इक्विटी चार्ट

कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग कैसे करते हैं
कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है सबसे पहले आप कच्चा तेल पीतल निकिल आज जो खरीदना चाहते हैं तो उसकी बोली लगा सकते हैं और भाव बढ़ने पर बेचकर प्रॉफिट बुक कर सकते हैं
रंग बार चार्ट तीर 3 डी तत्व मुक्त PNG चित्र तथा PSD
अपनी कलाकृतियों को डिजाइन करने के लिए मुफ्त psd फाइलें या पारदर्शी PNG चित्र डाउनलोड करें जो तीर, बार चार्ट, इक्विटी बाजार से संबंधित है। Adobe Photoshop में रंग बार चार्ट तीर 3 डी तत्व psd फाइल को संशोधित करना आसान है।
Equity और commodity क्या है
जब हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो इक्विटी शेयर कहलाता है जैसे एसबीआई बैंक के शेयर सन फार्मा के शेयर या अन्य किसी भी कंपनियों के कोई शेयर खरीदते हैं तो यह इक्विटी शेयर कहलाते हैं इक्विटी शेयरों से जुड़े हुए फंड को इक्विटी फंड कहते हैं इक्विटी शेयरों की खरीद और बिक्री नेशनल स्टॉक
एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से की जाती है इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग और भी कई स्टॉक एक्सचेंज में है.
लेकिन जब हम सोना पीतल कच्चा तेल सोयाबीन चना आदि खरीदते हैं तो हमें कमोडिटी बाजार में ट्रेड करना होता है जिसे कमोडिटी ट्रेडिंग या कमोडिटी इक्विटी चार्ट बाजार कहते हैं कमोडिटी बाजार में हम गेहूं सोयाबीन कच्चा तेल आदि के मौजूदा भाव को अगले निर्धारित समय तक के लिए अदा करने के लिए बाध्य हो जाते हैं
कमोडिटी बाजार और इक्विटी बाजार में अंतर होता है
कमोडिटी बाजार के अलग स्टॉक एक्सचेंज होते हैं जैसे इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड
नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड आदि कमोडिटी बाजार के एक्सचेंज है commodity market में की गई ट्रेडिंग को हम कमोडिटी ट्रेडिंग कहते हैं
और equity शेयरों के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और भी कई स्टॉक एक्सचेंज से हम इक्विटी शेयरों की खरीद बिक्री कर सकते हैं
स्टॉक मार्केट और कमोडिटी मार्केट में अंतर
स्टॉक मार्केट में हम किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते हैं जबकि कमोडिटी बाजार में हम गेहूं सोयाबीन कच्चा तेल आदि के मौजूदा भाव को अगले निर्धारित समय तक के लिए अदा करने के लिए बाध्य हो जाते हैं
Purchase health insurance for yourself and your loved ones
अपने और अपने प्रियजनों के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदें-
अपने परिवार सहित अपने लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने से भी आपको टैक्स की बचत होगी। आयकर अधिनियम की धारा 80 डी के तहत, एक करदाता अपने, अपने जीवनसाथी और आश्रित बच्चों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम का भुगतान करने के लिए 25,000 रुपये तक की कटौती का लाभ उठा सकता है।
इसी धारा के तहत, एक निर्धारिती के रूप में एक वरिष्ठ नागरिक 50,000 रुपये तक की कर कटौती का दावा कर सकता है। यदि आप अपने माता-पिता के लिए स्वास्थ्य बीमा का भुगतान करते हैं तो आप 50,000 रुपये की अतिरिक्त राशि बचा सकते हैं।
Claim tax benefits on home loan
गृह ऋण पर कर लाभ का दावा करें-
यदि आप किसी बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान से गृह ऋण लेते हैं तो आप अपनी कर योग्य आय से अपने ऋण के ब्याज और मूल राशि के संबंध में कटौती का दावा करने के पात्र हैं। यह कानून होम लोन के ब्याज के संबंध में धारा 24 के तहत 2 लाख रुपये और होम लोन मूलधन के संबंध में आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये की अधिकतम कटौती की अनुमति देता है।
ITR filing within specified Timelines
निर्दिष्ट समयसीमा के भीतर आईटीआर फाइलिंग
हर किसी को हर साल 31 जुलाई से पहले या आयकर विभाग द्वारा निर्दिष्ट तिथि से पहले आयकर रिटर्न दाखिल करने की आवश्यकता होती है। यदि आप निर्दिष्ट समय-सीमा के भीतर ITR फाइल करने से चूक जाते हैं या विफल हो जाते हैं तो जुर्माना लगाया जाएगा।
यह नियत तारीख के भीतर आईटीआर फाइल करने में आपकी सहायता करेगा क्योंकि यह अतिरिक्त उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे आवास ऋण लेना, आप्रवासन दस्तावेजों के लिए आवेदन करना, उच्च मूल्य के लेनदेन करना और अन्य।
