ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब

दो माह से चल रहा था कारोबार, 70 से अधिक लोगों को ही जोड़ पाए थे आरोपी
बालाघाट. फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर दस माह में राशि दोगुनी करने का कारोबार जिले में पिछले दो माह से चल रहा था। आरोपियों ने अभी तक इस कंपनी में 70 से अधिक ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब लोगों को जोड़ लिया था। निवेशक के रुप में जुड़े लोगों ने आरोपियों के पास राशि भी जमा की थी। लेकिन यह राशि ज्यादा नहीं थी। हालांकि, इस झांसे में और निवेशक आते उसके पूर्व ही पुलिस ने जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। इधर, पुलिस ने तीनों ही आरोपियों की रिमांड अवधि खत्म होने पर उन्हें न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार फॉरेक्स ट्रेडिंग में पैसा लगाकर दस माह में राशि दोगुनी करने का लालच देने के आरोप में कोतवाली पुलिस ने 28 अक्टूबर को तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार युवकों में बालाघाट के हीरालाल पिता तीरथलाल डेहरिया वार्ड क्रमांक 1 बूढ़ी, उपेश पिता हुकुमचंद मेश्राम निवासी वार्ड क्रमांक 13 सुभाष नगर बूढ़ी और नंदकुमार पिता पतिराम मंडलेकर निवासी देवनगर बैहर रोड बालाघाट शामिल है। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने पांच लाख रुपए नगद, अलग-अलग बैंकों की पांच चेक बुक, दो मां नर्मदा फॉर्म लेंड की सील, तीन मोबाइल, एक लेपटॉप, दो ब्रोशर प्लान बुक जब्त किया था। आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने अनैतिक जमा प्रतिषेध अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को जांच में लिया है। 28 अक्टूबर को ही तीनों आरोपियों को न्यायाल में पेश किया था। जहां से उन्हें एक दिन की रिमांड पर लिया गया था। शनिवार को रिमांड अवधि खत्म होने पर उन्हें पुन: न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
शिक्षक वर्ग जुड़े
फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर राशि दोगुनी करने के प्रलोभन में सबसे अधिक शिक्षक वर्ग लालच में आए हैं। जिले में सबसे ज्यादा लालबर्रा क्षेत्र से लोग इस कंपनी से जुड़े थे। हालांकि, पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है।
इनका कहना है
फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर राशि दोगुनी करने का कारोबार दो माह से चल रहा था। प्रारंभिक जांच में 70 से अधिक लोगों के जुड़े होने की जानकारी सामने आई है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
-केएस गहलोत, नगर निरीक्षक, कोतवाली
एक परिवार ने हजारों से की 100 करोड़ की ठगी, ऐसे खुली पोल
इस स्कीम के जरिए यूपी, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों के हजारों लोगों से ठगी की है। इसके लिए दुबई में सर्वर में ले रखा था, जिसे इस धंधे में शामिल इनका एक साथी दुबई में बैठकर चला रहा था।
हाइलाइट्स
- फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर पोंजी स्कीम से धोखाधड़ी मामले में खुलासा
- पिता, पत्नी से लेकर बहन-बहनोई को भी शामिल कर रखा था इस गोरखधंधे में
- हवाला के जरिये दुबई के बैंक में भेजा पैसा, हजारों से 100 करोड़ ठगे
पत्नी ने दिया था आइडिया
इस मामले में सेक्टर-20 थाने में 9 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें न्यू एरा वैल्थ मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के दोनों डायरेक्टर भाई महेंद्र वर्मा व संदीप वर्मा के अलावा उनके पिता चरण सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। महेंद्र की पत्नी राजेश, उनके बहनोई पवन व बहन मंजू के अलावा मौसी का दामाद संजय वर्मा भी 9 आरोपी में शामिल हैं। अन्य दो आरोपी किशोर कुमार व सुभाष झा हैं। निवेशकों ने बताया कि महेंद्र वर्मा की पत्नी राजेश पहले गुड़गांव में किसी बैंक में काम करती थी। इस दौरान वह डॉलर की ट्रेडिंग का ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब काम करती थी। वहीं पर उसने फॉरेक्स ट्रेडिंग करना सीखा। महेंद्र ने राजेश से लव मैरिज की थी। शादी के बाद राजेश ने ही फॉरेक्स ट्रेडिंग का उसे आइडिया दिया। जिसके बाद उसने भाई के साथ मिलकर कंपनी खोलकर इस धंधे को शुरू किया। पोंजी स्कीम के तहत इस धंधे से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए बड़े होटलों में आयोजित की जाने वाली कॉन्फ्रेंस में इनके पिता चरण सिंह भी बराबर शामिल होते थे।
इसके अलावा वह ऑफिस में बैठकर निवेशकों को पैसा लगाने के लिए तैयार करने का काम भी करते थे। इनका बहनोई पवन इस काम में शादी से पहले से ही इनसे जुड़ा हुआ था। आईआईटी ग्रेजुएट बताया जा रहा पवन इस काम में इनकी तकनीकी मदद किया करता था। बहन से शादी होने के बाद उसे इन लोगों बेंगलुरू में शिफ्ट कर दिया। संजय वर्मा इनकी मौसी का दामाद है, जो इनका सबसे बड़ा एजेंट है, इसने ग्रेटर नोएडा व बुलंदशहर के कई लोगों का पैसा इस पोंजी स्कीम में लगवाया था।
भारत में अवैध है फॉरेक्स ट्रेडिंग का धंधा
भारत में दूसरे देशों की करंसी की ट्रेडिंग करना अवैध है। हालांकि अमेरिकी डॉलर, पाउंड, यूरो समेत अन्य देशों की करंसी को भारतीय रुपये में रजिस्टर्ड ब्रोकर के जरिए ट्रेडिंग जरूर की जा सकती है। इसको देखते हुए आरोपियों ने अपना सर्वर दुबई में लगाकर वेबसाइट बनाई, लेकिन कंपनी भारत में खोली। कंपनी ने निवेशकों से भारतीय करंसी ली, लेकिन निवेश डॉलर में किया।
निवेशकों के अनुसार, आरोपियों ने बाद में फॉरेक्स एक्सचेंज में पैसा लगाना ही बंद कर दिया और सर्वर के माध्यम से वेबसाइट में फर्जीवाड़ा करके निवेश की हुई रकम को दिखा देते थे। आरोपियों ने ज्यादातर निवेशकों से पैसा कैश में लिया। नोटबंदी के दौरान कंपनी में निवेशकों ने सबसे ज्यादा निवेश किया। चार्टर्ड अकाउंटेंट नवल किशोर के अनुसार, फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर का सिक्युरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) से रजिस्टर होना जरूरी है। बिना सेबी के रजिस्ट्रेशन के इस तरह का काम अवैध है। रजिस्टर्ड ब्रोकर के लिए भी बेस करंसी को भारतीय रुपये के रूप में ही निवेश करवाना होगा।
हवाला के जरिए दुबई के बैंक में पैसा किया ट्रांसफर
आरोप है कि दोनों भाइयों ने कंपनी में निवेश किए जाने वाले पैसे को फॉरेक्स एक्सचेंज में न लगाकर हवाला के जरिए दुबई के एक बैंक में ट्रांसफर कर दिया। निवेशकों के पैसे से ही आरोपियों ने यू-ट्यूब पर एक न्यूज चैनल भी शुरू किया, जिसके उद्घाटन में कई बड़े राजनेता भी शामिल हुए थे। बाद में आरोपियों के भाग जाने पर इस चैनल का संचालन इस साल जून में बंद कर दिया गया। इस चैनल के ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब 69 हजार से अधिक सब्सक्राइबर हैं। आरोपियों ने निवेशकों के पैसे से ही ऑडी, मर्सिडीज, फॉर्च्युनर जैसी महंगी गाड़ियां खरीदी थीं। कंपनी में 22 लाख रुपये निवेश करने वाले ग्रेटर नोएडा निवासी मुकेश कुमार ने बताया है कि आशंका है कि आरोपी यहां दफ्तर बंद कर बेंगलुरू में अपने बहनोई के पास भाग गए हैं। वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि अब वह परिवार समेत दुबई भाग गए हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग: फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का खुलासा, सरगना 10वीं फेल, चार आरोपी गिरफ्तार
राजनगर थाना क्षेत्र के मार्बल व्यापारी से फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन धाेखाधड़ी करने के आराेप में 10वीं फेल मास्टर माइंड गैंग का मुखिया सहित 4 आराेपियाें काे गिरफ्तार कर बुधवार काे न्यायालय में पेश किया। जहां से 6 दिन के रिमांड पर भेजा। आराेपियाें ने पिछले 6 माह में 5 राज्याें में करीब तीन दर्जन वारदात कर कराेड़ाें रुपए की ऑनलाइन ठगी की। दाे आराेपियाें के निकाले बैंक स्टेंटमेंट में तीन कराेड़ रुपए का लेन-देन सामने आया है।
डीएसपी राजसमंद बैनीप्रसाद मीणा ने बताया कि रॉयल हेरिटेज, थाना रांदेर सूरत, गुजरात निवासी गिरोह का मास्टर माइंड 10वीं फेल रेहान 19 पुत्र अब्दुलशमद भगाड़ मुसलमान, अनारकर्मा, थाना सुजपुरा जिला रोहतास बिहार हाल कड़ाेदरा जीआईडीसी जिला सूरत गुजरात निवासी ट्रांसपोर्ट पर नौकरी अमीष 28 पुत्र प्रमोद दूबे, रंगअवधूत सोसायटी विभाग 2, रामनगर थाना रॉदेर, सूरत गुजरात निवासी मोहम्मद जेद 23 पुत्र मोहम्मद शोएब मुसलमान व रॉयल ऑरचिट, ए 1205, थाना रॉदेर जिला सूरत गुजरात निवासी मदनी 20 पुत्र इजाज कलुदी मुसलमान काे फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर धाेखाधड़ी करने के आराेप में गिरफ्तार किया। चाराें आराेपियाें काे साइबर टीम व डीएसटी टीम के सहयाेग से डिटेन कर राजसमंद लाया गया। जहां पूछताछ करने पर राकेश लड्ढा के साथ फोरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करना कबूला। गिरोह ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मुंबई व अन्य राज्यों के कई लोगों से ठगी की है।
मुख्य आरोपी दूसरों को काम पर कमीशन देने के की बात कह रखता
मास्टर माइंड रेहान गुगल प्ले स्टोर पर आईटीसी ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन तैयार करता। इसमें फाॅरेक्स ट्रेडिंग की मार्केटिंग उतार चढ़ाव को दर्शाता है, जो स्वयं रिहान के हाथ में रहता। कब कितना शाे करना है व स्वयं करता हैं। उसके बाद अपने दोस्तों के परिचित जो पैसों की तंगी से जुझ रहे हो उनको टारगेट बनाता और उनके बैंक खाते खुलवाकर चैकबुक, एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग के लॉग इन आईडी पासवर्ड ले लेता था। इसके बदले उन्हें कुछ राशि दे देता। गिरोह के दूसरे सदस्यों को कमीशन के आधार पर अपनी टीम में शामिल करता। गिरोह का सदस्य जैद बैलिम को रेहान लोगों के माेबाइल नंबर व नाम की सूची उपलब्ध करवाता, इसके बाद जैद बैलिम टारगेट किए लोगों को फाॅरेक्स ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देकर मुनाफे का लुभावना ऑफर देकर जाल में फंसाता हैं। इसके बाद जैसे ही पैसा खाते में आता, तुरंत बाद रेहान उन खातों से पैसा अन्य बैंक में ट्रांसफर कर देता। रेहान गिरोह का तीसरा सदस्य मदनी काे उन बैंक खातों के एटीएम कार्ड देकर रखता है, जो पैसा खातों में आते ही विड्राल कर लेता हैं।
यह था मामला : राजनगर के मार्बल व्यापारी राकेश पुत्र जगदीश लड्ढा एक साल से व्यापार में मंदी के चलते सूरत निवासी उस्मान गनी से फाॅरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन संपर्क में था। लढ्ढा ने पहली बार एक लाख रुपए ट्रेडिंग के लिए लगाए। इस पर आराेपियाें ने 12 हजार रुपए का मुनाफा कमाया है। इसके बाद वापस एक लाख 12 हजार रुपए लगाए। जिसे थाेड़ा-थाेड़ा करके कभी रुपए लिए ताे कभी वापस रुपए बढ़ाकर जमा करवा दिए। पिछले दिनाें में चार पांच बार में 8 लाख 17 हजार रुपए फाॅरेन ट्रेडिंग के लिए लगा दिए। इसके बाद आज तक काेई फाेन नहीं उठा रहा।
इस टीम ने किया खुलासा : डीएसटी प्रभारी एसअाई मुंशी मोहम्मद, साइबर सेल प्रभारी एएसआई पवनसिंह, हैड कांस्टेबल शंभुप्रतापसिंह, कांस्टेबल इंद्रचंद चोयल, शिवदर्शन, रामकरण, मदनसिंह, राजनगर थानाधिकारी प्रवीणसिंह, एएसआई बहादुरसिंह, ओमप्रकाश, हैड कांस्टेबल सलीम, हरीसिंह, कांस्टेबल धन्नाराम, विश्वेंद्र शामिल थे।
फोरेक्स ट्रेडिंग मामले में युवती ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब और युवक से 50 लाख की कारें जब्त, ठिकाने बदलकर पुलिस को दे रहे थे चकमा
Forex Trading Case इंदौर पुलिस ने फर्जी फॉरेक्स मामले में एक युवक व युवती को एसआइटी रिमांड पर लिया है। इनके पास से 50 लाख रुपये की तीन कारें भी जब्त की गई हैं। पुलिस अब इनके बैंक खातों मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच कर रही हैं।
इंदौर, जेएनएन। फर्जी फॉरेक्स मामले में गिरफ्तार युवती व युवक को एसआईटी ने रिमांड पर लिया है। आरोपियों के पास से 50 लाख रुपये की तीन कारें बरामद की गई हैं। युवती ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा दे रही थी। वह दुबई में बैठे गैंगस्टर को व्हाट्सएप कॉल के जरिए मामले की सारी जानकारी देती थी। पुलिस उसके बैंक खातों, मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है।
एडिशनल डीसीपी जोन-2 राजेश व्यास के अनुसार आरोपित सोनिया सोंगरा और चेतन वर्मा करीब दो साल से प्लेटिनम ग्लोबल के संचालक अतुल नेतामराव के यहां काम कर रहे थे। इससे पहले दोनों मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) में काम करते थे। दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार में अतुल से मिला और विदेशी मुद्रा व्यापार में शामिल हो गया। अतुल निवेश राशि का आठ प्रतिशत कमीशन देता था। सोनिया ने यह भी बताया कि चेतन के जरिए अतुल के खाते में करीब 62 लाख रुपये जमा किए गए हैं। इसमें से अधिकांश राशि एमएलएम से जुड़े लोगों ने जमा की है। कमीशन के लालच में चेतन ने अपना प्लॉट भी गिरवी रख दिया था।
एसीपी निहित उपाध्याय ने बताया कि सोनिया के पैसे जमा करने के बाद उनकी दूसरी कर्मचारी मोनिका बिष्ट आईडी और पासवर्ड जेनरेट कर निवेशकों को इसकी जानकारी दे देती थी, जबकि शिल्पी धोखाधड़ी से जुड़ी ट्रेनिंग देती थी। अतुल ने आरापितों से लाखों रुपये प्रतिमाह कमीशन, विदेश यात्रा और वाहन उपहार स्वरूप लिए हैं। पुलिस ने सोनिया के पास से दो और चेतन के पास से एक कार जब्त की है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गिरफ्तारी से पहले सोनिया अतुल के संपर्क में ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब थी और विजय नगर थाने में दर्ज मामले की सारी जानकारी उसे दे रही थी। पुलिस ने अतुल के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह दुबई में ही है। उसकीपत्नी पारुल और भाई अरविंद कोरबा में फरारी काट रहे हैं।
Trading Tips Share Market: अगर आप ऐसे करेंगे ट्रेडिंग, तो शेयर मार्केट में कभी नहीं डूबेगा आपका पैसा
Share Market में काफी उतार-चढ़ाव चल रहा है, ऐसे में जो आदमी इसमें अपना मेहनत का पैसा लगता है, उसे काफी हद तक सतर्क रहने की जरूरत होती.
By: ABP Live | Updated at : 24 Aug 2022 03:46 PM (IST)
Edited By: Sandeep
Trading Tips In Share Market : आज के दौर में शेयर बाजार (Share Market) में काफी उतार-चढ़ाव चल रहा है, ऐसे में जो आदमी इसमें अपना मेहनत का पैसा लगता है, उसे काफी हद तक सतर्क रहने की जरूरत होती. उसे शेयर मार्केट पर बारीक़ निगाह रखनी पड़ती है, ट्रेडर्स पर निगाह गड़ाए रखना होता है. जिससे आपका पैसा मार्केट में अच्छा बैकअप दे और डूबे नहीं. आपको ट्रेंडिंग करते समय कुछ बातो का ध्यान रखते है, तो आपका शेयर मार्केट में कभी नहीं डूबेगा. ये निम्न बातें है-
- शेयरों की खरीद-फरोख्त से पहले आपको रिसर्च करना चाहिए. इससे आसानी होगी कि किस भाव पर आपको अपनी पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना है.
- Share Market से पैसे बनाने के लिए आपको आंकलन करना चाहिए. बाजार के रूझानों की बजाय स्पष्ट संकेत मिलने पर ट्रेडिंग करें. फंडामेंटल रूप से मजबूत कंपनी में निवेश कपना बेहतर फैसला है.
- बाजार ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब को लेकर सटीक अनुमान से आप बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. फॉरेक्स ट्रेडर्स तकनीक का जमाना आ गया है जिससे ट्रेडर्स को रीयल टाइम में मार्केट डेटा मिल जाता है.
- Share Market में ट्रेडि्ंग पिरामिड (Trading Pyramid) अप्रोच के साथ करें. शेयर मार्केट में आपको रिस्क के बारे में पहले ही सोचना होगा कि आप कितनी पूंजी गंवाने की क्षमता रखते हैं.
- आपको ऐसा पैसा निवेश करना होगा जिसे आप अफोर्ड कर सकते हैं. रिस्क पिरामिड (Risk Pyramid) का मतलब है कि रिस्क के हिसाब से अपनी पूंजी को बांटकर ट्रेडिंग कर सके.
- रिस्क मैनेज के लिए जरूरी है कि आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल करें और अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करें.
- स्टॉप लॉस का मतलब सौदा शुरू करने से पहले ऐसा प्राइस लेवल तय करना है जिसके नीचे आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
- वहीं दूसरी तरफ टेक प्रॉफिट (Take Profit) एक लिमिट ऑर्डर है जिसका इस्तेमाल एक खास भाव पहुंचने पर मुनाफा कमाने के लिए किया जाता है.
- अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको एक स्ट्रेटजी के साथ मार्केट में एंट्री करनी होगी. इससे आप किस तरह से ट्रेड करते है.
- जब आप स्ट्रेटजी के हिसाब से चलेंगे तो न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि आप बड़े स्तर पर चीजों को देख-समझ सकेंगे.
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Published at : 24 Aug 2022 06:44 ट्रेडिंग फॉरेक्स पंजाब PM (IST) Tags: Share Market trading Share market Tips Trading Tips trading share price हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi