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शेयर बाजार को कैसे समझें

शेयर बाजार को कैसे समझें
सेंसेक्स और निफ्टी दो प्रमुख लॉर्ज कैप इंडेक्सेज हैं जो देश के दो प्रमुख स्टॉक्स एक्सचेंजेज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंजेज शेयर बाजार को कैसे समझें से जुड़ा हुए हैं.

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बाजार में बिकवाली का Mutual Fund पर कैसे पड़ रहा असर, यहां समझें

बाजार में बिकवाली का Mutual Fund पर कैसे पड़ रहा असर, यहां समझें

सप्ताह के दूसरे दिन यानी मंगलवार को भले ही भारतीय शेयर बाजार में रौनक रही हो लेकिन अब भी संकट के बादल कम नहीं हुए हैं। सालभर के निचले स्तर तक जाने के बाद शेयर बाजार में गिरावट का असर Mutual Fund NAV (नेट एसेट वैल्यू) पर भी देखने को मिल रहा है।

यह उन निवेशकों के लिए थोड़ा झटका है, जिन्होंने पहले से Mutual Fund पर दांव लगा रखा है। हालांकि, नए निवेशकों के लिए कहीं ना कहीं फायदे का सौदा है क्योंकि उनके लिए ज्यादा मुनाफा कमाने का अवसर होगा। बहरहाल, Mutual Fund NAV क्या होता है, पहले ये समझ लेते हैं।

Online Trading Kaise Kare | मोबाइल से शेयर ट्रेडिंग कैसे करें | Online Trading in Hindi

Online Trading Kaise Kare

Online Trading Kaise Kare | मोबाइल से शेयर ट्रेडिंग कैसे करें | Online Trading in Hindi दोस्तों मै जानता हूँ कि आप शेयर मार्किट में निवेश के जरिये आपने भविष्य को फाइनेंसियल मजबूत करना चाहते है लेकिन समस्य यह है आपके पास अधिक समय नहीं है तो ऐसे शेयर बाजार को कैसे समझें में आपके पास क्या विकल्प है। आपके … Read more

न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए

न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए

न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए? – निश्चित ही आपके मन में ऐसा सवाल होगा क्यूंकि आप के लिए शेयर बाजार नया है। हालंकि की यह सवाल अक्सर कुछ लोगो द्वारा लगातार पूछा जा रहा है क्यूंकि आज लोगो में निवेश करने की जागरूकता आईं है। यह पोस्ट खास तौर पर उनके … Read more

शेयर मार्केट कैसे सीखे? Share Market Kaise Sikhe

शेयर मार्केट कैसे सीखे

दोस्तों आप भी शेयर मार्किट में निवेश करने के बारे सोच रहे हैं तो जाहिर है आपके मन में सवाल होगा कि शेयर मार्किट शेयर मार्केट कैसे सीखे, शेयर मार्केट को कैसे समझें जैसे सवालों से घिरे होंगे। शेयर बाजार क्या हो सकता है ये शब्द आपके लिए नया हो या हो सकता है कि … Read more

निफ्टी 50 क्या है ?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी एक प्रमुख मार्केट इंडिकेटर है. निफ्टी शब्द नेशनल और फिफ्टी को मिलाने से बना है. नाम के अनुरूप इस इंडेक्स में 14 सेक्टर्स की 50 भारतीय कंपनियां शामिल हैं. इस प्रकार यह बीएसई की तुलना में अधिक डाइवर्सिफाइड है. बीएसई की तरह ही यह लार्ज कैप शेयर बाजार को कैसे समझें कंपनियों के मार्केट परफॉरमेंस को ट्रैक करता है. इसे 1996 में लांच किया गया था और इसकी गणना फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर की जाती है.

  • निफ्टी की गणना लगभग सेंसेक्स की तरह ही फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटालाइजेशन के आधार पर होती है लेकिन कुछ अंतर भी है.
  • निफ्टी की गणना के लिए सबसे पहले सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैपिटलाइजेशन निकाला जाता है, जिसके लिए आउटस्टैंडिंग शेयर की संख्या को वर्तमान भाव से गुणा करते हैं.
  • इसके बाद मार्केट कैप को इंवेस्टेबल वेट फैक्टर (RWF) से गुणा किया जाता है. RWF पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध शेयरों का हिस्सा है.
  • इसके बाद मार्केट कैप को इंडिविजुअल स्टॉक को एसाइन किए हुए वेटेज से गुणा किया जाता है.
  • निफ्टी को कैलकुलेट करने के लिए सभी कंपनियों के वर्तमान मार्केट वैल्यू को बेस मार्केट कैपिटल से डिवाइड कर बेस वैल्यू से गुणा किया जाता है. बेस मार्केट कैपिटल 2.06 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है और बेस वैल्यू इंडेक्स 1 हजार है.

इतने खास क्यों हैं Nifty और Sensex ?

भारतीय शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का संकेत देने वाले सिर्फ यही दो इंडेक्स नहीं हैं. इसके अलावा भी तमाम इंडेक्स मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल शेयरों की चाल को समझने के लिए किया जाता है. इनमें ज्यादातर इंडेक्स किसी खास सेक्टर या कंपनियों के किसी खास वर्गीकरण से जुड़े हुए हैं. मिसाल के तौर पर किसी दिन के कारोबार के दौरान 12 प्रमुख बैंकों के शेयरों की औसत चाल का संकेत देने वाला Bank Index या सिर्फ सरकारी बैंकों के शेयरों का हाल बताने वाला PSU Bank Index, स्टील, एल्यूमीनियम और माइनिंग सेक्टर की कंपनियों के शेयरों के चाल का संकेत देने वाला मेटल इंडेक्स या फार्मा कंपनियों के शेयरों का फार्मा इंडेक्स, वगैरह-वगैरह.

