment

जी हां, यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि क्या है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ज्यादा उपयोगी होने वाला है। हम आज के इस आर्टिकल में शेयर मार्केट से जुड़ी विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण बातें आपके साथ साझा कर रहे हैं।

इसके अतिरिक्त न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या है इसकी जानकारी भी देने जा रहे हैं। आजकल समाज में शेयर मार्केट को लेकर के तरह-तरह की भ्रांतियां भी हैं। जैसे कि लोग कहते हैं शेयर मार्केट एक जुआ की तरह की कोई खेल है लेकिन यह बिल्कुल ही गलत है।

यदि आप शेयर मार्केट में सही तरीके से पैसा लगाते हैं तो यह आपको रोडपति से करोड़पति बना सकता है। इसके लिए आपको शेयर मार्केट की पूरी रणनीति का पता होना चाहिए। यदि पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें आप शेयर मार्केट में बिल्कुल नये हैं तो आपको न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए इसका सही ज्ञान होना अति अनिवार्य है।

आइए, जानते हैं शेयर मार्केट से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें एवं न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए , Share Market Me Minimum Investment

Table of Contents

शेयर बाजार में निवेश कैसे करें? Share Bazar Me Invest Kaise Kare

जब भी आप शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको बहुत सारी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यह बिल्कुल सत्य है कि शेयर मार्केट दुनिया का वह कुआँ है जो सबके पैसों की प्यास बुझा सकता है,

लेकिन शेयर बाजार को समझने के लिए बहुत ज्यादा रिसर्च करने की आवश्यकता है। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए निम्न बातों का ध्यान अवश्य रखें

शुरुआत, कम से करें

जब भी आप शेयर बाजार में निवेश करने की शुरुआत करते हैं तो सबसे पहले अपनी आर्थिक स्थिति को देख ले। अक्सर कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते समय शुरुआती दौर में ही बहुत ज्यादा पैसा लगा लेते हैं। जिसके कारण को बड़ा सा बड़ा नुकसान भी होने लगता है।

अतः आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि न्यूनतम राशि पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए।

रिसर्च करते रहें

जब भी आप शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करते हैं तो हमेशा आप को जागरूक रहना अति आवश्यक है। प्रतिदिन शेयर मार्केट की हर नई जानकारी को पढ़ते रहें और शेयर मार्केट से बिल्कुल अलर्ट रहें।

न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए / Share Market Me Minimum Investment

हमारा आज का मुख्य विषय यही है कि न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए। आइए, इस विषय को अच्छे से समझते हैं। शेयर मार्केट में न्यूनतम राशि को समझने के लिए सबसे पहले आपको अपनी आर्थिक स्थिति को जानना जरूरी है।

शेयर बाजार में न्यूनतम राशि की कोई सीमा नहीं है। न्यूनतम राशि शेयर बाजार में एक रुपए से लेकर ₹100 तक हो सकती है। यहां तक कि शेयर बाजार में ₹1 से कम शेयर भी उपलब्ध हैं। आप शेयर मार्केट में कितने एक्सपर्ट हैं अथवा शेयर मार्केट में अभी बिल्कुल नए हैं इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए आपको शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए।

वैंसे तो शेयर बाजार में 50 पैसे से लेकर 1,00000 तक के शेयर भी मिलते हैं। अतः यह विभिन्न बातों पर निर्भर करता है कि न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए।

शेयर बाजार में कितनी राशि से शुरुआत करें

जब भी आप शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत करते हैं तो सामान्य रूप से दो तरीके हैं जिनके माध्यम से आप शेयर बाजार में न्यूनतम से न्यूनतम राशि के द्वारा शुरुआत कर सकते हैं। इनमें से पहला है- ट्रेडिंग व दूसरा निवेश प्रक्रिया

ट्रेडिंग प्रक्रिया

यदि आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो ट्रेडिंग में आपको अधिकतम राशि लगानी होती है। अतः शुरुआती दौर में आप ट्रेडिंग ना करें तो बेहतर है।