इन 6 तरीकों से ली जा सकती है टैक्स छूट, अगर आप नौकरी करने जा रहे हैं तो आज आपको इन ट्रिक्स की जरूरत जरूर पड़ेगी।
नौकरीपेशा लोगों की पूरी कोशिश रहती है कि किसी तरह उन्हें टैक्स में राहत मिले। यहां जानिए ऐसे तरीके जिनसे आपको न सिर्फ टैक्स छूट का फायदा मिलेगा, बल्कि आप अपने लिए ढेर सारा फंड भी जुटा पाएंगे।
नौकरीपेशा लोगों के लिए जीवन की सभी जरूरतों को पूरा करना आसान नहीं होता है। अपनी तनख्वाह से उसे घर की सारी जरूरतें पूरी करनी पड़ती हैं। इसी सैलरी से रिटायरमेंट प्लानिंग भी की जाती है और टैक्स में भी काफी पैसा चला जाता है। बाकी जरूरतों को तो कम नहीं किया जा सकता, लेकिन हर वेतनभोगी टैक्स बचाने की कोशिश करता है। अगर आप भी नौकरीपेशा हैं तो यहां जानिए टैक्स सेविंग के ऐसे तरीके जो आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
EPFO
नौकरीपेशा लोगों की सैलरी का एक हिस्सा ईपीएफ खाते में जाता है। इस पर सेक्शन 80सी के तहत पीएफ खाते में सालाना 1.5 लाख रुपए तक निवेश करने पर टैक्स छूट मिल सकती है, लेकिन ज्यादातर लोगों के इक्विटी चार्ट लिए यह रकम 1.5 लाख तक नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में आप VPF (Voluntary Provident Fund) के जरिए पीएफ में अपना योगदान बढ़ा सकते हैं। वीपीएफ में आपको पीएफ की तरह ही लाभ मिलता है। ऐसे में आपके लिए अच्छी खासी रकम भी जमा हो जाएगी और आपको टैक्स में छूट भी मिलेगी।
रिटायरमेंट के पहले भी निकाल सकते हैं NPS की रकम, जानिए क्या है क्लेम का प्रोसेस।
लोग अपनी सेवानिवृत्ति की योजना बनाते समय विभिन्न नीतियों में निवेश करते हैं। वहीं, बाजार में कई तरह के पेंशन प्लान भी मौजूद हैं, जिनमें लोग नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) को काफी अच्छा विकल्प मानते हैं। एनपीएस आपके रिटायरमेंट में सुधार के साथ-साथ इमरजेंसी फंड के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। इसके साथ ही अगर एनपीएस खाताधारक ने कोई नॉमिनी नहीं बनाया है तो खाताधारक की मृत्यु के बाद खाते से पैसा कैसे निकाला जा सकता है?
इसके लिए भी एक पूरी प्रक्रिया होती है। आइए जानते हैं नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) से जुड़ी ये सभी जरूरी बातें।
शेयर खरीदने के नियम | Share Kharidne Ke Niyam
शेयर खरीदने के नियम क्या हैं? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में जरुर से आता है जो की पहली बार शेयर मार्किट में कदम रख रहा होता हैं। शेयर बाज़ार में कौन से कंपनी के शेयर खरीदें, कब खरीदें, कैसे खरीदें, और किस भाव पर खरीदें, यह कुछ ऐसे सवाल हैं जिसका जवाब हर नए और पुराने निवेशक को पता होना आवश्यक है।
पिछले 5-8 सालों में शेयर खरीदने के नियम बहुत ही आसान हो गए हैं। आज के समय में आप घर बैठे अपने कंप्यूटर या मोबाइल से ही ऑनलाइन शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं कुछ बहुत ही जरुरी शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam) के बारे में जोकि आपको शेयर मार्किट में बेहतर करने में सहायता कर सकते हैं।
चलिए शुरू करते हैं।
यह भी पढ़े – शेयर बाजार के नियम
शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam)
शेयर बाज़ार में किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए कुछ सिद्ध हो चुके नियम हैं जिसका पालन कर आप अपने निवेश जर्नी को और भी फायदेमंद बना सकते हैं। तो चलिए शेयर खरीदने के नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं –
1. अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें
शेयर खरीदने के नियमों में सबसे पहला नियम यह है कि शेयर खरीदने से पहले हमें अपने उद्देश्यों को ध्यान में इक्विटी चार्ट रखना चाहिए। अर्थात सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप लंबी अवधि का निवेश करना चाहते हैं या छोटी अवधि का।
अंतिम शब्द
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल इक्विटी चार्ट में हमने शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam), के बारे में विस्तार से जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।
अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें।
आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!
सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।