ये सभी इंडेक्स बाजार में पैसे लगाने वाले निवेशकों या उन्हें मशविरा देने वाले ब्रोकर्स या सलाहकारों के लिए बेहद काम के होते हैं. लेकिन अगर एक नजर में बाजार का ओवरऑल रुझान समझना हो या उसके भविष्य की दशा-दिशा का अंदाज़ा शेयर बाजार को कैसे समझें लगाना हो, तो उसके लिए सबसे ज्यादा सेंसेक्स और निफ्टी जैसे बेंचमार्क इंडेक्स पर ही गौर किया जाता है. इन्हें मोटे तौर पर मार्केट सेंटीमेंट का सबसे आसान इंडिकेटर माना जाता है.

शेयर मार्केट कैसे सीखे? Share Market Kaise Sikhe

शेयर मार्केट कैसे सीखे

दोस्तों आप भी शेयर मार्किट में निवेश करने के बारे सोच रहे हैं तो जाहिर है आपके मन में सवाल होगा कि शेयर मार्किट शेयर मार्केट कैसे सीखे, शेयर मार्केट को कैसे समझें जैसे सवालों से घिरे होंगे। शेयर बाजार क्या हो सकता है ये शब्द आपके लिए नया हो या हो सकता है कि … Read more

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं? 7 बेस्ट इन्वेस्टमेंट टिप्स (Updated)

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं? यह आपका सवाल बहुत लोगो ने मुझ से पूछा है कुछ दोस्त और रिश्तेदारों ने। शेयर मार्केट में पैसा लगाना आसान है लेकिन बहुत ही जोखिम भरा हो सकता है यदि आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है। मैं समझता कि आप बिकुल नए है शेयर बाज़ार के लिए … Read more

Booster STP: एकमुश्त निवेश पर स्टॉक मार्केट से पाएं शानदार रिटर्न, समझें कैसे काम करता है बूस्टर एसटीपी

Booster STP: एकमुश्त निवेश पर स्टॉक मार्केट से पाएं शानदार रिटर्न, समझें कैसे काम करता है बूस्टर एसटीपी

बूस्टर एसटीपी म्यूचुअल फंड का ऐसा उपाय है जिसके तहत निवेशक किसी स्कीम के तहत एकमुश्त पैसे रखते हैं और फिर किसी एक स्कीम को चुनते हैं जिसमें तय किए गए अंतराल पर किश्तों में इस पैसे को निवेश किया जाता है.

Booster STP: स्टॉक मार्केट का एक बेसिक सिद्धांत है कि महंगा बेचो, सस्ता खरीदो. ऐसे में अगर आपके पास एकमुश्त पैसे हैं और मार्केट बहुत ऊंचाई पर है यानी इसमें गिरावट की भी संभावना है तो इसे स्टॉक मार्केट में लगाना समझदारी नहीं कही जाएगी. ऐसे में बूस्टर एसटीपी का रास्ता अपना सकते हैं जिसमें आपके पैसों को किश्तों में शेयर बाजार में लगाया जाता है. जब बाजार में तेजी रहती है शेयर बाजार में कम पैसे लगाए जाएंगे और जब बाजार में गिरावट होती है तो शेयरों में अधिक पैसा निवेश होगा.

कैसे काम करता है बूस्टर एसटीपी

बूस्टर एसटीपी म्यूचुअल फंड का ऐसा उपाय है जिसके तहत निवेशक किसी स्कीम के तहत एकमुश्त पैसे रखते हैं और फिर किसी एक स्कीम को चुनते हैं जिसमें तय किए गए अंतराल पर किश्तों में इस पैसे को निवेश किया जाता है. इसमें बाजार की स्थितियों के हिसाब से निवेश होता है. जैसे कि आपने 10 लाख रुपये लगाए हैं तो बाजार की चाल के मुताबिक इसमें किसी समय 10 हजार रुपये ही निवेश होगा तो किसी समय 1 लाख शेयर बाजार को कैसे समझें शेयर बाजार को कैसे समझें रुपये निवेश होगा.

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कितना पैसा होता है निवेश

इसमें एक सोर्स स्कीम होती है जिसके तहत आप एकमुश्त पैसे को रखते हैं और दूसरा टारगेट स्कीम जिसमें नियमित अंतराल पर किश्तों में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं. कितना पैसा ट्रांसफर होगा, यह इक्विटी वैल्यूएशन इंडेक्स से तय होता है. इक्विटी वैल्यूएशन इंडेक्स प्राइस टू अर्निंग्स (PE), प्राइस टू बुक (PB),(G-Sec x PE) और जीडीपी की तुलना में मार्केट कैप इत्यादि के बराबर वेटेज के हिसाब से तैयार की जाती है. इसमें निवेशक एक बेस इंस्टॉलमेंट अमाउंट तय करते हैं जिसके एक निश्चित गुने तक की राशि ही एक बार में ट्रांसफर होती है.

जैसे कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बूस्टर एसटीपी में बेस इंस्टॉलमेंट का अधिकतम 5/10 गुना ही टारगेट स्कीम में ट्रांसफर हो सकता है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बूस्टर एसटीपी में न्यूनतम बेस इंस्टॉलमेंट एक हजार रुपये है.

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