क्योंकि ट्रेडिंग में आपको 50,000 से लेकर 100000 तक का निवेश पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें करना विशेष फायदेमंद हो सकता है। ट्रेडिंग में निवेश करने की राशि की सीमा अधिकतम होती है। इसीलिए नए लोगों के लिए इसकी सलाह नहीं दी जाती है।

निवेश प्रक्रिया

यदि आप शेयर मार्केट में बिल्कुल नये है तो आप शुरुआती दौर में निवेश करना शुरू कर सकते हैं। यह आप ₹1000 से लेकर या इससे कम में भी शुरुआत कर सकते हैं। शेयर बाजार में नए लोगों के लिए निवेश वाली प्रक्रिया अच्छी मानी जाती है। शुरुआती दौर में यही करना चाहिए।

निष्कर्ष- शेयर बाजार में न्यूनतम राशि

प्रिय पाठकों, आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर बाजार से जुड़ी विभिन्न प्रकार की जानकारी आपको प्रदान की। न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी होनी चाहिए , Share Market Me Minimum Investment , शेयर बाजार में निवेश कैसे करें इत्यादि।

शेयर बाजार से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें आपके साथ साझा की गई। हमें उम्मीद है यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहा होगा। यदि आप शेयर मार्केट से जुड़ी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी लेना चाहते हैं तो इस वेबसाइट के होम पेज में जा सकते हैं अथवा नीचे कमेंट कर सकते हैं।

एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंडों के बारे में ये 5 बातें जान लें, होगा फायदा

ईटीएफ म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं. लेकिन, दोनों में बड़ा अंतर यह है कि ईटीएफ को किसी शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा या बेचा जा सकता है.

photo8

2. ईटीएफ म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं. लेकिन, दोनों में बड़ा अंतर यह है कि ईटीएफ को किसी शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा या बेचा जा सकता है. यानी शेयर बाजारों में इनकी ट्रेडिंग होती है. जिस तरह आप शेयरों को खरीदते-बेचते हैं. ठीक वैसे ही आप एक्सचेंज के कारोबारी घंटों के दौरान ईटीएफ को भी खरीद-बेच सकते हैं. ईटीएफ की पेशकश पहले एनएफओ के रूप में होती है. फिर ये शेयर बाजार में लिस्ट होते हैं. ट्रेडिंग पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें पोर्टल या स्टॉक ब्रोकर के जरिये शेयर बाजार पर ईटीएफ की खरीद-फरोख्त होती है.

3. देश में 3 तरह के ईटीएफ हैं. इनमें इक्विटी ईटीएफ, डेट ईटीएफ और गोल्‍ड ईटीएफ शामिल हैं. तीनों तरह के ईटीएफ में अपनी जरूरत के अनुसार आप निवेश कर सकते हैं. जिस तरह दूध के दाम बढ़ जाने से पनीर और घी महंगे हो जाते हैं. ठीक वैसे ही ईटीएफ में भी इंडेक्स के चढ़ने-उतरने का असर होता है. यानी ईटीएफ का रिटर्न और रिस्क बीएसई सेंसेक्स जैसे इंडेक्स या सोने जैसे एसेट में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है.

4. निवेश की लागत के लिहाज से ईटीएफ सस्‍ता विकल्‍प है. इनके साथ मुख्‍य रूप से तीन तरह की कॉस्‍ट जुड़ी होती है. इनमें ट्रांजेक्‍शन का ब्रोकरेज, एसटीटी और ईटीएफ का एक्‍सपेंस रेशियो शामिल है.

5. यह डायवर्सिफाइड पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें पोर्टफोलियो में निवेश का लागत कुशल विकल्‍प है. ईटीएफ के मूल्य वास्तविक समय में पता चल जाते हैं. यानी लेनदेन के समय ही इनके दामों का भी पता लग जाता है. जबकि म्यूचुअल फंडों पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें के एनएवी के साथ यह नहीं होता है. एनएवी का कैलकुलेशन दिन के अंत में होता है.

इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.

हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.

रेटिंग: 4.94
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 564
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *