जमा धन को बोनस

यदि जमाकर्ता प्रति वर्ष अप्रैल माह की समाप्ति से पहले निम्नलिखित फॉर्म जमा करता है, तो कोई कर कटौती नहीं की जाएगी.
बड़ौदा कर बचत सावधि जमा
रु. 5 लाख तक की जमाराशियों के समय-पूर्व भुगतान के मामले में समय-पूर्व भुगतान के लिए कोई दण्ड नहीं लगाया जाएगा बशर्ते कि जमाराशियां बैंक में न्यूनतम 12 माह की अवधि के लिए जमा रही हों. रू. 5 लाख से अधिक व रू. 1 करोड़ तक की जमाराशि के जमा धन को बोनस परिपक्वता पूर्व खाता बंद कराने पर जमा रखते समय लागू दर अथवा संविदा दर, जो भी कम हो, पर 1% का दण्ड वसूला जाएगा.
रू. 1 करोड़ से अधिक की जमाराशि के जमा धन को बोनस परिपक्वतापूर्व बंदी के लिए निम्नलिखित शर्तें लागू होंगी.
- ग्राहक द्वारा 31 दिनों की पूर्व सूचना देना आवश्यक है एवं
- जमाराशि को बैंक में रखे जाने की अवधि के लिए लागू जमा धन को बोनस ब्याज दर पर 1.50% की दर से दण्ड वसूल किया जाएगा.
स्वतः नवीकरण
जमा न्यूनतम 12 महीने की अवधि के लिए स्वतः नवीकृत हो जाएगा
ऋण/ओवरड्राफ्ट की उपलब्धता
मांग किए जाने पर ऋण की तिथि को खाते में बकाया राशि के 95% तक ओवरड्राफ्ट/ऋण प्रदान किया जाता है. समय-समय पर बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार ब्याज प्रभारित किया जाएगा.
जमा के बिना पोकर बोनस कोड
न्यूनतम जमा के बिना पोकर एजेंट जेन ब्लोंड में एक प्यारी नायिका है जो प्रसिद्ध 007 एजेंट के समान चुनौतियों से गुजरती है, सप्ताह में 7 दिन सक्रिय रहती है और आप लाइव चैट। ड्राफ्टकिंग्स मिशिगन कैसीनो बोनस आपको बस ऐसा करने की अनुमति देता है, ईमेल और फोन कॉल सहित कई अलग-अलग चैनलों के माध्यम से उनसे संपर्क कर सकते हैं। अब, ट्रॉपिकाना केवल कैसीनो गेम।
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Income Tax: अगर ऑफिस से मिला है दिवाली का बोनस तो टैक्स देने के लिए हो जाएं तैयार, जानें क्या हैं इसके नियम
5000 रुपये से अधिक के किसी भी गिफ्ट को आपके वेतन का हिस्सा माना जाएगा और उस पर लागू टैक्स स्लैब के अनुसार कर लगाया जाएगा। तो अगर आपको दिवाली पर बोनस मिला है या मिलने वाला है जमा धन को बोनस तो इससे जुड़े सभी नियम जान लें।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली नजदीक है और कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को बोनस और गिफ्ट बांटना शुरू कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के आयकर कानूनों के अनुसार आपको इस कैश गिफ्ट पर टैक्स भी देना पड़ सकता है। बात केवल दिवाली की नहीं है। किसी भी अवसर पर आपको अगर कोई कैश गिफ्ट मिलता है तो यह टैक्स के दायरे में आ सकता है।
आयकर विभाग के अनुसार, बिना किसी प्रतिफल (रसीद या मूल्य की किसी भी चीज के बदले) के प्राप्त होने वाली किसी भी राशि को 'मौद्रिक उपहार' कहा जा सकता है। इसमें नकद, चेक, ड्राफ्ट आदि शामिल हैं। इस 'मौद्रिक उपहार' पर कर लगेगा, यदि ये एक वर्ष में 50,000 रुपये से अधिक है।
क्या हर कैश गिफ्ट पर लगता है कर
यह जरूरी नहीं कि हर कैश गिफ्ट टैक्सेबल हो। हालांकि ऐसे अपवाद हैं जब किसी व्यक्ति द्वारा प्राप्त कैश गिफ्ट कर योग्य नहीं होते है। इसमें शामिल है रिश्तेदारों से प्राप्त धन- जैसे कि पति या जमा धन को बोनस पत्नी, भाई या बहन, व्यक्ति के पति या पत्नी के भाई या बहन; व्यक्ति के माता-पिता के भाई या बहन; व्यक्ति का कोई वंशज, व्यक्ति के जीवनसाथी का कोई वंशज आदि।
विवाह के अवसर पर प्राप्त उपहार पर कर नहीं लगता है। विवाह के अलावा कोई अन्य अवसर नहीं है, जब किसी व्यक्ति द्वारा प्राप्त कैश गिफ्ट पर कर नहीं लगाया जासकता। जन्मदिन, सालगिरह आदि जैसे अवसरों पर प्राप्त कैश गिफ्ट भी आयकर विभाग के नियमों के अनुसार कर लगाया जाएगा।
कोई गिफ्ट टैक्सेबल है या नहीं, यह वर्ष के दौरान मिले उपहार के कुल मूल्य के आधार पर निर्धारित किया जाता है, न कि व्यक्तिगत उपहार के आधार पर। यदि पूरे साल के दौरान दौरान प्राप्त उपहारों का कुल मूल्य 50,000 रुपये से अधिक है तो वर्ष के दौरान प्राप्त ऐसे सभी उपहारों के कुल मूल्य पर कर लगाया जाएगा।
कंपनी की ओर से दिवाली बोनस/वाउचर
अगर आपको कंपनी की ओर से 5,000 रुपये से अधिक का जमा धन को बोनस कोई गिफ्ट मिलता है तो यह आपके आपके वेतन का हिस्सा माना जाएगा। टैक्स स्लैब के हिसाब से उस पर कर लगाया जाएगा। कंपनी द्वारा आपके खाते में जमा किए गए किसी भी पैसे को वेतन का एक हिस्सा माना जाएगा और इस तरह कर लगाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि आपकी कंपनी की ओर से किसी भी दिवाली बोनस मिलता है तो उस पर कर लगाया जाएगा।
कोई भी नकद उपहार, भले ही वह 5,000 रुपये से कम हो, कर के अधीन होगा, क्योंकि इसे आपके वेतन का हिस्सा माना जाएगा। हालांकि, वाउचर या कूपन के रूप में मिले रुपये कर के अधीन नहीं होंगे।
LIC लाया नई स्कीम- ₹10 लाख के प्रीमियम पर 1 करोड़ रुपए का गारंटीड रिटर्न, 10 गुना तक मिलेगा रिस्क कवर
धन वर्षा प्लान एक नॉन पार्टिसिपेटिंग, व्यक्तिगत, सेविंग, सिंगल प्रीमियम जीवन बीमा पॉलिसी है, जो ग्राहकों को सुरक्षा के साथ-साथ सेविंग भी ऑफर करती है.
फेस्टिव सीजन में भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation- LIC) ने अपने ग्राहकों के लिए धनवर्षा पॉलिसी 866 (Dhan Varsha Policy) लॉन्च की है. LIC का ये सिंगल प्रीमियम प्लान है. ये प्लान एलआईसी कस्टमर्स को दो पॉलिसी टर्म चुनने के लिए ऑफर करता है. इसमें प्रीमियम से दस गुना गारंटीड मेच्योरिटी, बोनस, रिस्क कवर जैसे तमाम बेनिफिट्स आपको मिल सकते हैं. जानिए इस शानदार स्कीम के बारे में.
10 गुना सम अश्योर्ड
धन वर्षा प्लान एक नॉन पार्टिसिपेटिंग, व्यक्तिगत, सेविंग, सिंगल प्रीमियम जीवन बीमा पॉलिसी है, जो ग्राहकों को सुरक्षा के साथ-साथ सेविंग भी ऑफर करती है. इस पॉलिसी की प्रीमियम राशि से 10 गुना तक सम अश्योर्ड लिया जा सकता है. यानी अगर आप 1 लाख रुपए जमा करते हैं तो मैच्योरिटी पर 10 लाख रुपए तक जमा धन को बोनस प्राप्त कर सकते हैं.
इस प्लान के तहत आपको एक सिंगल प्रीमियम देने की जरूरत होती जमा धन को बोनस है. इसमें आपको दो ऑप्शन दिए जाते हैं. पहले ऑप्शन को चुनने पर प्रीमियम के1.25 गुना मृत्यु लाभ गारंटेड एडीशन बोनस के साथ मिलेगा, वहीं दूसरा विकल्प चुनने पर 10 जमा धन को बोनस गुना मृत्यु लाभ गारंटेड एडीशन बोनस के साथ परिवार को मिलेगा. अगर आपने 10 लाख रुपए का प्रीमियम खरीदा है और पहला विकल्प चुना है तो परिवार को 12.5 लाख रुपए गारंटीड बोनस के साथ मिलेंगे और अगर आपने दूसरा विकल्प चुना है तो मृत्यु के बाद फैमिली को 1 करोड़ रुपए गारंटीड बोनस के साथ मिलेंगे. गारंटीड बोनस आपके चुने हुए ऑप्शन और टर्म दोनों के आधार पर बनेगा.
धान बोनस के एसएमएस आएंगे किसानों के पास, ग्रामवार भी आ सकता है बुलावा
प्रदेश भर में बोनस तिहार मंगलवार से शुरू हो रहा है। सभी 27 जिलों की सहकारी समितियों में धान बेचने वाले 13 लाख 28 हजार किसानों को लगभग 2100 करोड़ रुपए का बोनस बांटा जाएगा। उन्हें 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस मिलेगा। किसानों के खातों में मंगलवार से पैसा जमा होने लगेगा। इसकी सूचना उन्हें एसएमएस से और बैंकों के सूचना फलक से या गांवों में मुनादी कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री मंगलवार को बलौदाबाजार और बिलासपुर में बोनस तिहार की शुरुआत करेंगे। प्रदेश भर में बोनस तिहार 16 अक्टूबर तक चलेगा। ऐसे किसान जिन्होंने खरीफ वर्ष 2016 में प्रदेश की कृषि सहकारी समितियों के एक हजार 989 उपार्जन केन्द्रों में धान बेचा है, उन्हें दीपावली के पहले लगभग 2100 करोड़ रुपए का बोनस बांटा जाएगा। राज्य के वित्त विभाग ने 2070 करोड़ रुपए बैंकों को भेज दिया गया है। इसके पहले धान खरीदी करने वाली समितियों ने अपने यहां के किसानों की संख्या के अनुसार बोनस देने की मांग रखी थी। उसके आधार पर ही बैंकों को पैसा भेजा गया है। किसानों के खातों में पैसे डालने का प्रोसेस शुरू कर दिया गया था। धान खरीदी करते वक्त किसानों ने अपने बैंक के नाम व खातों के नंबर भी दर्ज करवाए हैं। इसलिए उनका बोनस उन्हीं बैंकों खातों में जमा होगा। यदि उन्होंने खातों के साथ अपने मोबाइल नंबर भी जुड़वाए हैं तो बोनस जमा होते जमा धन को बोनस ही उन्हें एसएमएस से इसकी सूचना मिल जाएगी। बैंक बोनस की सूचना गांवों में अपने प्रतिनिधियों के जरिए या बैंकों में सूचना पटल पर भी चस्पा करेंगे। बैंकों की संख्या और जमा धन को बोनस किसानों की संख्या को देखते हुए असुविधा बन सकती है। बैंकों में किसानों का जमावड़ा हो सकता है। इस वजह से बैंक पांच या दस गांवों के लिए दिन तय करके किसानों को उस दिन बुला सकते हैं। इसके अलावा खाते की संख्या के आधार पर भी उन्हें बैंक बुलाया जा सकता है। अपेक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि ज्यादातर किसानों के पास एटीएम कार्ड हैं। करीब दस लाख किसानों के पास रूपे कार्ड भी हैं। वे सीधे एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। जिनके पास दोनों नहीं हैं उन्हें जमा धन को बोनस ही बैंकों तक जाना होगा। हालांकि कुछ किसानों के रूपे कार्ड बैंकों में बने पड़े हैं। बजाज मानते हैं कि दो-तीन दिन में व्यवस्था पटरी पर होगी। दीवाली से पहले बोनस मिल जाएगा।